आमेर महल में सालों बाद फिर बहेगा झरना, अन्य गतिविधियां भी जल्द होंगी शुरू
गोल्डन के पौधे लगाए हैं
समिट के दौरान कई मेहमान जयपुर आएंगे, जिन्हें जयपुर के किले-महलों की विजिट कराई जाएगी। यहीं नहीं यहां शीश महल के सामने जनाना गार्डन में लगे फव्वारे भी फिर से शुरू किए जा चुके हैं।
जयपुर। पर्यटन नगरी जयपुर में सालों पुराने किले-महल और संग्रहालय देखने हर साल लाखों की संख्या में देशी और विदेशी पर्यटक आए हैं। इस बीच यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज मॉन्यूमेंट्स की लिस्ट में शामिल आमेर महल में पर्यटकों को जल्द ही नई गतिविधियां देखने को मिलेंगी। जानकारी के अनुसार यहां करीब 40 सालों से बंद झरना फिर से बहता हुआ दिखाई देगा।
पुरातत्व विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार राइजिंग राजस्थान समिट को देखते हुए भी यहां तैयारियां की जा रही है। क्योंकि समिट के दौरान कई मेहमान जयपुर आएंगे, जिन्हें जयपुर के किले-महलों की विजिट कराई जाएगी। यहीं नहीं यहां शीश महल के सामने जनाना गार्डन में लगे फव्वारे भी फिर से शुरू किए जा चुके हैं। यहां खाली पड़ी क्यारी में स्थाई रूप से एक्जोरा और गोल्डन के पौधे लगाए हैं। पर्यटक 27 कचहरी से केसर क्यारी में चलते फव्वारे देख सकेंगे।
महल में सालों से बंद पड़े झरने को फिर से शुरू करने का कार्य किया जा रहा है। पर्यटक जल्द ही झरने को बहता हुआ देख सकेंगे।
- डॉ. राकेश छोलक, अधीक्षक, आमेर महल
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