दुगारी अस्पताल में कर्मचारियों का टोटा

डॉक्टर के अभाव में नर्सिंग ऑफिसर के भरोसे चल रहा अस्पताल

दुगारी अस्पताल में कर्मचारियों का टोटा

मौके पर रोगियों सहित तीमारदारों ने जताया आक्रोश।

भण्डेड़ा। क्षेत्र के दुगारी कस्बे में स्थित राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर चिकित्सा विभागीय कर्मचारियों की लंबे समय से कमी बनी हुई है। डॉक्टर नही रहने पर रोगियों को नर्सिंग ऑफिसर से उपचार लेने की मजबूरी बनी हुई है। फिर भी रोगियों की बीमारी ठीक नहीं हो रही है। जिम्मेदार के अभाव में मौके पर रखी सीबीसी मशीन आठ माह से बंद है। मजबूरन जांच के लिए भी बांसी, नैनवां, बूंदी पहुंचते है। मौके पर पर्ची काउंटर पर कर्मचारी नही होने से सफाई कर्मचारी ही पर्ची बनाते है। केंद्र पर मरीजों का तांता लगा रहता है। यहां की अव्यवस्थाओं को लेकर मंगलवार को लोगों का आक्रोश फूट पड़ा। मौके पर आए लोगों ने अस्पताल के गेट पर चिकित्सा विभाग के प्रति रोगियों और तीमारदारों ने आधे घंटे तक नारेबाजी करते हुए आक्रोश जताया। जानकारी के अनुसार बांसी-नैनवां मुख्य मार्ग पर स्थित दुगारी सरकारी अस्पताल में लंबे समय से ही कर्मचारियों का टोटा बना हुआ है। संबंधित विभाग ने चिकित्सक सहित 7 कर्मचारी लगा रखे है। जिनमें दो कर्मचारी स्थाई, 1 नर्सिंग कर्मचारी, एक एएनएम कार्यरत है। बाकी चिकित्सक सहित अन्य कर्मचारी संविदा पर कार्यरत है। मगंलवार को जब रोगी उपचार के लिए अस्पताल पहुंचे, तो 4 कर्मचारी ही मौके पर मिले। चिकित्सक सहित 3 कर्मचारी मौके पर नही होने से रोगियों व तीमारदारों में आक्रोश हो गया। पर्ची काउंटर पर भी जो कर्मचारी पर्ची बना रहा था वही कर्मचारी दवा वितरण भी वितरित कर रहा था। ऐसे हाल में कर्मचारी सफाई कर्मचारी का सहयोग लेकर पर्ची काउंटर का कार्य करवाते नजर आए है। मौके पर रोगियों का कहना है कि सफाई कर्मचारी ज्यादा पढा-लिखा नही है, फिर भी इस तरह से कार्य करवाते है। जो रोगियों सहित तीमारदारों में आक्रोश जताया है कि लगभग तीन-चार रोज से लगातार आ रहे है। दवा पट्टी करवाने के लिए भी एक से दो घंटे तक बैठकर इंतजार करना पड़ता है। तब कर्मचारी इस काम को करते है। इस तरह की समस्याओं का सामना करते हुए आ रहे है। पर फिर भी संबंधित विभाग यहां रोगियों की समस्या को लेकर गंभीरता नहीं बरत रहे है। जो रोगियों सहित तीमारदारों को जांच व उचित उपचार के लिए अन्यत्र पहुंचकर उपचार करवाने की मजबूरी बनी हुई है। जो प्राथमिक उपचार लेने में आर्थिक खर्च सहित अतिरिक्त समय लग रहा है। 

चिकित्सक के अभाव में नर्सिंग आॅफिसर के भरोसे अस्पताल चलने से ग्रामीण क्षेत्रीय लोगों की उचित उपचार के लिए भी इधर-उधर भागा दौड़ी होती है।  दुगारी निवासी मुकुट बिहारी दाधीच, शैलेंद्र कुमार गौतम, रूद्रेश कुमार गौतम, हनुमान गौतम, राधेश्याम गुर्जर, रामलाल कहार, रवि दाधीच, दौलतपुरा निवासी पुष्पा बाई मीणा, मायाराम मीणा आदि ने बताया कि लंबे समय से यहां पर अव्यवस्थाओं का आलम हो रहा है। पर संबंधित विभाग लोगों की परेशानी को दूर नहीं कर रहा है। जो मजबूरन उचित उपचार के लिए नैनवां, देई व जिला अस्पताल पहुंचकर उपचार करवानी की मजबूरी बनी हुई है। जिम्मेदार समस्या का जल्द निराकरण करावें तो ग्रामीण अंचलों से आने वाले लोगों को भी राहत मिलें। अस्पताल के नाम अनुरूप व्यवस्था नहीं है। 

जांच मशीन, आठ माह से बंद
इस अस्पताल में ग्रामीण क्षेत्रों से उचित उपचार की मंशा लेकर आने वाले लोगों को नि:शुल्क जांच से लाभान्वित होकर समय पर जांच अनुरूप उपचार मुहैया हो सके। पर वह भी अस्पताल की लापरवाही की भेट चढ़ी हुई है। यहां सीबीसी मशीन आठ माह से बंद है। पर स्वास्थ्य महकमा अव्यवस्थाओं को लेकर गंभीर नहीं होने से लोगों में भी विभाग के प्रति नाराजगी है।

रोगियों की जुबानी 
एक घंटे से बैठा हूं, पट्टी करवानी है। इंजेक्शन भी लगवाने है। मगर कर्मचारी ही नही आ रहे है। मरहमपट्टी कक्ष में परेशान हो रहे है। अस्पताल में लापरवाही के चलते अव्यवस्थाएं हो रही है। जिम्मेदार सुधार करावें तो राहत मिलें।
- रामप्रसाद, पुरुष रोगी निवासी भजनेरी 

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दो रोज से अस्पताल में उपचार के लिए आ रही हूं। मगर यहां पर चिकित्सक नही मिलने से उचित उपचार नही हो रहा है। बहुत समय तक इंतजार करना पड़ रहा है, फिर भी स्वास्थ्य में आराम नही मिल रहा है। संबंधित विभाग यहां सुध लेवें तो लोगों को भी राहत मिलें।
- पुष्पा बाई मीणा, महिला रोगी निवासी दौलतपुरा

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उचित उपचार के लिए में मेरी मम्मी को लेकर ग्रामीण क्षेत्र से आया हूं। लेकिन यहां पर मौके पर चिकित्सक नही है। एक कंपाउंडर स्थानीय है, जो यही उपचार दे रहा है। उचित उपचार के लिए आते है। मगर चिकित्सक के नही मिलने से निराश हो रहे है। जिम्मेदार अस्पताल की समस्या का जल्द निराकरण करावें तो ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को भी राहत मिले।
- मायाराम मीणा, तीमारदार निवासी दौलतपुरा 

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मैंने अन्यत्र जांचे करवाई है। जो मेरे प्लेटलेट्स कम आ रही है। जो यहां पर तीन रोज से आ रहा हूं। मगर उचित उपचार ही नही मिल रहा है। पर्ची काउंटर पर कम पढा-लिखा व्यक्ति काम कर रहा है। यहां पर जिम्मेदारों के अभाव में अस्पताल पर आने वाले रोगी व तीमारदार परेशान हो रहे है। संबंधित विभाग जल्द समस्या का निराकरण करावें।
- राधेश्याम गुर्जर, रोगी निवासी दुगारी 

उचित उपचार के लिए अस्पताल आया हूँ, तो यहां पर सीबीसी जांच मशीन ही बंद है। चिकित्सक कक्ष में चिकित्सक नही होने से निराश हुए है। मजबूरन नर्सिंग कर्मचारी द्वारा दिए उपचार को लेकर संतुष्ट होना पड़ रहा है। संबंधित विभाग रोगियों की समस्या को गंभीरता से नही देख रहा है, जो अस्पताल में उचित उपचार के लिए आने वाले लोग परेशानियों का सामना कर रहे है। जिम्मेदार जल्द समस्या को संज्ञान में लेकर समाधान करावे तो ग्रामीण क्षेत्रीय लोगों को उपचार में राहत मिले। 
- रामलाल कहार, रोगी निवासी दुगारी

जो प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के आधार पर एक पद पर कर्मचारी की कमी है। अन्य पद भरे हुए है। अस्पताल में कर्मचारी क्यों नही है, इसकी जानकारी लेते है। अस्पताल में पहुंचने वाले रोगियों सहित तीमारदारों की समस्या का समाधान जल्द करवाया जाएगा। 
- डॉ.एलपी नागर, बीसीएमओ, चिकित्सा विभाग नैनवां 

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