अभी तक पार्क में स्नैक आए ना पक्षी, सीजेडए की अनुमति के बाद भी पक्षीशाला नहीं हुई शुरु
अभी तक यहां सिर्फ पक्षी शाला का ढांचा ही आ रहा नजर
पार्क को शुरू हुए करीब डेढ़ साल से अधिक का समय हो गया।
कोटा। पर्यटन नगरी के रूप में विकसित हो रहे कोटा शहर में एक तरफ तो लाखों-करोड़ों रुपए खर्च कर पर्यटकों को आकर्षित करने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ सीजेड की अनुमति मिलने के बाद भी अभी तक न तो स्नेक पार्क शुरु हो सका है और न ही पक्षी शाला। तत्कालीन नगर विकास न्यास(केडीए) की ओर से शहर में करोड़ों रुपए खर्च कर स्नेक पार्क व आॅक्सीजोन पार्क में पक्षी शाला का निर्माण कराया गया है। बूंदी रोड स्थित हर्बल पार्क के पास रा’य का पहला स्नेक पार्क बनाया गया है। करीब 7 करोड़ से अधिक की राशि से इसका दो मंजिला भवन तो काफी समय पहले ही बनकर तैयार हो गया है। साथ ही करीब डेढ़ साल पहले दिसम्बर 2023 में सेन्ट्रल जू अथोरिटी आॅफ इंडिया(सीजेडए) से स्नेक पार्क को शुरु करने की अनुमति भी मिल चुकी है। उसके बाद भी अभी तक यहां न तो स्नेक आए हैं और न ही इसे शुरु किया गया है।
केडीए आयुक्तने किया था गत दिनों दौरा
कोटा विकास प्राधिकरण के आयुक्त रिषभ मंडल ने पदभार ग्रहण करने के बाद गत दिनों स्नेक पाक का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने वहां स्नेक लाने की सभी संभावनाओं को तलाशने के साथ ही इसे शीघ्र शुरु करने की व्यवस्थाओं को देखा था। करीब ढाई महीना होने के बाद भी अभी तक इसे शुरु नहीं किया गया है।
पक्षी शाला का ढांचा
इधर केडीए की ओर से आईएल परिसर में करोड़ों की लागत से आॅक्सीजोन पार्क बनाया है। उसमें विशाल पक्षी शाला का निर्माण भी कराया गया है। इस पक्षी शालाो में भी देशी विदेश प्रजातियों के कई तरह के पक्षियों को लाने की योजना है। हालत यह है कि पार्क को शुरू हुए तो करीब डेढ़ साल से अधिक का समय हो गया। साथ ही यहां पक्षी लाने के लिए सीजेड से भी अनुमति मिल चुकी है। उसके बाद भी अभी तक यहां सिर्फ पक्षी शाला का ढांचा ही नजर आ रहा है। उसमें पक्षी देखने के लिए लोग इंतजार कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि शहर में जब कोई चीज बनी है और उस पर करोड़ों रुपए का खर्चा किया गया है तो उसका लोगों को लाभ भी मिलना चाहिए। बसंत विहार निवासी नीरज गौतम का कहना है कि केडीए हो या नगर निगम। जनता के धन से शहर में कोई विकास कार्य कराया गया है या कोई अच्छी चीज बनाई गई है तो उसे शुरु भी किया जाना चाहिए।
29 प्रजातियों के आने हैं स्नैक
स्नेक पार्क में देशी विदेशी 29 प्रजातियों के करीब 200 स् नेक आने हैं। जिनमें 25 देशी व 4 विदेशी प्रजातियों के स् नेक लाए जाएंगे। ये स्नेक देश के विभिन्न क्षेत्रों में स्थित स्नेक पार्क से ही यहां लाने की योजना है। हालत यह है कि अभी तक भी केडीए अधिकारी यहां स्नेक लाने से लेकर इसे शुरु करने तक का काम पूरा नहीं कर सके हैं।
आॅक्सीजोन पार्क की शोभा है पक्षीशाला। लेकिन उसका खाली ढांचा कब तक देखते रहेंगे। जब सीजेड से अनुमति मिल ही गई है तो अन्य व्यवस्थाओं को पूरा करते हुए पक्षियों को लाना चाहिए।
- महेश जैन तलवंडी निवासी
स्नेक पार्क और पक्षी शाला में स्नेक व पक्षी लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। व्यवस्थाओं में कुछ समय लग रहा है। शीघ्र ही इन दोनों को शुरु किया जाएगा।
- ऋषभ मंडल, आयुक्त, केडीए

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