बाड़मेर में दिल दहलाने वाली घटना, पिता की कोरोना से मौत के बाद जलती चिता में कूदी बेटी

बाड़मेर में दिल दहलाने वाली घटना, पिता की कोरोना से मौत के बाद जलती चिता में कूदी बेटी

देशभर में कोरोना परिवार के परिवार लील रहा है, जिसके चलते लोगों की मानसिक स्थिति बिगड़ने लगी हैं। ऐसी ही परिस्थिति बाड़मेर में अपने पिता की मृत्यु होने पर उनकी जलती चिता पर एक बेटी कूद अपनी जान देने लगी। बाड़मेर में रहने वाले दामोदर उम्र 70 साल पुत्र जयरामदास शारदा की कोरोना संक्रमित होने से मृत्यु हो गई थी। श्मशान घाट पर उनके अंतिम संस्कार के दौरान मृतक की 30 साल की बेटी चंद्रा शारदा ने जलती चिता में अचानक से छलांग लगा दी।

बाड़मेर। देशभर में कोरोना परिवार के परिवार लील रहा है, जिसके चलते लोगों की मानसिक स्थिति बिगड़ने लगी हैं। ऐसी ही परिस्थिति बाड़मेर में अपने पिता की मृत्यु होने पर उनकी जलती चिता पर एक बेटी कूद अपनी जान देने लगी। सरहदी जिले बाड़मेर में रहने वाले दामोदर उम्र 70 साल पुत्र जयरामदास शारदा की कोरोना संक्रमित होने से मृत्यु हो गई थी। मृतक के बेटा नहीं होने से अंतिम संस्कार के लिए उनकी बेटियां भी श्मशान घाट गई। घरवालों ने श्मशान घाट पर उनके अंतिम संस्कार के दौरान चिता को मुखाग्नि दी गई और परिवार के कुछ सदस्य पास में बैठ कर चिता को देखने लगे। इस बीच मृतक दामोदर दास की 30 साल की बेटी चंद्रा शारदा ने जलती चिता में अचानक से छलांग लगा दी। अचानक घटी इस घटना को देखकर वहां मौजूद लोगों के हाथ पैर-फूल गए।

पिता की जलती चिता में बेटी कूदी तो उसे बचाने के लिए पास खड़ी उसकी 35 साल की बड़ी बहन पिंकी ने उसे निकालने का प्रयास किया। जब तक उसे निकाला जाता तब तक चंद्रा 60 फीसदी से अधिक जल चुकी थी। घरवालों ने आनन-फानन में चंद्रा को राजकीय चिकित्सालय पहुंचाया। जहां पर चिकित्सकों ने उसका उपचार शुरू किया। हालांकि 60 फीसदी से अधिक जल जाने के कारण चंद्रा की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। वहीं कोरोना की क्रूरता के चलते घटी इस घटना ने जिलेवासियों को सन्न कर दिया।

ठीक होने पर लेंगे बयान
घटना के बारे में जानकारी देते हुए उप पुलिस अधीक्षक आनन्दसिंह राजपुरोहित ने बताया, घटना की जानकारी मिली जिस पर कोतवाली पुलिस राजकीय अस्पताल पहुंची। घायल युवती बयान देने की स्थिति में नहीं थी, ऐसे में उसके ठीक होने का इंतजार किया जा रहा है। देश भर में कोरोना की वजह से दम तोड़ रहे लोगों के समाचार वैसे ही लोगों को हैरान परेशान किए हुए हैं, ऐसे में इस हृदय विदारक घटना ने हर किसी को सन्न कर दिया। बहरहाल घायल युवती को गम्भीर हालत में जोधपुर के मथुरा दास माथुर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया है।

मैं जीकर क्या करूंगी, पिता के साथ जलूंगी
श्मशान विकास समिति के भैरूसिंह फुलवरिया ने बताया, मंगलवार दोपहर में राय कॉलोनी निवासी दामोदर दास का शव श्मशान घाट लाया गया। शव के साथ आए लोगों को जब कोरोना के लिए अलग से चिन्हित जगह पर अंतिम संस्कार करने को कहा गया। मगर उनकी बात नहीं मान माहेश्वरी समाज के श्मशान घाट में ही शव का अंतिम संस्कार किया। अंतिम संस्कार से पहले ही चंद्रा ने खुद को मार देने व चिता में कूद जान देने की बात कह रही थी। इस बात को शव के साथ आए लोगों ने गंभीरता से नहीं लिया। शव को जब मुखाग्नि दी गई उसके बाद अचानक उसकी बेटी जलती चिता में कूद गई। शव के साथ आए गिने चुने लोगों ने हाथों-हाथ वाहन से उसे अस्पताल पहुंचाया। घटना की जानकारी मिलने के बाद कोतवाली पुलिस अस्पताल के आपातकालीन वार्ड पहुंची। यहां पर चिकित्सकों से घायल के बारे में जानकारी ली। 

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