ममता ने मुर्शिदाबाद हिंसा के लिए भाजपा समर्थित लोगों को ठहराया जिम्मेदार, इमामों के सम्मेलन में बांग्लादेश के हालात को नजरअंदाज करने का लगाया आरोप
कभी लोगों के खून की कीमत नहीं समझ पाएंगे
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि वह बाहरी लोगों को राज्य में घुसने और दंगे भड़काने की अनुमति दे रही है
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि वह बाहरी लोगों को राज्य में घुसने और दंगे भड़काने की अनुमति दे रही है। इमामों, मोअज्जिमों और बुद्धिजीवियों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए बनर्जी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर बंगाल से लंबी सीमा साझा करने वाले बंगलादेश की मौजूदा स्थिति को नजरअंदाज करते हुए वक्फ संशोधन पारित करने में जल्दबाजी करने का आरोप लगाया। नेताजी इंडोर स्टेडियम कार्यक्रम में ममता ने कहा, आप (वक्फ संशोधन) को लेकर इतनी जल्दी में क्यों थे? क्या आपको बंगलादेश की स्थिति के बारे में पता नहीं था? बंगाल की सीमा बंगलादेश, नेपाल और भूटान से लगती है। (वर्तमान अंतरिम बंगलादेश सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद) यूनुस के साथ बैठकें करें, समझौते करें। अगर इससे देश का भला होता है तो मुझे खुशी होगी। लेकिन उनकी योजना क्या है? मुख्यमंत्री ने 2002 के गुजरात दंगों को भाजपा के सत्ता में आने के पीछे एक कारक बताते हुए कहा, जो लोग दंगे भड़काकर सत्ता में आते हैं, वे कभी लोगों के खून की कीमत नहीं समझ पाएंगे। मुर्शिदाबाद में हिंसा पहले से ही योजनाबद्ध थी। अगर विपक्ष के दावे के अनुसार तृणमूल कांग्रेस वक्फ हिंसा में शामिल होती, तो हमारे नेताओं के घरों पर हमला नहीं होता। बनर्जी का यह बयान पिछले शुक्रवार को नए कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई व्यापक हिंसा के मद्देनजर आया है। इस हिंसा में पुलिस वैन सहित कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया, सुरक्षाकर्मियों पर पत्थर फेंके गए और मालदा, मुर्शिदाबाद, दक्षिण 24 परगना और हुगली जिलों में सड़कें जाम कर दी गईं। मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए, जिसके बाद कलकत्ता उच्च न्यायालय ने केंद्रीय बलों की तैनाती का आदेश दिया।
केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा मुर्शिदाबाद दंगों में बंगलादेश की संलिप्तता का दावा करने वाले ट्वीट का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, कुछ एजेंसियों का उपयोग करके दंगे भड़काना, जो वहां से लोगों की आवाजाही में मदद करती हैं। अगर ऐसा है (बंगलादेश से लोगों को आने देना), तो केंद्र सरकार जिम्मेदार है, क्योंकि बीएसएफ सीमाओं की रक्षा करती है, हम नहीं। राज्य सरकार की सीमाओं की रक्षा करने की जिम्मेदारी नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीएसएफ लोगों को बंगाल में आने और अशांति फैलाने की अनुमति दे रही है, ताकि वे हिंदुओं और मुसलमानों के बीच ध्रुवीकरण कर सकें और चुनाव के दौरान लाभ उठा सकें। उन्होंने कहा, उन्होंने भाजपा के गुंडों को बाहर से आने और अराजकता पैदा करने की अनुमति क्यों दी, ताकि वे घटनास्थल से भाग सकें? जवाबदेही तय होनी चाहिए। वे हिंदुओं और मुसलमानों को विभाजित करना चाहते हैं।

Comment List