पहली बार एक साथ राज्य के विधानसभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री और उपराष्ट्रपति के काफिले की सुरक्षा में बड़ी खामी
हादसे में घायल सुरेन्द्र सिंह की मौत हो गई
राइजिंग राजस्थान को लेकर देशभर से आए वीवीआईपी की सुरक्षा को लेकर इंतजाम कैसे होंगे, इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जयपुर में ही मुख्यमंत्री और उपराष्ट्रपति की सुरक्षा में चूक हो गई
जयपुर। राइजिंग राजस्थान को लेकर देशभर से आए वीवीआईपी की सुरक्षा को लेकर इंतजाम कैसे होंगे, इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जयपुर में ही मुख्यमंत्री और उपराष्ट्रपति की सुरक्षा में चूक हो गई। प्रदेश में पहली बार दो दिन में तीन बड़ी चूक सामने आई हैं। मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, बुधवार को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ के काफिले के साथ बड़ी चूक हो गई स्पीकर देवनानी के काफिले के साथ युवकों ने रील बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड करने के प्रयास के लिए हिमाकत की तो मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के काफिले को गलत दिशा में तेज रफ्तार में आ रही कार ने दो पुलिस की गाड़ियों को टक्कर मार दी। वहीं उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ के काफिले में महल रोड से ही सिलेण्डर से भरा ट्रक साथ चलता रहा। गनीमत रही इन तीनों ही घटनाओं में कोई बड़ी अप्रिय बात होना सामने नहीं आई हालांकि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के काफिले में घायल हुए एएसआई सुरेन्द्र सिंह की मौत हो गई। कार चालक पवन करौली के नादौती का रहने वाला है और उसके पास यूनाईटेड अरब अमीरात का ड्राइविंग लाइसेंस मिला है। वह अपने गांव से किसी मरीज को लेकर आया था। कार नम्बरों के आधार पर मालिक को बुलाकर पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह छुट्टी पर था, गाड़ी कैसे लेकर गया यह दिखवा रहा हूं।
उपराष्ट्रपति के काफिले में हादसा हो सकता था
जानकारी के अनुसार उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ बुधवार को लघु उद्योग भारती की ओर से सोहन सिंह स्मृति कौशल विकास केन्द्र के लोकार्पण में जा रहे थे। उनके काफिले को कड़ी सुरक्षा के बीच ले जाया जा रहा था। तभी महल रोड पर गैस सिलेण्डरों से भरा ट्रक भी उनके काफिले में शामिल हो गया। काफिला अपनी रफ्तार में दौड़ता रहा और पुलिस देखती रही। काफिले में शामिल कई गाड़ियों को ट्रक से बचकर निकलना पड़ा। यदि इस दौरान गैस सिलेण्डर से भरे ट्रक से हादसा हो जाता तो बड़ी अनहोनी हो सकती थी। मुख्यमंत्री काफिले के दौरान हुए हादसे की जांच की जा रही है। हादसे में घायल सुरेन्द्र सिंह की मौत हो गई है।
रामनगरिया थाने में मामला दर्ज
अक्षय पात्र चौराहा जगतपुरा पर हुए हादसे का मुकदमा रामनगरिया थाने में दर्ज हुआ है। हादसे में एसीपी ट्रेफिक अमीर हसन, एएसआई सुरेन्द्र सिंह, कांस्टेबल बलवान सिंह, राजेंद्र सिंह, देवेंद्र सिंह घायल हुए। इनमें से सुरेन्द्र सिंह की मौत हो गई। कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। निजी वाहन चालक पवन कुमार का महात्मा गांधी और अमित कुमार औलिया का खण्डाका अस्पताल में उपचार जारी है।
त्रिस्तरीय होती है सुरक्षा
किसी भी वीवीआई के आने-जाने के रूट की प्लानिंग पहले से तय होती है। सुरक्षा में पुलिसकर्मी तैनात किए जाते हैं। रूट लाइनिंग के साथ ही पुलिस रिहर्सल करती है। वीवीआईपी के रवाना होने से पहले ही हर तरफ से रूट पर आवाजाही बन्द कर दी जाती है। काफिले से करीब 20 मिनट पर एक-एक कर पुलिस की तीन गाड़ियां रूट लाइनिंग चैक करती हुई जाती हैं और सिग्नल देकर जाब्त को सतर्क करती है। इसके बाद एक और गाड़ी के निकलने पर वीवीआईपी का काफिला शुरू हो जाता है। एम्बुलेंस से लेकर फायर बिग्रेड भी साथ होती है। अंत में पुलिस के एक गाड़ी करीब 5-10 मिनट बाद रवाना होती है जो तैनात जाब्ते को यातायात सुचारू करने के लिए निर्देशित करती है।
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