रीट परीक्षा में युवक से जनेऊ उतरवाने का आरोप, विप्र समाज में आक्रोश
विप्र समाज ने राज्य सरकार पर लगाया धार्मिक भेदभाव का आरोप
विप्र फाउंडेशन के युवा जिला अध्यक्ष हेमंत पालीवाल ने बताया कि रीट परीक्षा के दौरान ब्राह्मण युवक शशिकांत की परीक्षा सेंटर पर पुलिसकर्मी ने शिखा खोली साथ ही साथ उसका जनेऊ भी उतरवाया गया। वहीं एक अन्य युवक हेमंत दाधीच का भी जनेऊ उतरवाया गया।
राजसमंद। रीट परीक्षा में राज्य सरकार द्वारा धार्मिक आधार पर भेदभाव करने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। परीक्षा के आखिरी दिन ब्राह्मण युवकों की शिखा खोलने और जनेऊ उतरवाने को लेकर अब विप्र फाउंडेशन ने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। विप्र फाउंडेशन के बैनर तले बुधवार को ब्राह्मण समाज के लोगों ने राज्यपाल के नाम पुलिस अधीक्षक और अतिरिक्त जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान लोग तब नाराज हो उठे जब ज्ञापन लेने के लिए जिला कलेक्टर नहीं रुके।
विप्र फाउंडेशन के युवा जिला अध्यक्ष हेमंत पालीवाल ने बताया कि रीट परीक्षा के दौरान ब्राह्मण युवक शशिकांत की परीक्षा सेंटर पर पुलिसकर्मी ने शिखा खोली साथ ही साथ उसका जनेऊ भी उतरवाया गया। वहीं एक अन्य युवक हेमंत दाधीच का भी जनेऊ उतरवाया गया। इस विवाद में पुलिसकर्मियों ने अभद्रता की और उनके साथ बुरा व्यवहार किया। जबकि राज्य सरकार ने परीक्षा में मुस्लिम महिलाओं को हिजाब पहनने की छूट दे रखी है। परीक्षा के दौरान धार्मिक आधार पर भेदभाव करना और ब्राह्मण युवकों के साथ अभद्र व्यवहार करना राज्य सरकार की तुष्टीकरण की नीति का नतीजा है। इस मामले पर ब्राह्मण समाज ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो ब्राह्मण समाज उग्र प्रदर्शन करेगा।

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