दादी रतनमोहिनी की निकाली बैकुंठी यात्रा, अंतिम संस्कार में नम हुई श्रद्धालुओं की आंखें
पार्थिव देह को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी
जहां अस्पताल निदेशक डॉ. प्रताप मिा, अस्पताल के अन्य चिकित्सकों समेत स्टॉफ ने दादी को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
माउंट आबू। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी की बैकुंठी यात्रा के दौरान पुष्प अर्पित करने वालों की आंखें नम हुई। बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे आबूरोड शांतिवन से बैकुंठी यात्रा आरंभ हुई। माउंट आबू प्रवेशद्वार वाहनकर नाके से होते हुए सीधे संगठन के ज्ञान सरोवर अकादमी परिसर में पहुंची।संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी सुदेश दीदी, ज्ञान सरोवर निदेशिका प्रभा दीदी समेत संगठन के अन्य सदस्यों ने दादी के पार्थिव देह को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मेडिटेशन किया गया। जिसके बाद दादी की बैकुंठी को ग्लोबल अस्पताल ले जाया गया।
जहां अस्पताल निदेशक डॉ. प्रताप मिा, अस्पताल के अन्य चिकित्सकों समेत स्टॉफ ने दादी को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। बैकुंठी के संगठन के अंतर्राष्ट्रीय मुख्यालय पांडव भवन परिसर में पहुंचने पर दादी रतनमोहिनी की पार्थिव देह को श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ हिस्ट्री हॉल में रखा गया। जहां संयुक्त मुख्य प्रशासिका बीके शशिप्रभा, राजयोग वरिष्ठ प्रशिक्षिका बीके शीलू बहन, अतिरिक्त सचिव बीके मृत्युजंय, अन्य पिछड़ा वर्ग राष्ट्रीय आयोग पूर्व अध्यक्ष जस्टिस वी. ईश्वरैय्या समेत संगठन के अन्य पदाधिकारियों व सदस्यों ने पुष्प अर्पित किए।

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