प्रदेश में सांस पर प्रदूषण की फांस, दिल्ली से सटे शहरों में हवा हुई प्रदूषित
कुछ शहरों में भी यह खतरनाक स्तर तक पहुंच जाता है
माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर पीएम 2.5 एक सिगरेट के बराबर माना गया है। असल हालात और भी खराब हैं। क्योंकि हवा में पीएम 2.5 के साथ पीएम 10 और कई हानिकारक गैसें भी हैं।
जयपुर। अलवर और भिवाड़ी, चूरू, झुंझुनूं में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्थिति पर पहुंच गया है। अलवर और उसके आसपास के क्षेत्र लगातार बढ़ते प्रदूषण की चपेट में हैं। भिवाड़ी में सोमवार सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 447 दर्ज किया गया, जबकि बीती रात यह 500 एक्यूआई दर्ज किया गया था।
अस्थमा रोगियों को सांस लेने में परेशानी
इस प्रदूषण की वजह से अस्थमा रोगियों को सांस लेने में गंभीर कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार भिवाड़ी और अलवर क्षेत्र में औद्योगिक इकाइयों से निकलता धुआं और बड़े निर्माण का कार्य प्रदूषण को और बढ़ा रहे हैं। प्रदूषण का ये स्तर लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।
आप सिगरेट नहीं पीते, फिर भी पी रहे हैं 5.1 सिगरेट रोज
दिल्ली में प्रदूषण से लोगों को हो रही परेशानी के कारण ग्रैप-4 की पाबंदियां लगा दी गई हैं। ऐसा नहीं है कि यह प्रदूषण केवल दिल्ली या एनसीआर में ही है। राजस्थान के कुछ शहरों में भी यह खतरनाक स्तर तक पहुंच जाता है। प्रदेश के भिवाड़ी में यह स्तर 500 पार कर गया, जो बेहद खतरनाक है। ऐसे में अगर आप यहां रहते हैं तो आप रोज करीब 22 किंग साइज सिगरेट जितना धुआं सांस में लेते हैं। यह संख्या अलवर में 10.5 और चुरू में 5.3 है। राजस्थान में औसत 5.1 है। यह आंकड़ा बर्कले अर्थ नाम क अमेरिकी एनजीओ के शोध पर आधारित है। यह आंकड़ा केवल पार्टीकुलेट मैटर 2.5 के आधार पर है। 22 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर पीएम 2.5 एक सिगरेट के बराबर माना गया है। असल हालात और भी खराब हैं। क्योंकि हवा में पीएम 2.5 के साथ पीएम 10 और कई हानिकारक गैसें भी हैं।
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