असर खबर का - वापस पुराने भवन में लौटा उप पंजीयक द्वितीय कार्यालय
सम्पत्तियों का पंजीयन नहीं होने व राजस्व नुकसान होने से लिया निर्णय
नुकसान होने लगा तो वापस पुरानी जगह पर लौटना पड़ रहा है।
कोटा। उप पंजीयक द्वितीय कार्यालय करीब एक साल बाद फिर से अपनी पुरानी जगह पर लौट आया है। कार्यालय का आधा सामान शिफ्ट हो चुका है शेष सामान भी जल्दी ही आ जाएगा। उप पंजीयक प्रथम व उप पंजीयक द्वितीय कार्यालय पहले सिविल लाइंस स्थित पंजीयक कार्यालय में संचालित होते थे। लेकिन करीब एक साल पहले फरवरी 2024 में उप पंजीयक द्वितीय कार्यालय को सीएडी रोड स्थित केडीए भवन में शिफ्ट कर दिया था। इस कार्यालय में नए कोटा दक्षिण से संबंधित सम्पतियों का पंजीयन किया जाता है। इस कार्यालय को मॉडल बनाने व कोटा दक्षिण के लोगों को उनके नजदीक ही सुविधा प्रदान करने के लिए ऐसा किया गया था। लेकिन हालत यह है कि न तो यह केन्द्र मॉडल बना और न ही यहां सम्पतियों का अधिक पंजीयन हो सका। सरकार को राजस्व का नुकसान भी होने लगा। साथ ही उप पंजीयक कार्यालय प्रथम में ही दोनों कार्यालयों की रजिस्ट्री होने से उप पंजीयक प्रथम कार्यालय पर भी भार बढ़ने लगा। वकीलों ने बताया कि रजिस्ट्री के लिए वकील, पक्षकार और गवाहों के साथ ही कई तरह की औपचारिकताएं पूरी की जाती है। यह सुविधा कलक्ट्रेट या पंजीयक कार्यालय के आस-पास तो है। लेकिन केडीए कार्यालय के आस-पास ये सुविधाएं नहीं होने से वहां बहुत कम लोग जा रहे थे। अभिभाषक परिषद की ओर से तो शुरुआत में ही इसे शिफ्ट करने का विरोध किया गया था। लेकिन उस समय किसी ने नहीं सुना। अब जब नुकसान होने लगा तो वापस पुरानी जगह पर लौटना पड़ रहा है।
नवज्योति ने किया था प्रकाशित
गौरतलब है कि उप पंजीयक द्वितीय कार्यालय के फिर से अपनी पुरानी जगह पर लौटने के संबंध में दैनिक नव’योति में समाचार प्रकाशित किया था। समाचार पत्र में 5 मार्च के अंक में पेज 5 पर‘ एक साल बाद फिर पुराने भवन में शिफ्ट होगा उप पंजीयक द्वितीय कार्यालय’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। जिसमें इस कार्याुय की पूरी स्थिति की जानकारी दी गई थी। हालत यह है कि आखिरकार कार्यालय फिर से अपनी जगह पर लौट आया है।
इनका कहना है
उप पंजीयक द्वितीय कार्यालय को फरवरी 2024 में केडीए भवन में शिफ्ट किया था। इसका मकसद नए कोटा के लोगों को राहत पहुंचाना व इस कार्यालय को मॉडल केन्द्र बनाना था। लेकिन यहां रजिस्ट्रियों की संख्या घटने के साथ ही सरकार को राजस्व का भी नुकसान होने लगा। ऐसे में सरकार को पत्र लिखकर फिर से इसे पंजेीयक कार्यालय में ही शिफ्ट करने की स्वीकृति चाही गई थी। वहां से इसकी स्वीकृति मिलने के बाद प्रक्रिया शुरु कर दी थी। उप पंजीयक द्वितीय कार्यालय का अधिकतर सामान शिफ्ट हो गया है। शेष सामान भी जल्दी ही शिफ्ट हो जाएगा। जिससे दोनों उप पंजीयक कार्यालय एक ही भवन में होने से लोगों को अधिक सुविधा होगी।
- पुष्पा हरवानी, उप महानिरीक्षक पंजीयन एवं मुद्रांक
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