मोदी ने दिल्ली-एनसीआर में किया 12,200 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास, रैपिड ट्रेन में सफर
सरकार आधुनिक कनेक्टिविटी पर जोर दे रही है
आज देश भर के 21 शहरों में मेट्रो सेवाएं चालू हैं, जिनमें से 1,000 किलोमीटर से अधिक मेट्रो मार्गों का तेजी से विकास किया जा रहा है।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली में 12,200 करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया, जिसमें दिल्ली को पहली बार नमो भारत ट्रेन यात्रा सुविधा देने वाले रिजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आआरटीएस) के उत्तर प्रदेश के साहिबाबाद और दिल्ली के न्यू अशोक नगर स्टेशनों के बीच के नमो भारत कॉरिडोर का उद्घाटन भी शामिल है। मोदी ने इसके साथ ही दिल्ली मेट्रो फेज-4 के जनकपुरी और कृष्णा पार्क के बीच करीब 1,200 करोड़ रुपए की लागत वाले 2.8 किलोमीटर लंबे हिस्से का भी उद्घाटन किया और फेज-4 के 26.5 किलोमीटर लंबे रिाला-कुंडली खंड की आधारशिला रखी, जिसकी लागत करीब 6,230 करोड़ रुपए होगी। उन्होंने दिल्ली में केंद्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान (सीएआरआई) के लिये नये अत्याधुनिक भवन की 185 करोड़ रुपये की परियोजना की आधारशिला भी रखी।
प्राथमिक ध्यान बुनियादी ढांचे के विकास पर
मोदी ने इस अवसर पर कहा कि पिछले एक दशक में उनकी सरकार का प्राथमिक ध्यान बुनियादी ढांचे के विकास पर रहा है। उन्होंने कहा कि दस साल पहले बुनियादी ढांचे के लिए बजट लगभग दो लाख करोड़ रुपए था, जो अब बढ़कर 11 लाख करोड़ से अधिक हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकार आधुनिक कनेक्टिविटी पर जोर दे रही है, जिसमें खासकर शहरों के भीतर और एक शहर को दूसरे से जोड़ने पर विशेष ध्यान रखा जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि बुनियादी ढांचा परियोजनाएं देश की आर्थिक वृद्धि में योगदान दे रही हैं और युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान कर रही हैं। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल, दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना, दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
भारत की शहरी गतिशीलता का और विस्तार
मोदी ने साहिबाबाद आरआरटीएस स्टेशन से न्यू अशोक नगर आरआरटीएस स्टेशन तक नमो भारत ट्रेन में सवारी भी की। इस अवसर पर अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि आज दिल्ली-एनसीआर को भारत सरकार की ओर से एक महत्वपूर्ण उपहार मिला है और भारत की शहरी गतिशीलता का और विस्तार हुआ है। मोदी ने नमो भारत ट्रेन की यात्रा को याद करते हुए कहा कि यह ट्रेन विकसित भारतीय शहरों में सार्वजनिक परिवहन के भविष्य को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि नमो भारत परियोजना पूरी हो जाने के बाद दिल्ली-मेरठ मार्ग पर यातायात में महत्वपूर्ण बदलाव आएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत का मेट्रो नेटवर्क अब 1,000 किलोमीटर तक पहुंच गया है । उन्होंने कहा कि 2014 में भारत का मेट्रो नेटवर्क केवल 248 किलोमीटर था और देश का नाम मेट्रो कनेक्टिविटी के मामले में विश्व में शीर्ष दस में भी नहीं था, लेकिन पिछले दस वर्षों में भारत मेट्रो नेटवर्क के मामले में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश बन गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि दस वर्षों में भारत में 752 किलोमीटर से अधिक नई मेट्रो लाइनों का उद्घाटन किया गया है और उनकी सरकार के मौजूदा कार्यकाल के दौरान भारत में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क होगा। उन्होंने कहा कि आज देश भर के 21 शहरों में मेट्रो सेवाएं चालू हैं, जिनमें से 1,000 किलोमीटर से अधिक मेट्रो मार्गों का तेजी से विकास किया जा रहा है।
पारंपरिक भारतीय चिकित्सा प्रणालियों को भी बढ़ावा
गरीब से गरीब व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवा सुलभ कराने पर सरकार के फोकस पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार आयुष और आयुर्वेद जैसी पारंपरिक भारतीय चिकित्सा प्रणालियों को भी बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में आयुष प्रणाली का विस्तार 100 से अधिक देशों में हुआ है। मोदी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत में पारंपरिक चिकित्सा से संबंधित पहला विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) संस्थान स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ सप्ताह पहले उन्होंने अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान के दूसरे चरण का उद्घाटन किया था।
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