G20 Summit@Jaipur: मोदी ने किया संबोधित- भारत को तीसरीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए प्रतिबद्ध
भारत पिछले 9 वर्षों में 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना
सरकार भारत को तीसरी सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री ये कहा कि व्यापार ने विचारों, संस्कृतियों और प्रौद्योगिकी के आदान-प्रदान को बढ़ावा दिया है।
जयपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जयपुर में आयोजित जी20 व्यापार और निवेश मंत्रियों की बैठक को संबोधित किया। मोदी ने कहा कि भारत पिछले 9 वर्षों के दौरान 5वीं सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था बन गया है। सरकार भारत को तीसरी सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री ये कहा कि व्यापार ने विचारों, संस्कृतियों और प्रौद्योगिकी के आदान-प्रदान को बढ़ावा दिया है।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और फ्रांस के विदेश व्यापार मंत्री ओलिवर बेच्ट ने संयुक्त रूप से जयपुर में आयोजित जी20 टीआईएमएम में "नवरत्न" प्रदर्शनी का किया उद्घाटन
वाणिज्य और उद्योग मंत्री, पीयूष गोयल, और ओलिवियर बेच्ट, विदेश इकनोमिक अट्रॅक्टिवेनेस्स और फ्रेंच नेशनल्स एब्रॉड, फ्रांस सरकार, जो वर्तमान में जी20 ट्रेड और जयपुर में इन्वेस्टमेंट वर्किंग ग्रुप मीटिंग्स (TIMM) में भाग ले रहें है तथा, "नवरत्न" प्रदर्शनी का उद्घाटन किया, जो चंद्र महल, सवाई मान सिंह महल, रामबाग पैलेस होटल, जयपुर में G20 TIMM के मौके पर आयोजित की गई।
जी20 ट्रेड और इन्वेस्टमेंट मिनिस्टीरियल मीटिंग के अनुरूप प्रदर्शनियों की एक श्रृंखला का हिस्सा, "नवरतन" प्रतिष्ठित जी20 प्रतिनिधियों के लिए एक आकर्षक कलाकृतियों को पेश किया गया, जो रत्न तथा आभूषण, टैक्सटाइल औऱ हैंडक्राफ्ट में शहर की विशेषज्ञता को प्रदर्शित करती है। थीम "नवरत्न" की अवधारणा के इर्द-गिर्द घूमती है, जो विभिन्न रंगों में नौ कीमती स्टोन का प्रतीक है और राजस्थान के आभूषणों, पारंपरिक शिल्प और जीवंत वस्त्रों पर उनके प्रभाव से इस क्षेत्र की विविध विरासत के योगदान को इंगित करता है। इस व्यापक प्रदर्शनी का उद्देश्य इन क्षेत्रों में घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय स्टेकहोल्डरों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना, निवेश को प्रोत्साहित करना और व्यापार को बढ़ावा देना है।
पीयूष गोयल ने ओलिवियर बेचट के साथ एक्सपीरियंसजोन में कारीगरों के साथ बातचीत की। उन्होंने विभिन्न रत्नों और आभूषणों की वस्तुओं और राजस्थान के स्वदेशी वस्त्रों जैसे दाबू, ब्लॉक प्रिंट, बंधनी, गोट्टा पट्टी, रैली पैच वर्क और कोटा डोरिया की विस्तृत विविधता को तैयार करने की जटिल प्रक्रियाओं के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की। इसके अलावा, पारंपरिक हस्तशिल्प जैसे अलंकृत और नक्काशीदार बक्से, सजी हुई मूर्तियाँ, संगमरमर की सोने की पत्ती का काम, हाथ से चित्रित लकड़ी के हस्तशिल्प, जड़ाई का काम और जोधपुर जूतियों के बारे में भी उन्होंने जानना चाहा।
जेम एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (जीजेईपीसी) द्वारा आयोजित रत्न और आभूषणों का प्रतिनिधित्व करने वाले मनोरम अनुभव क्षेत्र ने राजस्थान को एक प्रमुख वैश्विक आभूषण केंद्र के रूप में प्रदर्शित किया। इस नवोन्मेषी क्षेत्र ने प्रतिनिधियों को आभूषण बनाने की जटिल कला में डुबो दिया, जिसमें कुंदन मीना की पारंपरिक कला, हीरे और कीमती रत्नों की खदानों से बाजार तक की यात्रा और प्रत्येक निर्माण में होने वाली सूक्ष्म शिल्प कौशल प्रक्रिया का प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शनी में विशिष्ट स्टैंड या सेंटर ऑफ अट्रैक्शन था कलर्ड जेम स्टोन के सबसे सुंदर स्पेक्ट्रम जो उनके रफ से लेकर कट औऱ पॉलिशड की प्रक्रिया के साथ – साथ किस सुदंरता से उन्हें अनेको पीसों में जड़ित किया जाता है के बारे में भी प्रदर्शित किया गया।
जीजेईपीसी के अध्यक्ष विपुल शाह ने कहा कि प्रदर्शनी परंपरा और आधुनिकता के सहज मिश्रण का उदाहरण है जो जयपुर के उद्योगों की विशेषता है।
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