जर्जर हालत: विद्यालय भवन की दीवार दरकी
कुंभाखेड़ी राजकीय स्कूल का मामला नौनिहालों पर मंडरा रहा खतरा, विभाग कर रहा महज खानापूर्ति
बच्चों की बैठने की अव्यवस्था एवं ऊपर से शिक्षकों की कमी के चलते यहां परेशानियों का अंबार लगा हुआ है।
हरनावदाशाहजी। हरनावदाशाहजी क्षेत्र के कुम्भाखेड़ी ग्राम पंचायत स्तर पर संचालित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में खाल की तरफ वाले दोनों कमरों के पीछे की दीवार का कुछ हिस्सा शुक्रवार को बरसात से ढह गया। दीवार लगभग 10 फीट लम्बाई में दरकने की जानकारी सामने आई है। ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय भवन जर्जर अवस्था में है। अधिकारी आते हैं और खानापूर्ति करके चले जाते हैं। अधिकारियों की अनदेखी के चलता यहां कभी भी बढ़ा हादसा हो सकता है। एक ओर राज्य सरकार शिक्षा के लिए नवाचार के प्रयास कर रही है। ढांचागत सुविधाओं के नाम पर घोषणाओं का अम्बार लग रहा है। दूसरी ओर शिक्षा के इन कथित मंदिरों की व्यथा जानने की कोशिश करें तो दबे स्वर में समस्याओं के अम्बार दिखाई देते हैं। उनको गहराई से समझने पर मानों यह समस्याएं अंतहीन सी प्रतीत होती जान पड़ रही है।
सुविधाओं की पोल खोल रहे विद्यालय
ऐसी ही परेशानियों से जूझ रहे कुंभाखेडी सीनियर स्कूल वर्ष 2015 में सीनियर स्कूल क्रमोन्नत किया गया था लेकिन सुविधाओं की पोल खोलते यहां के विद्यालय भवन की हालत ऐसी है कि 12 कक्षाओं को बिठाने के लिए महज तीन-चार कमरे ही हैं। बच्चों की बैठने की अव्यवस्था एवं ऊपर से शिक्षकों की कमी के चलते यहां परेशानियों का अंबार लगा हुआ है।
अब एक कक्षा कक्ष में ही संचालित होगी सभी कक्षाएं
विद्यालय स्टाफ से मिली जानकारी के अनुसार स्कूल में पहले ही तीन कक्षा कक्ष में 12 कक्षाएं संचालित की जा रही है। अब बरसात के मौसम में एक कक्षा कक्ष में 12 कक्षाओं को संचालित करना मुमकिन नहीं है। शुक्रवार को दीवार दरकने की सूचना दूरभाष पर मुख्य ब्लॉक शिक्षाअधिकारी को भी दी गई। अब मरम्मत करवाने का प्रयास किया जा रहा लेकिन दीवार के दूसरी जगह से ढहने की संभावना जताई जा रही है। इस प्रकार स्कूल के बच्चे जगह की तंगी से परेशान है।
नवीन बिल्डिंग बनाने की आवश्यकता
विद्यार्थियों के शिक्षण व्यवस्था में व्यवधान हो रहा है। बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। जर्जर बिल्डिंग को जमीदोंज कर नवीन बिल्डिंग बनाने की आवश्यकता है। वर्ष 2015 में सीनियर स्कूल क्रमोन्नत किया गया था। विद्यालय में कला वर्ग खुलने से गांव के लोगों को अपने बच्चों के भविष्य को लेकर नई आस बंधी थी। लेकिन सुविधाओं के नाम पर यहां कुछ भी नहीं है। विद्यालय भवन की हालत ऐसी है कि 12 कक्षाओं को बिठाने के लिए महज तीन-चार कमरे ही हैं। उनमें भी बालक बालिकाओं पर खतरा मंडरा रहा है।
- राजकुमार भील, ग्रामीण।
इस बारे में ब्लॉक लेवल से जिला लेवल तक शिकायत कर चुके हैं, लेकिन आज तक कुम्भाखेड़ी स्कूल की जर्जर बिल्डिंग की किसी ने सुध नहीं ली। साथ ही कुंभाखेड़ी के सीनियर स्कूल में पिछले कई वर्षों से अध्यापकों की कमी भी बनी हुई है। जिससे बालकों की शिक्षण व्यवस्था प्रभावित होती है।
- कैलाशचंद भील, समाजसेवी
कुंभाखेड़ी में स्कूल की दीवार का कुछ हिस्सा गिर गया। जिससे विद्यार्थियों में भय बना हुआ है। वहीं पूरा स्कूल जर्जर हो रहा है कभी भी बिल्डिंग गिर सकती है। यहां वर्तमान में सीनियर स्कूल संचालित है जबकि बिल्डिंग प्राइमरी स्कूल की ही बनी हुई है वह भी काफी जर्जर हो चुकी है।
- कमलेश सेन, समाजसेवी।
शुक्रवार को विद्यालय पहुंचने पर दीवार ढहने का पता चला तो तुरंत वहां बैठी चार कक्षाओं को अन्यत्र शिफ्ट किया गया।
- ओमप्रकाश मीना, प्रधानाध्यापक, रा0उ0 माध्य विद्यालय, कुंभाखेडी।
दीवार दरकने की सूचना मिलने पर कुंभाखेड़ी विद्यालय भवन पहुंचकर जायजा लिया। कुछ पत्थर गिर गये थे। जिनको जिनको दोबारा लगाने के निर्देश दिए गए हैं। विद्यालय भवन में आई दरारों को लेकर उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है।
- दिनेश भार्गव, मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, छीपाबड़ौद।
Comment List