हाड़ौती में खुले चार नए महाविद्यालय
अब विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए नहीं जाना पडेगा घर से दूर
उच्च शिक्षण संस्थाओं में राजसेस सोसायटी द्वारा विद्या संबल योजना के तहत शिक्षकों को नियुक्त किया जाएगा।
कोटा। सरकार ने हाड़ौती को सौगात देते हुए 4 नए महाविद्यालय खोले हैं, जो इसी सत्र से संचालित किए जा रहे हैं। विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए जिला मुख्यालय पर जाना नहीं पड़ेगा। उन्हें अब घर के पास ही उच्च शिक्षा मिल सकेगी। यह सभी कॉलेज राजसेस सोसायटी के माध्यम से संचालित किए जाएंगे। दरअसल, मुख्यमंत्री ने अपने कार्यकाल के आखिरी बजट प्रदेश में 45 नए कॉलेज खोलने की घोषणा की थी। जिसके तहत हाड़ौती के तीन जिलों बूंदी, बारां और झालावाड़ में चार नए महाविद्यालय खुले हैं। इन कॉलेजों में शिक्षा सत्र 2023-24 में विद्यार्थियों के प्रवेश लिए गए हैं। इन उच्च शिक्षण संस्थाओं में राजसेस सोसायटी द्वारा विद्या संबल योजना के तहत शिक्षकों को नियुक्त किया जाएगा। इसके लिए आयुक्तालय के निर्देश पर नए महाविद्यालयों के नोडल कॉलेजों द्वारा विद्या संबल शिक्षकों के आवेदन लिए जा रहे हैं।
यहां खुले नए कॉलेज
मुख्यमंत्री बजट घोषणा के तहत बारां जिले के सीसवाली, शाहबाद, झालावाड़ के तालेड़ा उपखण्ड मुख्यालय और झालावाड़ जिले के असनावर को नए राजकीय महाविद्यालय की सौगात मिली है। इन कस्बों के विद्यार्थियों को अब उच्च शिक्षा के लिए जिला मुख्यालय पर जाना नहीं पड़ेगा। उपखण्ड स्तर पर ही कॉलेज संचालित होने से समय की बचत होने के साथ घर के पास ही शिक्षण सुविधा मिल सकेगी। साथ ही जिला कॉलेजों का भार भी कम होगा।
बारां में 19 कॉलेज
राजकीय महाविद्यालयों के मामले में बारां जिला सबसे ज्यादा 19 कॉलेजों के साथ हाड़ौती में अव्वल है। जबकि, कोटा जिले में 12 ही गवर्नमेंट कॉलेज हैं। गत वर्ष में भी बारां जिले में 4 कन्या महाविद्यालय और 2 कृषि महाविद्यालय खोले गए थे। जिनमें पहला सत्र भी पूरा हो चुका है। ऐसे में बालिकाओं को शिक्षा के लिए घर से दूर जाने की समस्याओं से भी निजात मिल गई।
प्राइवेट कॉलेजों की मोटी फीस से विद्यार्थियों को मिलेगी राहत
सरकारी कॉलेजों के मुकाबले प्राइवेट कॉलेजों में प्रथम वर्ष की फीस 4 गुना अधिक है। राजकीय महाविद्यालयों में आटर्स, कॉमर्स व साइंस किसी भी संकाय से प्रथम वर्ष की पढ़ाई करीबन 5 से 7 हजार रूपए में पूरी हो जाती है। जिसमें कॉलेज फीस, सेमेस्टर एग्जाम फॉर्म फीस, प्रेक्टिकल, असाइनमेंट शामिल हैं। जबकि, यही पढ़ाई प्राइवेट कॉलेजों में करीब 20 से 24 हजार में पूरी होती है।
पिछले वर्ष संभाग को मिले थे 5 कन्या महाविद्यालय
बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने मुख्यमंत्री बजट घोषणा के अनुरूप सत्र 2022-23 में कोटा संभाग को 5 राजकीय कन्या कला महाविद्यालय की सौगात दी थी। जिनमें कोटा में राजकीय कन्या महाविद्यालय रामपुरा, राजकीय महाविद्यालय नाहरगढ़ बारां, छबड़ा, अटरू और राजकीय कला महाविद्यालय केलवाड़ा शामिल हैं। इन सभी कॉलेजों में 200-200 सीटों पर विद्यार्थियों को दाखिला दिया गया। इनके संचालन के लिए जेडीबी आटर्स कोटा, राजकीय महाविद्यालय बारां, गवर्नमेंट कॉलेज अटरू व राजकीय कन्या महाविद्यालय बारां के प्राचार्यों को नोडल आॅफिस नियुक्त किया। जिनकी देखरेख में इन महाविद्यालयों का संचालन किया जा रहा है।
शिक्षा की राह होगी आसान
उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सरकार का यह प्रयास सराहनीय है। दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों में नए कॉलेज खुलने से विद्यार्थियों की उच्च शिक्षा पाने की राह आसान हो गई है। वहीं, संभागीय व जिला मुख्यालय के कॉलेजों में विद्यार्थियों का भार कम होगा, अब उन्हें शिक्षा के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा बल्कि घर के पास ही उच्च शिक्षा मिल सकेगी।
- डॉ. रघुराज सिंह परिहार, क्षेत्रीय सहायक निदेशक, कॉलेज आयुक्तालय
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