50 लाख लिए, 2 करोड़ चुकाए, सूदखोरों से परेशान व्यवसायी ने लगाई फांसी
जिला अल्पसंख्यक अधिकारी व उसका पति आरोपी
सूदखोरों से परेशान होकर सोमवार को शहर के एक कपड़ा व्यापारी ने अपने ही शोरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। व्यापारी ने पांच पृष्ठ का सुसाइड नोट छोड़ा है।
उदयपुर। सूदखोरों से परेशान होकर सोमवार को शहर के एक कपड़ा व्यापारी ने अपने ही शोरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। व्यापारी ने पांच पृष्ठ का सुसाइड नोट छोड़ा है। सूरजपोल थाना क्षेत्र में नवरत्न काम्पलेक्स निवासी दीपक (47) पुत्र बाबूलाल मेहता ने सुसाइड नोट में जिला अल्पसंख्यक अधिकारी हेमलता काकरिया और उसके पति निरंजन मोगरा पर ब्याज के लिए दबाव बनाने और उसकी जायदाद हड़पने के गंभीर आरोप लगाया। ब्याज माफियाओं के चंगुल में फंसे व्यवसायी ने सूरजपोल स्थित उसके राजपूती पोशाकों के शोरूम में देर रात फांसी लगा ली। पिता के घर नहीं लौटने पर बेटे ने मोबाइल की लोकेशन निकाली तो वह दुकान की आई। इसके बाद देर रात परिजन दुकान पहुंचे तो देखा कि दीपक मेहता फंदे पर लटका हुआ था।
लम्बा चला ब्याज का खेल : परिजन
परिजनों ने कहा कि अल्पसंख्यक अधिकारी और उसके पति द्वारा ब्याज का गंदा खेल लंबे समय से खेला जा रहा है जिसके चंगुल में दीपक मेहता भी फंस गए थे। यह मामला उजागर होने के बाद कई पीड़ित सामने आ सकते हैं। परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए कहा कि आरोपियों के गिरफ्तार होने पर दीपक का शव मोर्चरी से उठाने की बात कही।
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