स्वास्थ्य केन्द्र में सीबीसी जांच तीन माह से बंद
निजी अस्पतालों में इलाज के लिए दर-दर भटक रहे मरीज
भले ही आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के दावे करती हो लेकिन आज भी कुछ जिम्मेदार जानबूझकर अनदेखी कर रहे हैं।
छोटी सुनेल। छोटी सुनेल उन्हेंल ग्राम पंचायत के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर रोगियों को लगभग 2-3 माह से सीबीसी जांच की सुविधा नहीं मिल पा रही हैं, ऐसे में मरीजों की हालत गंभीर होने पर झालावाड़ रैफर कर दिया जाता हैं। उन्हेंल ग्राम पंचायत व इससे जुड़ने वाले करीब 8 से 10 गांव की आबादी लगभग 12-15 हजार की हैं जिनके इलाज का जिम्मा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र उन्हेंल के ऊपर है, लेकिन इतनी आबादी की बदनसीबी यह है कि उनके उपचार के लिए यहाँ महत्वपूर्ण जांच सीबीसी लगभग दो माह से सामानों की कमी के कारण नहीं हो पा रही है। भले ही आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के दावे करती हो लेकिन आज भी कुछ जिम्मेदार जानबूझकर अनदेखी कर रहे हैं, जिसकी वजह से ग्रामीण इलाकों में सरकार के दावे खोखले हो रहे हैं। मौसमी बीमारियां, तेज उमस होने के कारण बुखार, टाइफाइड, मलेरिया, डेंगु, स्क्रब टाइफस जैसी बीमारियों के इलाज के लिए बड़ी संख्या में गरीब मरीज स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचते हैं लेकिन उन्हें प्रतिदिन एक ही जवाब सुनने को मिलता हैं कि जांच करने के सामान खत्म हो रहे हैं, जाँच नहीं होने से मरीज प्राइवेट लैब पर हजारों रुपये देकर जांच कराने के लिए मजबूर होते हैं तो कुछ लोग पैसे नही होने की वजह से गोलियों के सहारे ही चलते रहते है जिससे उनकी प्लेटलेट डेंगू के चलते गिरती रहती है और उन्हें सीरियस कंडीशन की वजह से झालावाड़ रेफर किया जाता हैं।
इलाज प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र उन्हेंल में ही करा रहे हैं, लेकिन बुखार उतर नहीं पा रहा है, डॉक्टर साहब ने सीबीसी कराने के लिए बोला, लेकिन वहां पर जॉंच नहीं की गई,पूछने पर बताया कि इस जांच को करने के लिए जो जरूरी सामान होते हैं वो ही खत्म हो रहे है।
- कालु सिंह, ग्रामीण
सुनेल ब्लॉक में डिमांड कर रखी है, वो जब भी पंहुचा देंगे, जांच चालू हो जाएगी। सीबीसी जांच की जो समस्या है उसका समाधान कराने का प्रयास करेंगे।
- अंकित तिवारी, चिकित्सक अस्पताल उन्हैल, सुनेल
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