भारत-फ्रांस संबंध

भारत-फ्रांस संबंध

रूस के राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा के बाद अब फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली की भारत यात्रा भी भारत-फ्रांस संबंधों की मजबूती का संकेत देती है।

रूस के राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा के बाद अब फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली की भारत यात्रा भी भारत-फ्रांस संबंधों की मजबूती का संकेत देती है। राष्ट्रपति पुतिन तो भारत-रूस संबंध को अटूट कह गए थे, तो फ्रांस की रक्षा मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात के बाद एक महत्वपूर्ण बयान में कहा कि जरूरत पड़ने पर फ्रांस भारत को अतिरिक्त राफेल युद्ध के विमान देने को तैयार है। कोविड-19 महामारी के बावजूद फ्रांस ने निर्धारित समय पर 33 राफेल लड़ाकू विमानों की आपूर्ति की है। भारत ने सितंबर 2016 में फ्रांस के साथ करीब 59 हजार करोड़ के 36 राफेल विमानों की खरीद का समझौता किया था। फ्रांस भारत के साथ 36 और राफेल विमानों की खरीददारी के लिए वार्ता के लिए इच्छा जता रहा है। इसके अलावा पार्ली ने चीन के बारे में जो बयान दिए हैं इससे स्पष्ट है कि भारत-फ्रांस के विचार समान हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि हिन्द प्रशांत तथा दक्षिण चीन सागर में चीन काफी आक्रामक होता जा रहा है जो उचित नहीं है। नौवहन की स्वतंत्रता एवं अंतरराष्ट्रीय नियमों के अनुपालन की जरूरत है, लेकिन मानने को तैयार नहीं है। माना कि चीन के साथ व्यापारिक साझेदारी हैं लेकिन क्षेत्र में बढ़ती आक्रामकता से उससे कई देश नाराज हैं। भारत भी पार्ली के बयान को सही मानता है। पार्ली ने अपनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के साथ कई मसलों पर चर्चा की  और बहु ध्रुवीय व्यवस्था बनाने और अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था में कानून के शासन की रक्षा के लिए भारत की भागीदारी की मांग की। यह मांग अपने आप में काफी महत्वपूर्ण है। पार्ली ने राजनाथ सिंह के साथ बातचीत में समुद्री सुरक्षा, संयुक्त अभ्यास, राफेल की समय पर आपूर्ति, आतंकवाद से मुकाबला और मेक-इन-इंडिया परियोजनाओं पर चर्चा की। पार्ली की भारत यात्रा से भारत-फ्रांस संबंधों को नया आयाम मिला है। 1980 के दशक की शुरूआत में फ्रांस ने भारत के साथ अपने रिश्ते मजबूत करने की कोशिश शुरू की थी, जो आज काफी मजबूत हो चली है। इस समय भारत में एक हजार फ्रांसीसी कंपनियां हैं जिनमें तीन लाख भारतीयों को रोजगार मिला हुआ है। फ्रांस में भी 130 भारतीय कंपनियां काम कर रही हैं। बदलती परिस्थितियों में फ्रांस भारत का सच्चा मित्र साबित रहा है।

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