कोटा उत्तर की 8 अन्नपूर्णा रसोइयों पर लटके ताले
एमबीएस समेत कई जगह पर जरूरतमंदों को नहीं मिल रहा सस्ता भोजन
समयावधि समाप्त होने से कई दिन से हैं बंद।
कोटा । नगर निगम कोटा उत्तर क्षेत्र में 8 अन्नपूर्णा रसोईयों पर पिछले कई दिन से ताले लटके हुए हैं। रसोई संचालन करने वालों की समयावधि समाप्त होने से इनका संचालन बंद है। जिससे जरूरतमंद लोगों को उन स्थानों पर सस्ता भोजन नहीं मिल पा रहा है। पिछली कांग्रेस सरकार के समय में अगस्त 2020 में शहर में इंदिरा रसोईयां शुरू की गई थी। जिनमें 8 रुपए में जरूरतमंद लोगों को रसोईयों में बैठाकर भर पेट भोजन कराया जाता है। उस समय शुरुआत में नगर निगम कोटा उत्तर व दक्षिण में पहले चरण में 8-8 रसोईयां शुरू की गई थी। बाद में इनकी संख्या बढ़ाकर 24-24 कर दी गई थी। लेकिन रा’य में सरकार बदलने पर भाजपा सरकार ने इन रसोईयों का नाम बदलकर अन्नपूर्णा रसोई कर दिया। हालांकि अभी भी इन रसोईयों में भोजन तो 8 रुपए में ही मिल रहा है। इस बार इसमें चावल की मात्रा बढ़ा दी गई है। वहीं रसोई सचालन करने वाली संस्थाओं को सरकार की ओर से दिया जाने वाला अनुदान 17 से बढ़ाकर 22 रुपए कर दिया है। इसका मकसद जरूरतमंद लोगों को भरपेट भोजन अच्छी क्वालिटी का मिल सके।
इन क्षेत्रों में बंद हैं रसोइयां
कोटा उत्तर निगम क्षेत्र में आर्य समाज रोड स्थित हिन्दू धर्मशाला, एमबीएस अस्पताल, नदी पार कुन्हाड़ी, स्टेशन व रंगपुर समेत 8 स्थानों पर संचालित रसोईयां बंद है। ऐसे में यहां पहले से आकर खाना खाने वाले लोगों को परेशानी हो रही है। लोग यहां आते तो हैं लेकिन रसोईयों पर ताला देखकर वापस लौट रहे है। उन्हें वहां जवाब भी यही मिल रहा है कि फिलहाल रसोई बंद है। चालू होगी तब आना।
समयावधि समाप्त होने से हैं बंद
नगर निगम कोटा उत्तर के आयुक्त राजपाल सिंह ने बताया कि कोटा उत्तर में वर्तमान में 24 अन्नपूर्णा रसोईयां संचालित हो रही है। जिनमें से शुरुआत में चालू की गई 8 रसोईयों की समयावधि 3 साल की थी। जिसे गत वर्ष एक साल के लिए बढ़ा दिया था। उनकी अवधि समाप्त हो गई है। ऐसे में नए सिरे से संचालन के लिए आवेदन लए गए हैं। आवेदन प्राप्त भी हो गए हैं। उनकी प्रक्रिया चल रही है। समिति से अनुमोदन होते ही उन्हें शीघ्र ही चालू कर दिया जाएगा। आयुक्त ने बताया कि वर्तमान में 16 रसोईयां तो पूर्व की भांति संचालित हो रही है।
Comment List