उच्च शिक्षा से वंचित हो रही हैं गांवों की बेटियां
लंबे समय से केशवरायपाटन विधानसभा क्षेत्र में कॉलेज की है दरकार
गांव से दूर कॉलेज होने पर अभिभावक बेटियां को बाहर भेजने से है कतराते।
करवर। बूंदी जिले के केशवरायपाटन विधानसभा क्षेत्र की बेटियां कॉलेज के अभाव में उच्च शिक्षा से वंचित रह जाती है। अधिकतर अभिभावक बेटियों को घर से दूर नहीं भेजते है। इस वजह से 12 वीं की शिक्षा के बाद लड़कियां उच्च शिक्षा प्राप्त करना सपना बन कर ही रह जाता है। केशवरायपाटन के साथ करवर में डिग्री कॉलेज नहीं होने से उच्च शिक्षा के लिए विद्यार्थियों का भविष्य अधर में लटका हुआ है।
उच्च शिक्षा के लिए सैंकड़ों किमी का फासला
छात्र-छात्राएं पलायन कर उच्च शिक्षा के लिए दूसरी जगह पर जाते हैं। कुछ तो सुविधा के अभाव में डिग्री की शिक्षा प्राप्त ही नहीं करते। कारण की आस - पास कोई डिग्री कॉलेज ना होने से उनका मनोबल टूट जाता है। उसके साथ-साथ अभिभावकों को उसके खर्चा न उठाने की स्थिति में उनकी शिक्षा अधूरी रह जाती है। इसके चलते गरीब व प्रतिभाशाली विद्यार्थी शिक्षा से वंचित रह जाते हैं।
कॉलेज के लिए 100 किमी दूर जाने की मजबूरी
केशवराय पाटन विधानसभा में करवर क्षेत्र की 14 ग्राम पंचायतों के ग्रामीण क्षेत्र के छात्र छात्राएं को 50 से लेकर 100 किलोमीटर दूर रहकर शिक्षा प्राप्त करना मजबूरी है। करवर क्षेत्र से कोटा की दूरी 100 किमी है। इसी प्रकार बूंदी 65 किमी, टोंक के लिए 75 किमी और सवाई माधोपुर 55 किमी दूर है। ऐसे में विद्यार्थियों को घर परिवार को छोड़ कर दूर जाने को मजबूर है। लेकिन बहुत से विद्यार्थी इस स्थिति में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए इतना दूर नहीं जा पाते। विशेष रूप से बालिकाओं को उच्च शिक्षा के लिए अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है और अधिक दूरी होने से ग्रामीण क्षेत्र की कहीं बालिकाएं अपनी उच्च शिक्षा हासिल नहीं कर पाती और अभिभावक भी अपनी लड़कियों को अन्यत्र शिक्षा के लिए भेजने से कतराते हैं अगर करवर कस्बे में डिग्री कॉलेज हो जाए तो इस क्षेत्र में भारी संख्या में छात्र-छात्राएं उच्च शिक्षा प्राप्त करने में समर्थ और सक्षम हो सकेंगे। कमजोर वर्ग के बच्चे जो पैसों के अभाव में कालेज की। शिक्षा नही ले पाते है वे डिग्री कर सकेंगे।
छात्राओं का क्या है कहना
कस्बे में डिग्री कॉलेज का नहीं होना इस क्षेत्र के छात्र छात्राओं को परेशानी होती है। इसलिए ग्रामीण क्षेत्र की छात्राएं उच्च शिक्षा से वंचित हो रहीं हैं।
- मनीषा वर्मा,ड्रॉप आउट छात्रा
कॉलेज की मांग को लेकर कस्बे वासी वर्षों से मांग कर रहे हैं , यदि कस्बे में कॉलेज खुलता है तो इस क्षेत्र सहित केशवरायपाटन विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों के छात्र - छात्राओं को भी उच्च शिक्षा का लाभ मिलेगा।
- शशि शर्मा, शिक्षाविद शिक्षिका करवर
करवर क्षेत्र का दुर्भाग्य है कि कस्बे में डिग्री कॉलेज नहीं है,इसलिए यहां के छात्र छात्राओं को बूंदी या कोटा में रहकर उच्च शिक्षा प्राप्त करने की मजबूरी है।
- सोनम फुलवाडीया,छात्रा करवर
करवर कस्बे में महाविद्यालय खुलने से इंदरगढ़ क्षेत्र सहित करवर क्षेत्र की 14 ग्राम पंचायतों की ग्रामीण बेटियां के लिए उच्च शिक्षा की दूरी कम हो जाएगी और युवाओं को अधिक लाभ मिलेगा।
- प्रेम चंद मेवलिया,समाज सेवी
करवर कस्बे में राजकीय महाविद्यालय खुलना जरुरी है आस - पास कोई महाविद्यालय नहीं होने से ग्रामीण छात्र - छात्राओं को कोटा , बूंदी, टोंक व सवाई माधोपुर जाकर कॉलेज में एडमिशन लेना मजबूरी है।
- जानवी जैन , करवर बी ए प्रथम वर्ष की छात्रा
कस्बे में महाविद्यालय खुलना जरुरी है जिससे क्षेत्र में अन्यत्र पठाई कर रहे छात्र छात्राओं को राहत मिल सके और अभिभावकों को आर्थिक नुकसान से बचा जा सकेञ
- प्रिया वर्मा, छात्रा
विधानसभा क्षेत्र में राजकीय महाविद्यालय खोलने की मांग विधानसभा में कई बार उठाई गई ,लेकिन पूर्व की राज्य सरकार ने गंभीरता नहीं दिखाई क्षेत्र में छात्र हित की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए केशवरायपाटन विधानसभा क्षेत्र में राजकीय महाविद्यालय खुलना चाहिए उसके लिए प्रयासरत हैं।
- पूर्व विधायक चंद्रकांता मेघवाल
इनका कहना है
केशवरायपाटन विधानसभा में एक कॉलेज स्वीकृत करा लिया गया है। इसके लिए उच्च शिक्षा मंत्री ने हामी भर ली है। अब कौन सी जगह कॉलेज खुलेगा इसका अभी पता नहीं है। अब जो कोटा-बूंदी के सांसद बनेगा वो आगे की कार्रवाई करवाएंगे।
- सीएल प्रेमी, केशवरायपाटन विधायक
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