अशोक गहलोत 3.0 : कोरोना के बावजूद नहीं रुकी रफ्तार विकास की

अशोक गहलोत 3.0 : कोरोना के बावजूद नहीं रुकी रफ्तार विकास की

1.0 (1998 से 2003)अकाल के दौरान बेहतर प्रबंधन अकाल के दौरान बेहतर प्रबंधन, 2.0 (2008 से 2013) फ्री दवा-जांच, पेंशन, 3.0 (2018 से अब तक) कोरोना में कुशल प्रबंधन

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार के शुक्रवार को तीन साल पूरे हो रहे हैं। इन तीन साल में सरकार में कई उतार-चढ़ाव भी आए, लेकिन कोरोना काल में कई चुनौतियों के बावजूद प्रदेश में विकास की रफ्तार नहीं रुकी। गहलोत ने तीन साल में चिकित्सा इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के साथ ही रिफाइनरी जैसे कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं को नई गति प्रदान की। कोरोनाकाल में कुशल प्रबंधन कर अपने अनुभव और सूझबूझ का देश-दुनिया में लोहा मनवाया, लेकिन सियासी संकट का भी सामना किया, जिसके चलते 34 दिन सरकार बाड़ाबंदी में रही। गहलोत के प्रभावी नेतृत्व के चलते सरकार पर कोई संकट नहीं आया। तीसरी वर्षगांठ के नजदीक आते-आते मंत्रिमण्डल का भी विस्तार भी हुआ। अब राजनीतिक नियुक्तियां भी जल्द होने की उम्मीद है।

501 में से करीब 70 फीसदी वादे पूरे

कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र को सरकार बनते ही उसे सरकारी दस्तावेज बनाकर जनघोषणा पत्र का नाम दिया। सरकार ने तीन साल में जन घोषणा पत्र के 501 वादों में से करीब 70 फीसदी वादे पूरे कर दिए हैं, जबकि अन्य पर काम जारी है।

तीन साल में ये महत्वपूर्ण फैसले किए

    मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना का शुभारंभ
    आर्थिक आधार पर सवर्णों को दस फीसदी आरक्षण
    लघु एवं मध्यम उद्योग इकाइयों को रजिस्ट्रेशन में छूट
    प्रशासन शहरों एवं गांवों के संग अभियान
    किसानों के लिए अगले वित्तीय वर्ष से अलग बजट पेश करने की घोषणा
    इंदिरा प्रियदर्शनी योजना के लिए फण्ड का गठन
    थानों में अनिवार्य रूप से एफआईआर दर्ज करने की सुविधा
    24 दिसंबर को कैबिनेट की पहली बैठक में ही पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के कई फैसले बदले
    राहुल गांधी के किसानों की कर्जमाफी का पूरा किया वादा
    पंचायतीराज चुनावों में शैक्षणिक योग्यता और निकाय प्रमुख के सीधे चुनाव का फैसला बदला
    राज्य की सभी 144 मंडियों को इनाम पोर्टल से जोड़ा गया
    हस्तशिल्प और हथकरघा निदेशालय का गठन
    राजीव गांधी सेवा केन्द्रों को ई-लाइब्रेरी से जोड़ा
    प्रदेश में नई शिक्षा नीति बनाने की दिशा में काम हुआ
    बंद किए गए 20000 स्कूलों की समीक्षा कर नए सिरे से खोले गए
    महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम के स्कूल खोले
    राज्य की सभी पंचायत समितियों में बालिका छात्रावास बनाए गए
    मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजना में कैंसर, ह्दय, सांस, गुर्दा रोग की दवा को शामिल
    राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत 28 लाख बीपीएल के 1.17 करोड़ स्टेट बीपीएल के 29 लाख यानी कुल 1 करोड़ 74 लाख लाभार्थियों को एक मार्च 2019 से एक रुपए प्रति किलोग्राम की दर से गेहूं वितरण
    राज्य की नई राजस्थान पर्यटन नीति बनीं, 100 करोड़ रुपए के पर्यटन विकास कोष का गठन
    महिला सुरक्षा और महिला सशक्तिकरण की दिशा में राज्य में 24 घंटे महिला हेल्पलाइन
    पांच श्रेणी में ट्यूबवैल खोदने के लिए एनओसी लेने की बाध्यता खत्म
    पंचायतों का नए सिरे से पुनर्गठन का काम पूरा किया।
    हरिदेव जोशी पत्रकारिता और डॉ. अम्बेडकर लॉ विश्वविद्यालय फिर से शुरू किया


36 कौम मुझे प्यार नहीं करती तो तीसरी बार सीएम नहीं बनता: मेरी जाति का मैं खुद एक ही एमएलए हूं-गहलोत
 सियासी संकट से उबरकर सरकार चला रहे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विरोधियों का नाम लिए बिना कहा कि ‘36 कौम उन्हें प्यार करती हंै और उन पर विश्वास करती हैं, जिसके चलते वो आज तीसरी बार राजस्थान के मुख्यमंत्री के रूप में काम कर रहे हैं।’ सीएम ने कहा कि वे जिस जाति से आते हैं, उसके तो वो एकमात्र ही विधायक हैं और जाति-पाति के हिसाब से वह मुख्यमंत्री नहीं बन पाते।


गहलोत ने गुरुवार को बिड़ला सभागार में डॉ. भीमराव अंबेडकर लॉ विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए यह बात कहीं। सीएम ने कहा कि मुझे खुशी है कि मैंने जो सपना देखा था अंबेडकर विश्वविद्यालय का, वह आखिरकार पूरा हुआ। मुझे तो ऐसा लगता है कि मेरे सपनों को पूरा करने के लिए ही प्रदेश की जनता ने मुझे तीसरी बार मुख्यमंत्री बनाया है, क्योंकि और कोई कारण ही नहीं है कि जाति-पाति के हिसाब से मैं तीसरी बार मुख्यमंत्री बन पाता। गहलोत ने कहा कि मुझे 36 कौम का प्यार मिला, इसी कारण मैं आज आपके सामने खड़े होकर दो बात कह पाने की स्थिति में हूं।
 

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