कॉलेजों की नहीं चलेगी मनमानी, छात्रों की शिकायतें सुनेंगे लोकपाल

आरटीयू के लोकपाल सत्येन्द्र मिश्रा से नवज्योति की बातचीत

कॉलेजों की नहीं चलेगी मनमानी, छात्रों की शिकायतें सुनेंगे लोकपाल

अब छात्रों की शिकायतों पर ना केवल शीघ्र निर्णय हो पाएगा अपितु उनके हित में आ रही अड़चनें भी दूर हो पाएंगी।

कोटा। छात्र समुदाय की शिकायतों के निस्तारण के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने सभी विश्वविद्यालयों में लोकपाल नियुक्त कर दिए हैं। कोटा के सभी छह विश्वविद्यालयों में भी लोकपाल नियुक्त कर दिए हैं। कुलपति ने इनका अनुमोदन कर दिया है। लोकपाल नियुक्ति  से तीन वर्ष तक अथवा 70 वर्ष की आयु पूरी होने तक के लिए यह नियुक्ति की गई है। अब छात्रों की शिकायतों पर ना केवल शीघ्र निर्णय हो पाएगा अपितु उनके हित में आ रही अड़चनें भी दूर हो पाएंगी। इसी संदर्भ में नवज्योति ने कोटा तकनीकी विश्वविद्यालय (आरटीयू) को नव नियुक्त लोकपाल सत्येन्द्र मिश्रा से बातचीत की। प्रस्तुत हैं उसके अंश:-
- नवज्योति-आरटीयू का लोकपाल नियुक्त किए जाने पर बधाई।  आपकी प्राथमिकताएं क्या होंगी। 
मिश्रा- विश्वविद्यालयों से सम्बद्ध कॉलेजों से अक्सर फीस ज्यादा लेने संबंधी, रिजल्ट में हेरफेर,एडमिशन में कोई गड़बड़ी, एक्जाम संबंधी शिकायत अथवा अन्य कई तरह की शिकायतें हो सकती हैं जिनसे छात्र परेशान हो सकते हैं। कई प्राइवेट कॉलेज अपनी तरफ से कुछ नियम थोप देते हैं। यह मामले न्यायालय तक पहुंचते हैं।  ऐसे मामलों को सुनने के लिए एक निर्विवाद व्यक्ति के रूप में लोकपाल की नियुक्ति की गई है। आरटीयू में फिलहाल ऐसी कोई शिकायत नहीं है।
- नवज्योति- क्या आप आरटीयू आ चुके हैं। यहां कोई शिकायत मिली
मिश्रा -हां मैं कोटा आरटीयू आ चुका हूं। वहां सभी लोगों से मिला। वहां इस प्रकार की कोई शिकायत फिलहाल नहीं है। अगर कोई शिकायत मेरे संज्ञान में आई तो मैं उस पर निर्णय लूंगा। 
- नवज्योति-स्टूडेंट किस प्रकार अपनी ग्रिविंसेज आप तक पहुंचा सकते हैं। 
मिश्रा- स्टूडेंट को पहले अपनी शिकायत देनी होगी। यह शिकायत ग्रीविंसेज कमेटी के पास जाएगी।  ग्रीविंसेज कमेटी के निर्णय से छात्र या समूह सेटिस्फाई नहीं हैं तो फिर लोकपाल के पास शिकायत आती है। लोकपाल का निर्णय अंितम होता है। 
- नवज्योति - आप की नियुक्ति से पहले की कोई शिकायत
मिश्रा- राजस्थान के तीन कॉलेज को लेकर शिकायत थी। यह लोग ज्यादा फीस वसूली कर रहे हे। लेकिन उसके पहले ही यह कॉलेज बंद कर दिए गए। लोकपाल की नियुक्ति की खबर सबको होनी चाहिए जिससे छात्रों की ग्रीवेंसेज का पता चल सके। लोकपाल कौन हैं इसकी जानकारी विश्वविद्यालय की वेब साइट पर भी होनी चाहिए। 
- नवज्योति- फिलहाल आप कहां रह रहे हैं। अपने बारे में भी बताएं
मिश्रा- मैं नोयड़ा से हूं । सेवा निवृत प्रोफेसर यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट आॅफ केमिकल टेक्नोलॉजी नार्थ महाराष्ट्र जलगांव में रहा हूं।  

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