
नागरिकता मिली तो छलके खुशी के आंसू
नौ पाक विस्थापित बने भारतीय नागरिक
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर (दक्षिण) मोहम्मद अबूबक्र ने भारतीय नागरिकता हासिल करने वाले सभी पाक विस्थापितों को शुभकामनाएं दी और कहा कि जिला प्रशासन नागरिकता के आवेदनों पर प्राथमिकता से नियमानुसार कार्रवाई कर प्रमाण-पत्र जारी करता है, जिससे आवेदक को किसी भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
ब्यूरो/नवज्योति, जयपुर। जिला कलेक्ट्रेट में सोमवार को 49 वर्षीय गायत्री की आंखें उस वक्त छलक आई, जब कई सालों के इंतजार के बाद उन्हें भारतीय नागरिकता का प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ। अतिरिक्त जिला कलेक्टर (दक्षिण) मोहम्मद अबूबक्र ने सोमवार को नौ पाक विस्थापितों को भारतीय नागरिकता प्रमाण-पत्र सौंपे। गायत्री के साथ ही 36 वर्षीय दर्शन लाल, 43 वर्षीय नसीबन, 66 वर्षीय वाटूमल, 59 वर्षीय डॉ. अशोक कुमार, 48 वर्षीय कन्हैया लाल, 40 वर्षीय जेवरलाल, 34 वर्षीय संगीता बाई और 40 वर्षीय ज्ञानचंद को भी भारतीय नागरिकता प्रमाण-पत्र की सौगात मिली। नागरिकता प्रमाण-पत्र मिलने के बाद डॉ. अशोक कुमार ने जिला प्रशासन का आभार जताते हुए कहा कि आज वर्षों का इंतजार खत्म हुआ है और आज हम फक्र के साथ कह सकते हैं कि हम भारतीय हैं। वहीं दिहाड़ी मजदूरी कर अपने परिवार का पालन पोषण करने वाले कन्हैया लाल ने कहा कि घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। नागरिकता का प्रमाण नहीं होने के कारण सरकारी योजनाओं का लाभ भी उन्हें नहीं मिल रहा था, लेकिन अब भारतीय नागरिकता मिलने से ना केवल उन्हें पहचान मिली है, बल्कि अब सरकारी योजनाओं की मदद से वे अपने परिवार का भरण पोषण बेहतर तरीके से कर पाएंगे। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर (दक्षिण) मोहम्मद अबूबक्र ने भारतीय नागरिकता हासिल करने वाले सभी पाक विस्थापितों को शुभकामनाएं दी और कहा कि जिला प्रशासन नागरिकता के आवेदनों पर प्राथमिकता से नियमानुसार कार्रवाई कर प्रमाण-पत्र जारी करता है, जिससे आवेदक को किसी भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
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