निगम की रोड लाइटें लगाने में हो रहा खेला
ठेकेदार के कर्मचारी रुपए लेकर एक जगह से खोल दूसरी जगह पर लगा रहे लाइटें
भाजपा पार्षद ने निगम अधिकारियों से की शिकायत।
कोटा। शहर में रात के समय में रोड लाइटों की सभी को जरुरत है लेकिन कई जगह पर रात को अंधेरा रहता है तो कहीं आधी अधूरी लाइटें जल रही हैं। ऐसा रोड लाइटों को लगाने में चल रहे खेले के कारण हो रहा है। नगर निगम कोटा दक्षिण के भाजपा पार्षद सुरेन्द्र राठौर ने आरोप लगाया है उनके वार्ड में कई जगह पर खम्बों पर रोड लाइटें नहीं है। जब वे निगम में लाइटों के लिए जाते हैं तो अधिकारियों द्वारा उन्हें इसका ठेका खत्म होना बताकर लाइटें लगाने से मना कर दिया जाता है। लेकिन वहीं कई प्रभावशाली लोग ठेकेदार से बात कर लाइटें लगाने को कहते हैं तो वह उनसे 500 से 1000 रुपए लेकर लाइटें लगा रहे हैं। लेकिन ऐसा नई लाइटें लगाकर नहीं किया जा रहा। वरन् एक जगह से लाइट खोलकर दूसरी जगह पर लगाई जा रही है। राठौर ने आरोप लगाया कि ऐसा उनके वार्ड में हुआ है। जब उन्होंने इसकी जानकारी की तो पता चला कि ठेकेदार के कर्मचारी गुमानपुरा कैनाल रोड व वार्ड 23 के अंदॅरूनी इलाकों में लगे बिजली के खम्बों से लाइटें खोलकर एक जगह से दूसरी जगह पर लगा रहे हैं। जिससे गुमानपुरा के वार्ड में कई खम्बों से तो तार समेत ही रोड लाइटें गायब हो गई हैं। जिससे वहां रात के समय अंधेरा रहने लगा है। ऐसा किसी एक दो वार्ड में नहीं वरन् पार्षद शानू कश्यप व दिलीप नायक समेर कई अन्य पार्षदों के वार्ड में भी हो रहा है।
न्यास की सजावटी लाइटें हो रही चोरी
वहीं दूसरी तरफ नगर विकास न्यास की ओर से शहर में मुख्य मार्गों समेत कई जगह पर सजावटी(डेकोरेटिव) लाइटें लगाई गई है। उन्हें स्मैकची व चोर चोरी करब ले जा रहे हैं। किसी के तार तोड़कर तो किसी के चलती लाइन से लाइटें चोरी हो रही हैं। निगम की 35 हजार रोड लाइटें: शहर का विकास व विस्तार हो रहा है। उसके हिसाब से शहर में मेन रोड से लेकर वार्डों में रोड लाइटें लगाई गई है। जानकारी के अनुसार रोड लाइटें लगाने का काम नगर निगम व नगर विकास न्यास द्वारा किया जाता है। शहर में दोनों नगर निगमों की ओर से करीब 35 हजार रोड लाइटें लगाई गई है। जबकि नगर विकास न्यास की नए कोटा क्षेत्र में व डिवाइडर साइड पर ही 15 हजार रोड लाइटें हैं।
इनका कहना है
वार्ड में कई जगह पर रोड लाइटें नहीं है। निगम अधिकािरयों से लाइटें लगाने को कहा तो वहां ठेका खत्म होने का बहाना कर लाटिें लगाने से मना कर दिया। जबकि मेरे ही वार्ड में ठेकेदार के कर्मचारियों ने लोगों से रुपए लेकर लाइटें लगा दी। वह भी दूसरी जगह से खोलकर। जहां से लाइटें खोली वहां से तार समेत लाइटें गायब हैं। इसकी शिकायत एक दिन पहले उन्होंने निगम अधिकारियों से की है।
- सुरेन्द्र राठौर, पार्षद वार्ड 60 नगर निगम कोटा दक्षिण
मेरे वार्ड में मेन रोड पर तो फ्लाई ओवर है। उसके नीचे लाइटें लगी हुई है। मेन रोड पर कोई खम्बा नहीं है। वार्ड की गलियों में खम्बे परव रोड लाइटे हैं। वहां से इस तरह लाइटें गायब हो रही हैं इसकी मुझे जानकारी नहीं है। सि बारे में पता किया जाएगा।
- सुमन पेशवानी, पार्षद वार्ड 23 नगर निगम कोटा दक्षिण
नगर निगम में रोड लाइटें लगाने का 7 साल का ठेका था वह अप्रेल में पूरा हो गया। उसकी जगह पर स्थानीय वेंडर्स के माध्यम से रोड लाइटों की मरम्मत का काम कराया जा रहा है। मार्च में लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से नया ठेका नहीं हो सका था। अब आचार संहिता हटी है तो उसकी टेंडर प्रक्रिया की जाएगी। खम्बों से रोड लाइटें ठेकेदार के कर्मचारियों द्वारा निकालकर दूसरी जगह लगाने की शिकायत पार्षद ने की है। उसकी जानकारी संबंधित जेईएन को भेजकर करवाई है। कई जगह पर लाइटें गायब मिली है। उसकी तथ्यात्मक रिपोर्ट तैयार करवाई जा रही है। ऐसा होने पर संबंधित के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दी जाएगी।
- सचिन यादव, एक्सईएन(विद्युत) नगर निगम कोटा
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