ट्रैक्टर ट्रॉलियां बन रही यमदूत, ना लोगों को डर ना प्रशासन को चिंता
हर हादसे में जाती हैं दर्जनों जानें, फिर नहीं ले रहे कोई सबक
शहर के भीतर ट्रैक्टर ट्रॉलियों का उपयोग भी लगातार बढ़ता जा रहा है, जो हादसों को और न्यौता दे रहा है।
कोटा। झालावाड़ से मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले में गई बारातियों से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली रविवार देर रात को भीषण हादसे का शिकार हो गई जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई और 40 से ज्यादा लोग घायल हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार ट्रैक्टर ट्रॉली में 50 से अधिक बाराती सवार थे, जो बिना किसी सुरक्षा के बैठे थे। इसी तरह पिछले साल भी कोटा में रंथकांकरा और दोलतगंज के बीच एक ट्रैक्टर ट्रॉली दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी जिसमें 24 लोग घायल हो गए थे वहीं 2 लोगों की उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था। इन हादसे के अलावा भी सवारियों से भरी टैÑक्टर ट्रॉली के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबरें आती रहती हैं। लेकिन इन पर किसी प्रकार की कारवाई नहीं होती, जिस कारण ये ट्रैक्टर ट्रॉली लोगों की जान के लिए यमदूत बने घूम रहे हैं। जा चुकी हैं सैकडों जानें प्रशासन को किसका इंतजार: ट्रैक्टर ट्रॉली के पलटने से होने वाले ऐसे हादसों में एक साथ दर्जनभर जाने जाती हैं। कई बार देखा गया है कि ड्राइवर खतरनाक तरीके से ट्रैक्टर ट्रॉली को चलाता है जो खुद के साथ अन्य वाहन चालकों की जान को भी खतरे में डाल रहे होते हैं। इन सब के बीच परिवहन विभाग और यातायात पुलिस की जिम्मेदारी बढ़ जाती है। जिनकी तरफ से इन हादसों को रोकने के लिए कोई सख्त कारवाई नहीं की जाती है। ग्रामीण इलाकों के अलावा शहरी क्षेत्रों में भी ऐसे दृश्य देखने को मिल जाते हैं जहां एक ही ट्रॉली में 40 से 50 लोग बैठे रहते हैं।
सवारी बिठाना गैर कानूनी तो कारवाई क्यों नहीं
इस मामले पर प्रादेशिक परिवहन अधिकारियों से बात की तो उन्होंने बताया कि टैÑक्टर ट्रॉली का उपयोग केवल कृषि कार्यों में ही किया जा सकता है। अगर किसी को इसका व्यवसायिक उपयोग करना है तो उसके लिए पहले ट्रैक्टर ट्रॉली का व्यवसायीक पंजीकरण कराना आवश्यक है। बिना पंजीकरण के कृषि से अलग उपयोग गैर कानूनी है। लेकिन कोटा में भी कई बार ट्रैक्टर ट्रॉली वाले मजदूरों और बारातियों को बिठाए दिख जाते हैं जिन पर कोई कारवाई नहीं होती। वहीं शहर के भीतर ट्रैक्टर ट्रॉलियों का उपयोग भी लगातार बढ़ता जा रहा है। जो हादसों को और न्यौता दे रहा है।
लोगों का कहना है
शादी के दौरान बारातियों को लाने ले जाने के लिए ट्रैक्टर ट्रॉली के उपयोग पर रोक लगनी चाहिए क्योंकि ये बहुत खतरनाक होती हैं, और इनमें सुरक्षा के नाम पर कुछ नहीं होता।
- राहुल नागर, धाकड़खेड़ी
ट्रैक्टर ट्रॉली से होने वाले हादसों में एक साथ कई जाने जाती हैं, क्योंकि ट्रॉलियों बिल्कुल खुली हुई होती है, ऐसे में हादसे के दौरान इंसान को गंभीर चोट लगाने की भारी संभावना रहती है।
- दीपक कुमार, रायपुरा
ऐसे हादसे अधिकतर किसी बारात या रसोई में जाने के लिए ट्रैक्टर ट्रॉली का उपयोग करने से होते हैं क्योंकि ट्रॉलियां तेज रफ्तार में बहुत जल्दी अनियंत्रित हो जाती हैं। प्रशासन को इनके उपयोग पर सख्ती से कारवाई करनी चाहिए।
- मुकेश मेहता, प्रेमनगर
इनका कहना है
ट्रैक्टर ट्रॉली का बिना पंजीकरण के व्यवसायिक उपयोग गैर कानूनी है ऐसा करने वालों पर कारवाई की जाती है जिसमें चालान से लेकर वाहन जब्त किया जा सकता है। कोटा में ऐसी घटनाओं की रोकथाम के लिए अभियान चलाके कारवाई करेंगे।
- दिनेश सिंह सागर, प्रादेशिक परिवहन अधिकारी, कोटा
कोटा शहर के भीतर ट्रैक्टर ट्रॉली में सवारी बिठाने पर कारवाई की जाती है। साथ ही शहर के भीतर खतरनाक तरीके से ट्रैक्टर ट्रॉली चलाने वालों पर लगातार कारवाई जाती है। ऐसी दुर्घटनाओं पर रोक लगे ये सुनिश्चित करने के लिए टैक्टर ट्रॉली वालों पर कारवाई करेंगे।
- कमलप्रसाद मीणा, पुलिस उप अधीक्षक, यातायात कोटा शहर
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