कोटा उत्तर वार्ड 2- घरों के ऊपर से गुजर रही हाइटेंशन लाइन, नालों में कचरे का अंबार, कॉलोनियों में नहीं पार्क व सामुदायिक भवन
खुले बॉक्सों से हो सकता है बड़ा हादसा
स्थानीय नागरिकों के कई बार शिकायत करने के बावजूद इन समस्याओं का समाधान नहीं हुआ है।
कोटा। शहर के उत्तर नगर निगम क्षेत्र के वार्ड नं. 2 में रहने वाले लोगों के सिर पर हर वक्त खतरा मंडरा रहा है। कई कॉलोनियों में घरों के ठीक ऊपर से हाईटेंशन बिजली की लाइन गुजर रही है, जिससे किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है। स्थानीय लोगों ने इस संबंध में कई बार शिकायतें कीं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। काली बस्ती क्षेत्र में स्थिति और भी बदतर है। यहां बना नाला कचरे से अटा पड़ा है, जिसके चलते बरसात के दिनों में पानी सड़कों पर भर जाता है और आवागमन बाधित हो जाता है। वहीं कॉलोनी के खाली पड़े प्लॉट कचरा डंपिंग प्वाइंट बन गए हैं। कुछ प्लॉटों में बरसात का गंदा पानी अब तक जमा है और उनमें बड़ी-बड़ी घास उग आई है। इससे जहरीले जीव-जंतुओं का खतरा भी बढ़ गया है। वार्डवासियों की मांग है कि नगर निगम प्रशासन सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करे, नहर और नालियों की सफाई कराए तथा खुले बिजली बॉक्स को कवर करवाए। साथ ही आवारा पशुओं और कुत्तों की समस्या पर ठोस कदम उठाए जाएं, ताकि वार्ड के लोग स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण में जीवन जी सकें।
वार्ड का एरिया
काली बस्ती, हनुमान बस्ती, थर्मलपावर स्टेशन, चम्बल कॉलोनी, लक्ष्मी मैरिज गार्डन, सत्य विघा निकेतन स्कूल, मुन्ना टेलर्स, सीनियर लेडिज टेलर्स, असगर अली का मकान, रोजब्यूटी पार्लर, हरिजन बस्ती, कुन्द-कुन्द सोसायटी एवं फोरेस्ट चौकी का क्षेत्र शामिल है।
चंबल कॉलोनी में खुले पड़े पैनल बॉक्स
चंबल कॉलोनी में कचरा पॉइंट और खुले पड़े बिजली के स्विच बॉक्स लोगों की सुरक्षा के लिए खतरा बने हुए हैं। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि कई बार शिकायत करने के बावजूद इन समस्याओं का समाधान नहीं हुआ। खुले बॉक्सों से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
कई हिस्सों में बरसात के बाद से जलभराव की समस्या बनी हुई है। खाली पड़े प्लॉटों में जमा गंदे पानी से मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है, जिससे डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि जल निकासी की कोई प्रभावी व्यवस्था नहीं है, जिसके कारण हर बारिश के बाद ये हालात बन जाते हैं।
- रामहेत, वार्डवासी
वार्ड में आवारा कुत्तों की समस्या भी बड़ी चुनौती बन गई है। खासकर सुबह और शाम के समय सड़कों पर झुंड में घूमते कुत्तों से लोगों में भय का माहौल रहता है। कई बार बच्चों और बुजुर्गों पर हमले की घटनाएं भी सामने आ चुकी हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
- यशपाल, वार्डवासी
काली बस्ती में कचरे से अटा पड़ा नाला
काली बस्ती में वहां बने नाले गंदगी व कचरा से अटा पड़ा है। वहीं कॉलोनी की हर गली में कचरे के ढेर और गंदगी देखेन को मिल रही है। नालियां साफ करने करने के लिए कर्मचारी नहीं आ रहे है। जिसके चलते उनमें गंदा पानी जमा है और बदबू फैल रही है। लोगों का कहना है कि सफाईकर्मियों की अनियमित ड्यूटी और नगर निगम की लापरवाही से हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। वहीं वार्ड क्षेत्र से गुजरने वाली नहर की हालत भी बेहद खराब बताई जा रही है। नहर के किनारे गंदगी और झाड़ियां जमा हो चुकी हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि नहर की सफाई महीनों से नहीं हुई, जिससे आसपास के इलाकों में बदबू और मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है।
- विजय कुमार, वार्डवासी
इनका कहना है
वार्ड में अब तक अनेक उल्लेखनीय विकास कार्य संपन्न किए गए हैं। रही बात काली बस्ती की, तो वहां भी आधारभूत सुविधाओं के विस्तार और सौंदर्यीकरण के लिए विशेष प्रयास किए गए हैं। यह सही है कि वार्ड में अभी भी कुछ चुनौतियाँ हैं, परंतु उपलब्ध संसाधनों से अपेक्षा से अधिक विकास कार्य कराए गए हैं, जो क्षेत्र की प्रगति और परिवर्तन की दिशा में एक मजबूत कदम साबित हुए हैं।
- अनूप कुमार, पार्षद

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