प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात, मुख्यमंत्री गहलोत बोले- जरूरत पड़ने पर ली जाएगी सेना की मदद
प्रदेश में मानसून की अच्छी बारिश का दौर जारी है और भारी बारिश के कारण कोटा, बारां, बूंदी एवं झालावाड़ जिले में कुछ क्षेत्रों में बाढ़ के हालात बन गए है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रशासन को राहत एवं बचाव कार्यों के संबंध में निर्देश दिए हैं। जरूरत पड़ने पर सेना की मदद ली जाएगी।
जयपुर। प्रदेश में मानसून की अच्छी बारिश का दौर जारी है और भारी बारिश के कारण कोटा संभाग में दर्जनों गांव जलमग्न हो गए हैं। वहीं भरतपुर, बारां, बूंदी एवं झालावाड़ जिले में कुछ क्षेत्रों में भी बाढ़ के हालात बन गए है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया के जरिए बुधवार को बताया कि कोटा, बारां, बूंदी एवं झालावाड़ के कुछ इलाकों में भारी बारिश से बाढ़ के हालात बन गए हैं। प्रशासन को राहत एवं बचाव कार्यों के संबंध में निर्देश दिए हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ एवं सिविल डिफेंस की टीमें मदद कार्य कर रही हैं। सेना से भी संपर्क किया गया है एवं जरूरत पड़ने पर सेना की मदद ली जाएगी।
गहलोत ने कहा कि धौलपुर में भी चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और भरतपुर में अधिक बारिश के कारण के कुछ इलाकों में भी बाढ़ के हालात बन सकते हैं। भरतपुर और धौलपुर में भी प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है। आमजन से अपील है कि सावधानी बरतें एवं परेशानी होने पर तुरंत प्रशासन को सूचित करें। बता दें कि राजस्थान के कई इलाकों में पिछले 3 दिन से बारिश का दौर लगातार जारी है, जिसकी वजह से प्रदेश के करीब आधा दर्जन से ज्यादा जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। खासतौर से हाड़ौती के चारों जिले जिनमें कोटा, बारां, बूंदी और झालावाड़ शामिल है। वहां पर करीब 200 से ज्यादा गांव में पानी भरने से टापू बन गए हैं। इसके साथ ही धौलपुर में चंबल भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। सवाई माधोपुर, धौलपुर, भरतपुर में भी लगातार तेज बारिश की वजह से हालात चिंताजनक बने हुए हैं। प्रदेश में लगातार बढ़ रही इस प्राकृतिक आपदा को देखते हुए गहलोत सरकार ने अलर्ट भी जारी किया हुआ है और अब सेना को मोर्चा संभालने की जिम्मेदारी देने की तैयारी की जा रही है।
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