देवउठनी अबूझ सावे पर खूब बजा बैंड-बाजा
सैकड़ों युगल विवाह के बंधन में बंध जीवन साथी बने।
जयपुर। कार्तिक शुक्ल पक्ष एकादशी रविवार को देवउठनी एकादशी अबूझ सावे पर शहर में शादियों की धूम रही। इस बीच सैकड़ों युगल विवाह के बंधन में बंध जीवन साथी बने। शादियों के कारण शहर में देर रात तक रौनक बनी रही। देवउठनी ग्यारस के साथ पिछले चार माह से मांगलिक कार्यों पर लगे विराम के हटने के साथ ही विवाह शुभकार्यों का आगाज हो गया। लोग सुबह से ही शादियों में जाने के लिए उतावले दिखे। महिलाएं भी शादियों में जाने से पहले ब्यूटी र्पालरों में व्यस्त रहीं। शाम चार बजे बाद से ही शहर में हर तरफ बैंड बाजे वालों की आवाजाही होने लगी। नियत स्थान पर लवाजमे के पहुंचने बाद हर तरफ बैण्ड बाजों की स्वर लहरियां सुनाई देने लगी। जहां बारात में सज धजकर लोग संगीत की धुनों पर डांस भी करते दिखे।
कोराना से राहत मिलने के बाद पिछले दो सालों से दबी हुई खुशी एक बार फिर फूट पड़ी और लोगों ने जमकर शादियों का लुत्फ उठाया। देवउठनी एकादशी पर विभिन्न समाजों के सामूहिक विवाह सम्मेलन भी आयोजित होते हैं, लेकिन कोरोना काल से इन पर अभी भी विराम लगा हुआ है।
शादियों की बुकिंग से होटल इंडस्ट्री को मिली संजीवनी
शादियों की शुरुआत के साथ ही होटलों को सौ प्रतिशत तक की ऑक्यूपेंसी मिल गई है। अर्से से कम आॅक्यूपेंसी के कारण होटलों को काफी घाटा हो रहा था। देवउठनी ग्यारस से शादियां शुरू हो गई हैं और अनुमानत राजस्थान में रविवार को दस हजार से अधिक शादियां हुई। होटल एंड रेस्टोरेन्ट प्रेसीडेंट कुलदीप चंदेला कहते है कि वेडिंग का सीजन अब शुरू हो गया है। रविवार को छोटे होटलों से लेकर बड़े होटल तक में कमरों की शानदार बुकिंग थी। पूरा सीजन हम लोगों के पास अच्छी बुकिंग्स मिली है। हम आशा करते है कि वेडिंग इंडस्ट्री के साथ ही अब टूरिज्म इंडस्ट्री भी अपनी पटरी पर लौट आएगी।
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