असर खबर का - रोड नहीं तो वोट नहीं, राजनैतिक पार्टियों का गांव में प्रवेश रोका

समस्याओं को लेकर ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव में मतदान नहीं करने का किया ऐलान, लगाया बैनर

असर खबर का - रोड नहीं तो वोट नहीं, राजनैतिक पार्टियों का गांव में प्रवेश रोका

ग्रामीणो का कहना है कि गांव मे 8 वी तक स्कूल है आगे पढने के लिए कच्चे मार्ग से जाना पड़ता है।

केबल नगर। लाडपुरा विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत कोलाना के पांच गांव दमदमा, माणकचौक, सातधारा, फाटका डाबरा व सारंगपुर के ग्रामीणों ने एकजुट होकर आगामी लोकसभा चुनाव मे मतदान का बहिष्कार किया है। ग्रामीणो ने एकजुट होकर गांव के चौराहे पर चुनाव बहिष्कार का बैनर लगा दिया है तथा बैनर पर लिखा दिया है की रोड नही तो वोट नही, राजनैतिक पार्टियों का गांव में प्रवेश करना सख्त मना है। ग्रामीणों का कहना है कि इन गांवों के लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है पूरे देश में सड़कों का जाल बिछ रहा है तथा शहरों तक पहुंचने के लिए लोगों की राह आसान हो रही है वही कोलाना पंचायत क्षेत्र के वाशिंदे आज भी सड़क जैसी मूलभूत सुविधा से महरूम है तथा लोगो को कच्चे मार्ग से 8-10 किलोमीटर चलकर पंचायत मुख्यालय तक आना पडता है वही कच्चे मार्ग से आने जाने मे आए दिन ग्रामीण गिरकर चोटिल हो रहे हैं। वहीं कई बालक बालिकाओं ने इस मार्ग की दुर्दशा से आने जाने मे परेशानी के चलते पढ़ाई छोड़ दी। ग्रामीणों का कहना है कि चुनाव के समय जनप्रतिनिधि अपनी पार्टी के पक्ष में मतदान करवाने के लिए अपील करने आते हैं और सड़क निर्माण करवाने का आश्वासन भी देते हैं परन्तु चुनाव समाप्त होने के बाद कोई भी जनप्रतिनिधि इन गांवो की ओर रुख नहीं करता है तथा समस्या जस की तस बनी हुई है। इस संबंध में कई बार ज्ञापन भी दे चुके हैं लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो रहा है है।

कई छात्र-छात्राओं ने छोड़ दी पढाई 
ग्रामीणो का कहना है कि गांव मे 8 वी तक स्कूल है आगे पढने के लिए कच्चे मार्ग से जाना पड़ता है। ऐसे में बालक बालिकाऐं परेशानी के चलते पढ़ाई नही कर पाते। बालक तो जैसे तैसे कच्चे मार्ग से चल जाते हैं लेकिन बालिकाऐ उस मार्ग से नही आ जा सकती तो पढाई छोडने पर मजबूर होना पडता है।

इनका कहना है
इस समस्या को लेकर हमने कई बार चुनाव के समय आने वाले जनप्रतिनिधियों से शिकायत की है लेकिन चुनाव न होने तक तो आश्वासन देते रहते हैं और चुनाव जीत जाने के बाद हम लोगों को भूल जाते हैं और समस्या का समाधान भी नहीं करवाते।
- शिवराज रेबारी, निवासी 

कोलाना गांव से रोज सैकड़ो लोग  व्यापार करने के लिए दूर दराज गांव में जाते हैं सड़क खराब होने के कारण कई बार जाते समय हम चोटिल हो जाते हैं लेकिन सड़क पूरी तरह खराब होने कारण  समय की भी बहुत हानि होती है
- गोविंद रेबारी, निवासी

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हमें केवल आश्वासन पर आश्वासन ही मिला है ना कोई सड़क मिली ओर न ही अन्य मूलभूत सुविधाएं।
- हरिराम गुर्जर, समाजसेवी 

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मैंने कई बार प्रशासन को गांव की समस्या से अवगत करवाया। फिर भी प्रशासन द्वारा हमें सिर्फ कोरा आश्वासन दिया जाता है।  कोलाना पंचायत क्षेत्र के कई गांव में आज भी पक्की सड़क नहीं है। इसलिए ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार किया है कि जब तक समस्या का हल नहीं होगा हम चुनाव का बहिष्कार करेंगे।
- भूरी बाई, सरपंच, कोलाना पंचायत

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