निगम की गौशाला में अव्यवस्थाओं का अम्बार

गायों की खेळ गंदी, कम्पाउंडर तक नहीं रहते पूरे समय ,गौशाला समिति अध्यक्ष ने आयुक्त से कमियों में सुधार करने को कहा

निगम की गौशाला में अव्यवस्थाओं का अम्बार

नगर निगम कोटा की बंधा धर्मपुरा स्थित गौशाला में अव्यवस्थाओं का अम्बार है। न तो गायों के लिए हरा चारा डाला जा रहा है और न ही कम्पाउंडर पूरे समय काम कर रहे हैं। यहां तक कि खेल तक गंदी हैं।

कोटा । नगर निगम कोटा की बंधा धर्मपुरा स्थित गौशाला में अव्यवस्थाओं का अम्बार है। न तो गायों के लिए हरा चारा डाला जा रहा है और न ही कम्पाउंडर पूरे समय काम कर रहे हैं। यहां तक कि खेल तक गंदी हैं। 

नगर निगम कोटा दक्षिण की गौशाला समिति के अध्यक्ष पार्षद जितेन्द्र सिंह ने बताया कि अध्यक्ष बनने के बाद से वे रोजाना गौशाला जा रहे हैं। वहां जाने पर कई तरह की कमियां व अव्यवस्थाएं पाई हैं। उनमें सुधार के प्रयास किए जा रहे हैं। सिंह ने बताया कि गौशाला में वर्तमान में करीब 2 हजार गौवंश है। अधिकतर गौवंश लावारिस हालत में सड़कों पर घूमते हुए पकड़कर लाया गया है। जिनमें से अधिकतर पॉलिथीन व अन्य सामग्री खाई हुई हैं। बीमार हालत में लाई गई हैं। जिन्हें अधिक देखभाल की जरूरत है। लेकिन गौशाला में संवेदक के माध्यम से कम्पाउंडर तो 7 लगाना बता रखे हैं लेकिन आते 4 ही है। वे भी पूरे समय यहां नहीं ठहरते हैं। 

सिंह ने बताया कि सभी कम्पाउंडर कोटा से जाते हैं। यहां से बंधा धर्मपुरा गौशाला की दूरी अधिक होने से निगम ने आवागमन के लिए वाहन लगाया हुआ है। लेकिन कम्पाउंडर यहां सुबह 11 बजे आते हैं और दोपहर 1.30 बजे चले जाते हैं। ऐसे में इतने अधिक गौवंश का उपचार कर पाना संभव नहीं है। साथ ही संवेदक द्वारा कम्पाउंडर को 55 सौ रुपए ही भुगतान करने पर उनका गुजारा नहीं होने से वे पूरे समय जाने को ही तैयार नहीं हैं। अभी तीन दिन तक एक भी कम्पाउंडर गौशाला में नहीं गया। सिंह ने बताया कि वे बुधवार को 4 कम्पाउंडर को अपने साथ गौशाला लेकर गए। जहां सभी गौवंश का उपचार भी कराया। कम्पाउंडर का समय सुबह 9 से शाम 4 बजे तक का है। इस संबंध में संवेदक व आयुक्त से वार्ता कर सभी को पूरे समय वहां रुकने के लिए कहा जाएगा। उन्होंने बताया कि यहां चिकित्सा प्रभारी के साथ ही बोराबांस से एक डॉक्टर को गौवंश के उपचार के लिए लगाया हुआ है। गौशाला में गायों के लिए भूसा तो है लेकिन हरा चारा नहीं दिया जा रहा है। सिंह ने बताया कि इसका टेंडर हो चुका है। शीघ्र ही वह भी पहुंचा दिया जाएगा। वहीं गायों के पानी पीने की खेल गंदी हो रही थी। जिसे बुधवार को साफ करवाकर उसें नमक डलवाया गया। गौशाला में साफ सफाई करवाई गई। साथ ही बीमार गायों के विचरण के लिए बाड़ों को भी बढ़ाया जाने का सुझाव दिया है। 

 इधर नगर निगम कोटा दक्षिण आयुक्त राजपाल सिंह ने बताया कि वे स्वयं और अतिरिक्त अतिरिक्त आयुक्त अम्बालाल मीणा ने भी गौशाला समिति अध्यक्ष व गौशाला प्रभारी के साथ निरीक्षण किया था। वहां जो भी कमियां हैं उनमें सुधार के प्रयास किए जा रहे हैं। हरा चारा भी शीघ्र ही सप्लाई कर दिया जाएगा। कम्पाउंडरों को भी पूरे समय गौशाला में रहने के लिए संवेदक को पाबंद किया किया जाएगा। 

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