नाला गेंग खत्म हुई, ठेके पर लेने पड़ रहे सफाई श्रमिक

कोटा दक्षिण में कार्यादेश जारी, उत्तर निगम में हो रही तैयारी

नाला गेंग खत्म हुई, ठेके पर लेने पड़ रहे सफाई श्रमिक

नगर निगम कोटा उत्तर व दक्षिण में करीब तीन हजार स्थायी सफाई कर्मचारी है।

कोटा। नगर निगम में पहले जहां वार्डों के छोटे नाले नालियों के जाम होने पर उनकी सफाई के लिए नाला गेंग होती थी। वह धीरे-धीरे खत्म हो गई। अब उनके स्थान पर निगम को ठेके पर सफाई श्रमिक लगाने पड़ रहे हैं। पहले कोटा में एक ही नगर निगम थी। उस समय शहर में सफाई का जिम्मा पार्षदों के साथ ही सफाई समिति के अध्यक्ष व उप महापौर के पास होती थी। व्यवस्था की दृष्टि से उस समय दो सलाई समिति गठित कर तत्कालीन  उप महापौर सुनीता व्यास के साथ ही एक पार्षद इंद्र जैन को भी सफाई समिति का अध्यक्ष बनाया गया था। उस समय निगम के सफाई कर्मचारियों की एक नाला गेंग बनाई गई थी। करीब 15 से 20 सफाई कर्मचारियों की उस गेंग का उपयोग वार्डों में या बरसात के समय छोटे नाले-नालियों के जाम होने पर उनकी सफाई के लिए किया जाता था। इस गेंग का काम यही होता था। 

दो निगम होने पर बंटी तो होने लगी खत्म
परिसीमन के बाद कोटा में उत्तर व दक्षिण निगम बने। उस समय अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ ही नाला गेंग का भी बटवारा किया गया। निगम सूत्रों के अनुसार धीरे-धीरे अधिकतर सफाई कर्मचारियों का इधर से उधर ट्रांसफर कर दिया गया। उन्हें अन्य विभिन्न कार्यों में लगा दिया गया। जिससे वह गेंग खत्म सी हो गई। हालांकि उस गेंग में अब गिनती के सफाई कर्मचारी हैं जिनसे  वार्डों में नाले-नालियों की सफाई का काम पूरा नहीं हो पा रहा है। 

कोटा दक्षिण में किया ठेका, उत्तर में तैयारी
नाला गेंग खत्म होने के बाद अब बरसात से पहले  वार्डों में छोटे-नाले नालियों की सफाई करवाई जानी है। ये ऐसी जगह हैं जहां न तो चैन माुंटेंड मशीनें पहुंच पाती हैं और न ही जेसीबी डम्पर। वहां मेनुअल ही सफाई का काम किया जाता है। ऐसे में अब दोनों नगर निगमों में ठेके पर सफाई श्रमिक लगाए जाएंगे। हालाकि नगर निगम कोटा दक्षिण में सफाई श्रमिक लगाने के लिए दो फर्मों को कार्यादेश जारी हो चुका है। आयुक्त द्वारा जारी आदेश के अनुसार कोटा दक्षिण निगम के 9 सेक्टरों के 59 वार्डों में 5-5 यानि कुल 295 सफाई श्रमिक लगाए जाने हैं। ये सफाई श्रमिक बुधवार से काम शुरू करेंगे। करीब एक माह तक इनका उपयोग किया जाएगा। इधर नगर निगम कोटा उत्तर की ओर से ठेके पर सफाई श्रमिक लेने की तैयारी की जा रही है। 

निगम में करीब 3 हजार सफाई कर्मचारी
नगर निगम कोटा उत्तर व दक्षिण में करीब तीन हजार स्थायी सफाई कर्मचारी है। ये कर्मचारी कोटा उत्तर के 70 व कोटा दक्षिण के 80 वार्डों में लगे हुए हैं। नगर निगम कोटा दक्षिण  में करीब 1250 स्थायी सफाई कर्मचारी है। वहीं कोटा उत्तर निगम में करीब 14 सौ से अधिक स्थायी सलाई कर्मचारी कार्यरत हैं। इनके अलावा कई वार्डों में 5-5 अस्थायी सफाई कर्मचारी भी लगाए हुए हैं। 

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इनका कहना है
निगम में पहले नाला गेंग होती थी। जिसमें सफाई कर्मचारियों से मेनुअल ही नालों की सफाई करवाई जाती थी। लेकिन धीरे-धीरे उनका अन्य जगह पर ट्रांसफर होने से वह गेंग लगभग खत्म सी हो गई है। अभी तो जेसीबी डम्पर से बड़े नालों की सफाई करवाई जा रही है। शीघ्र ही कोटा उत्तर में भी वाडों के छोटे नाले नालियों की सफाई के लिए सफाई श्रमिक लिए जाएंगे। 
- मंजू मेहरा, महापौर नगर निगम कोटा उत्तर 

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