87 लाख से बनेगा चिड़िया घर में पक्षी घर
सरकार ने जारी किया बजट, चिड़िया घर की बदलेगी दशा, विद्यार्थियों के लिए बनेगा ओपन आॅडिटोरियम
चिड़िया घर को व्यवस्थित कर सुधारेंगे इंफ्रास्ट्रक्चर
कोटा। नयापुरा स्थित रियातकालीन चिड़ियाघर में 87 लाख की लागत से पक्षी घर बनाया जाएगा। वहीं, चिड़ियाघर को व्यवस्थित कर एनक्लोजर्स को रिनोवेट किए जाने की कवायद शुरू हो गई है। विद्यार्थियों को पक्षियों के प्रति जागरूक करने के लिए यहां ओपन ऑडिटोरियम भी बनाया जाएगा। दरअसल, वन्यजीव विभाग के अधीन कोटा जू में विकास कार्यों के लिए विभाग को सरकार से 87 लाख का बजट मिला है। जिससे यहां पुराने पक्षी घर को रिनोवेट करने के साथ ट्रीटमेंट हाउस बनाया जाएगा।
चिड़िया घर में बनेगा ओपन ऑडिटोरियम
डीएफओ भटनागर ने बताया कि हमारा उद्देश्य बच्चों को पक्षियों, वन्यजीवों व प्रकृति के प्रति जागरूक करना है। इसके लिए यहां ओपन ऑडिटोरियम बनाया जाना है। ताकि, विद्यार्थियों को यहां बिठाकर उन्हें पक्षियों व जानवरों के बारे में जानकारी दी जा सके। वहीं, जू में जगह-जगह साइन बोर्ड लगाए जाएंगे।
वर्ष 2023 में मिला था बजट, हुआ लैप्स
गत कांग्रेस सरकार ने वर्ष 2023 में अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क में पक्षी घर बनाने के लिए 87 लाख रुपए का बजट जारी किया था। लेकिन, तत्कालीन अधिकारियों द्वारा समय पर टेंडर प्रक्रिया नहीं करवाई गई। इसी बीच 9 अक्टूबर 2023 को विधान सभा चुनाव की आचार संहिता लग गई। ऐसे में 5 दिसम्बर तक बजट का उपयोग नहीं हो सका। इसके बाद आचार संहिता हटी तब भी टैंडर प्रक्रिया नहीं की गई और समय निकलता गया लेकिन, जनवरी 2024 तक भी पक्षी घर का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका। आखिरकार मार्च 2024 को वित्तिय की समाप्ती के साथ बजट भी लैप्स हो गया।
पुराने पक्षी घर को रिनोवेट कर बनाएंगे नया
वाइल्ड लाइफ कोटा डीसीएफ अनुराग भटनागर ने बताया कि सरकार से पक्षीघर के लिए 87 लाख का बजट मिला है। जिससे यहां बना पुराना पक्षी घर जगह-जगह टूटे हुए हैं, जिनका रिनोवेशन कर नया पक्षी घर बनाया जाएगा। वहीं, टाइगर व लॉयन के एनक्लोजर को भी व्यवस्थित कर पक्षी घर में कनर्वड किया जाएगा। जिसकी तैयारियां भी शुरू करवा दी गई है।
ट्रीटमेंट हाउस बनाने के साथ सुधारेंगे इंफ्रास्ट्रक्चर
उन्होंने बताया कि वन्यजीवों का पोस्टमार्टम करने के लिए टेबल सहित अन्य जरूरी सामानों की खरीद कर ट्रीटमेंट हाउस बनाना है। साथ ही चिड़ियाघर का इंफ्रास्ट्रक्चर भी सुधारना है। वहीं, रेस्क्यू कर लाए जाने वाले जानवरों को रखने के लिए पिंजरे भी बनाएंगे। इसके लिए टाइगर-लॉयन के खाली पड़े एनक्लोजर को पक्षी घर के रूप में विकसित करेंगे।
चिड़ियाघर में यह हैं वन्यजीव
कोटा चिड़ियाघर में वर्तमान में बंदरों की विशेष प्रजाति के 2 बोनट, 18 पहाड़ी कछुए, पानी के 5 कुछए, तीन फीट ऊंचे पेलिकन हवासिल, 8 से 10 फीट लंबे 4 अजगर जोड़े में, 2 घड़ियाल, 2 मगरमच्छ तथा पक्षियों में इग्रेट, स्पॉट बिल्ड डक, विसलिंग टिल, कोम्ब डक, नाइट हेरोन, पोण्ड हेरोन, बारहेडेड गूज, राजहंस बतख, तोता, लवबर्ड्स सहित कुल 48 तरह के वन्यजीव हैं, जिन्हें शिफ्टिंग का इंतजार है।
इनका कहना है
सरकार से पक्षी घर के लिए 87 लाख का बजट मिला है। इस बजट से यहां बने पुराने पक्षी घर का रिनोवेट कर नया पक्षी घर बनाया जाएगा। साथ ही इंफ्रास्ट्रक्चर सुधारा जाएगा। इसके अलावा टाइगर-लॉयन के एनक्लोजर को भी पक्षी घर के रूप में विकसित करेंगे। वहीं, विद्यार्थियों को जागरूक करने के लिए ओपन ओडिटोरियम भी बनाया जाएगा।
-अनुराग भटनागर, डीएफओ वन्यजीव विभाग
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