‘चिराग’ ने पहले ही प्रयास में पाई 312वीं रैंक
आईआईटी से बीटेक चिराग वर्तमान में विद्युत निगम में है जेईएन
उदयपुर। भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के रविवार को घोषित परिणाम में उदयपुर के चिराग मेनारिया ने पहले ही प्रयास में अखिल भारतीय स्तर पर 312वीं रैंक बनाई है। चिराग की सफलता का राज कठोर परिश्रम और तीन वर्ष से सोशल मीडिया से दूरी है।
उदयपुर। भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के रविवार को घोषित परिणाम में उदयपुर के चिराग मेनारिया ने पहले ही प्रयास में अखिल भारतीय स्तर पर 312वीं रैंक बनाई है। चिराग की सफलता का राज कठोर परिश्रम और तीन वर्ष से सोशल मीडिया से दूरी है।
आईआईटी से बीटेक कर विद्युत निगम में जेईएन पद पर सेवारत चिराग ने बताया कि जेईन की जॉब भी काफी टफ होती है। हर समय अलर्ट रहना होता है लेकिन घर, ऑफिस या फील्ड जहां भी समय मिल जाता, वहां सिर्फ तैयारियों में लगा रहा। माता-पिता के आशीर्वाद से यह सफलता अर्जित की है। इस सफलता में मेरे परिजनों ने भी मेरे लिए कई त्याग किए हैं।
चिराग ने मोबाइल नंबर कभी अभिभावकों के साथ भी शेयर नहीं किया। चिराग ने इसका उपयोग सिर्फ ऑनलाइन पढ़ाई के लिए किया। पद की जिम्मेदारी एवं परीक्षा की तैयारियों के चलते चिराग ने सामाजिक समारोह में कम ही उपस्थिति दर्ज करवाई। जब भी खाली समय मिलता, उसे पढ़ाई में लगाया। चिराग के पिता दिलीप मेनारिया सरकारी स्कूल में अध्यापक हैं, वहीं मां गिरिजा मेनारिया गृहिणी है। चिराग के मित्र इंदर मेनारिया ने बताया कि चिराग शुरूसे ही कुशाग्र रहा। स्वप्रेरित होकर ही चिराग ने प्रशासनिक सेवा में जाने का इरादा किया। सरकारी सेवा में रहते हुए भी चिराग ने अपने बूते पर पढ़ाई की। चिराग ने तीन साल के बाद रविवार से सोशल मीडिया पर उपस्थिति दर्ज करवाई। चिराग वाकई मेनारिया समाज के लिए मिसाल बना है, क्योंकि समाज से आरएएस अधिकारी तो कई बने, लेकिन आईएएस पहली बार निकला है।
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