राजस्थान में कोरोना का कहर: 24 घंटे में आए 16080 नए संक्रमित, रिकॉर्ड 169 लोगों की गई जान
राजस्थान में मंगलवार को कोरोना के मरीजों में कमी आई है। मई माह में यह एक दिन में सबसे कम 16080 नए केस हैं। सुखद खबर यह भी है कि जांचें अधिक 83,851 के करीब है, फिर भी संक्रमित घटे हैं। वहीं संक्रमण दर भी 20 से कम होकर 19.17 फीसदी हुई है, लेकिन चिंता मौतों की है। प्रदेश में अब तक की सर्वाधिक 169 लोगों की जान गई है।
जयपुर। राजस्थान में मंगलवार को कोरोना के मरीजों में कमी आई है। मई माह में यह एक दिन में सबसे कम 16080 नए केस हैं। सुखद खबर यह भी है कि जांचें अधिक 83,851 के करीब है, फिर भी संक्रमित घटे हैं। वहीं संक्रमण दर भी 20 से कम होकर 19.17 फीसदी हुई है, लेकिन चिंता मौतों की है। प्रदेश में अब तक की सर्वाधिक 169 लोगों की जान गई है। अकेले जयपुर में ही 57 मौतें हैं। नए मरीजों के मुकाबले 13198 रिकवर हुए हैं। हालांकि अभी नए केसों के मुकाबले रोजाना की रिकवरी रेट कम है। लेकिन उम्मीद है कि जल्द ही यह नए केसों से ज्यादा होगी।
प्रदेश में जयपुर, उदयपुर और जैसलमेर को छोड़कर किसी भी जिलें में मरीजों की संख्या बढ़ी नहीं है। जयपुर में 3613 मरीज आए हैं, जो सोमवार के मुकाबले ज्यादा है। हर सौ जांच में 23 संक्रमित मिले हैं। उदयपुर में तो विस्फोटक स्थिति बनी है। एक दिन में अब तक के यहां रिकॉर्ड 1506 नए केस आए हैं और संक्रमण दर 34.84 रही। वहीं जैसलमेर जैसे छितराई जनसंख्या वाले जिले में 860 नए मरीज आना चिंता का विषय है। यहां बीते 24 घंटे में 1800 जांचें हुई, संक्रमण दर सर्वाधिक 47.77 रही। शेष 30 जिलों में मरीज कम होना राहत दे रहा है। जोधपुर में 1303 नए मरीज है।
कहां कितनी मौतें
जयपुर में 57, जोधपुर में 18, उदयपुर में 14, बाड़मेर, बीकानेर में 8-8, अलवर, भरतपुर, कोटा में 7-7, अजमेर, सीकर में 6-6, भीलवाड़ा, झालावाड़ में 4-4, झुंझुनूं, पाली में 3-3, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, हनुमानगढ़, करौली, नागौर, टोंक में 2-2, बारां, दौसा, गंगानगर, जैसलमेर, सिरोही में 1-1 लोगों की जान गई है।
कहां कितने नए रोगी
जयपुर में 3613, उदयपुर में 1506, जोधपुर में 1303, जैसलमेर में 860, कोटा में 740, अलवर में 705, भरतपुर में 688, गंगानगर में 508, अजमेर में 505, झुंझुनूं में 427, राजसमंद में 412, दौसा में 402, बाड़मेर में 397, सीकर में 478, चित्तौड़गढ़ 375, डूंगरपुर में 360, पाली में 327, नागौर में 275, बीकानेर में 256, सिरोही में 255, झालावाड़ में 214, चूरू में 213, करौली में 180, टोंक में 170, भीलवाड़ा में 166, सवाईमाधोपुर में 163, बारां में 123, हनुमानगढ़ में 120, बूंदी में 109, बांसवाड़ा में 94, प्रतापगढ़ में 65, धौलपुर में 41, जालोर में 30 नए केस आए।
40 दिन का महासंक्रमण यूं समझे
राजस्थान में कोरोना ने दो मार्च 2020 को दस्तक दी थी। एक साल यानि मार्च 2021 तक प्रदेश में 333149 लोगों को अपना शिकार बनाया, लेकिन पिछले 40 दिन महासंक्रमण का ताडंव हुआ। इस अवधि में 456125 लोगों यानि की एक साल के मुकाबले 136 फीसदी ज्यादा लोग इस अवधि में शिकार हो गए। मौतें भी प्रचंड हुई। एक साल में मौतें जहां 2818 मौतें हुई और इस अवधि में 3176 जानें गई। मई माह के 11 दिनों में प्रदेश मे 1,91,273 लोग संक्रमित हुए हैं। हालांकि 160273 लोगों की रिकवरी हुई है। ऐसे में एक्टिव केस केवल 29245 ही बढ़े हैं।
125 वेंटिलेटर्स, 650 कंसंट्रेटर 150 ऑक्सीजन सिलेंडर आए
राजस्थान में मंगलवार को इलाज को भी दिल्ली और रूस से राहत आई है। राजस्थान मेडिकल सर्विस कॉर्पोरेशन के एमडी आलोक रंजन ने बताया कि केन्द्र सरकार ने प्रदेश को सी-पब टाइप के 125 वेंटिलेटर्स भेजे हैं। प्रदेश में गंभीर मरीजों के लिए इसकी सख्त जरूरत थी। वहीं रूस की डल मोस्ट फर्म से 650 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और आ गए हैं, जिससे मरीजों की सांसों को राहत मिलेगी। अब तक रूस से 750 नए कंसंट्रेटर आए हैं। वहीं सिलेंडरों की कमी से जूझ रहे प्रदेश को केन्द्र सरकार ने 150 ऑक्सीजन सिलेंडर भी भिजवाए हैं।
गुजरात से 40 एमटी और ऑक्सीजन मिलेगी
राजस्थान को गुजरात के हजीरा ऑक्सीजन प्लांट से 40 एमटी और ऑक्सीजन का आवंटन हुआ है। प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी से इससे मामूली राहत जरूर मिलेगी। केन्द्र से अभी भिवाड़ी से 40 एमटी, जामनगर से 60 एमटी, हरियाणा के पानीपत से 15 एमटी, पश्चिम बंगाल के कलिंगानगर से 60 एमटी, ओडिशा के बर्नपुर से 40 एमटी ऑक्सीजन मिल रही थी।
गांवों में कोरोना बढ़ रहा, ऐसे में एंटीजन टेस्ट को मंजूरी
राजस्थान के गांवों में कोरोना बढ़ रहा है। रोजाना के केसेज में करीब 30 फीसदी संक्रमित अब गांवों से सामने आ रहे हैं। ऐसे में प्रदेश सरकार ने आरटीपीसीआर कोरोना जांच के साथ अब जल्द संक्रमितों की पहचान के लिए रेपिड एंटीजन टेस्ट को मंजूरी दे दी है। इस टेस्ट किट के माध्यम से नर्सिंग कर्मी डोर-टू-डोर सर्वे के दौरान ही 30 मिनट में संभावित कोरोना संक्रमित की पहचान कर लेंगे। मरीज के खून की एक बूंद ही इस टेस्ट के लिए काफी होती है।
प्रदेश में पिछले दिनों सर्वे में करीब सात लोग कोरोना लक्षणों वाले मिले थे। ऐसे में सभी की आरटीपीसीआर जांच संभव ना होने और जल्द संभावित संक्रमित की पहचान को यह टेस्ट प्रदेश में शुरू किया जा रहा है। पिछले साल पहली लहर में यह टेस्ट राजस्थान में शुरू हुए थे, लेकिन टेस्ट किट घटिया होने के कारण बिना संक्रमित को भी जांच में यह किट संक्रमित बता रहे थे। राजस्थान सरकार की पुख्ता रिपोर्ट के बाद आईसीएमआर ने देशभर में इस टेस्ट से जांच पर प्रतिबंध लगाया था। यह हालांकि पुख्ता टेस्ट नहीं है, लेकिन फिर भी संभावित की पहचान आसान होगी, ताकि उसका इलाज जल्द और समय पर शुरू किया जा सके।
जुकाम-खांसी के मरीजों की जांच होगी
राजस्थान में एंटीजन टेस्ट किट के माध्यम से प्रदेश में सामान्य जुकाम-खांसी के मरीजों की जांच की जा सकेगी। हालांकि प्राथमिकता में कोरोना आरटीपीसीआर टेस्ट को ही प्राथमिकता दी जाएगी। प्रदेश में सीएचसी स्तर से ऊपर के सभी अस्पतालों के लिए यह टेस्ट करने की अनुमति दी गई है। टेस्ट में कोरोना पॉजिटिव आते ही व्यक्ति को कोरोना संक्रमित मानकर आइसोलेट किया जाएगा। प्रोटोकॉल के तहत उसका इलाज होगा। मरीज संदिग्ध लगे और एंटीजन टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आए तो उसका आरटीपीसीआर टेस्ट कराया जाएगा।
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