आईपीएल में बेमिसाल पारी के बाद बोले वैभव सूर्यवंशी- आज जो कुछ हूं अपने पैरेंट्स की बदौलत, राहुल सर के अंडर में प्रैक्टिस करना और मैच खेलना ड्रीम से कम नहीं
वैभव की पारी कोच विक्रम राठौड़ के लिए नहीं था अजूबा
राजस्थान रॉयल्स के वैभव सूर्यवंशी ने सवाई मानसिंह स्टेडियम पर ऐसा अविश्वसनीय और असाधारण बल्लेबाजी प्रदर्शन कर दिखाया, जिसे क्रिकेट के दिग्गजों ने सराहा।
जयपुर। मात्र 14 साल की उम्र और आईपीएल में दूसरा ही मैच, लेकिन राजस्थान रॉयल्स के वैभव सूर्यवंशी ने सवाई मानसिंह स्टेडियम पर ऐसा अविश्वसनीय और असाधारण बल्लेबाजी प्रदर्शन कर दिखाया, जिसे क्रिकेट के दिग्गजों ने सराहा और सोशल मीडिया पर लोग उनके मुरीद हो गए। वैभव ने राशिद खान, प्रसिद्ध कृष्णा, मोहम्मद सिराज, इशांत शर्मा और आर साइ किशोर जैसे गेंदबाजों के सामने आईपीएल का दूसरा सबसे तेज शतक (35 गेंदों पर 100) ठोक डाला। दुनिया के दिग्गज क्रिकेटरों ने वैभव की इस पारी की जमकर तारीफ की है। राजस्थान रॉयल्स की ओर से सोशल मीडिया पर जारी वीडियो में वैभव सूर्यवंशी ने कहा कि मैं आज जो कुछ भी हूं अपने पेरेंट्स की वजह से हूं। मां ने न नींद देखी और न आराम, हमेशा मेरी प्रैक्टिस और खाने का ध्यान रखा। पिता ने मेरी क्रिकेट के लिए सब-कुछ छोड़ दिया। घर भी मुश्किल से चल रहा था। भगवान भी मेहनत करने वाले को कभी असफल नहीं होने देता।
मेरे रडार पर बॉल आई तो मारूंगा :
वैभव का कहना है कि मेरे लिए पहली ही गेंद पर सिक्स लगाना नॉर्मल बात थी। डोमेस्टिक क्रिकेट में ऐसा पहले कर चुका हूं। हां, यह आईपीएल मैच था और अन्तरराष्ट्रीय गेंदबाज थे, लेकिन मेरा माइंडसेट तय था कि जो भी बॉल मेरे रडार पर आएगी, तो उसे मारूंगा।
सीनियर्स का काफी सपोर्ट मिलता है :
वैभव का कहना है कि मुझे सीनियर्स और सपोर्ट स्टाफ से काफी सहयोग मिलता है। संजू भैया, यशस्वी और रियान भैया हों या राहुल सर सब मुझ से बात करते हैं और मेरा हौसला बढ़ाते हैं। यही वजह है कि मैं जब बैटिंग के लिए जाता हूं तो मुझ पर कोई दवाब नहीं होता।
टीम में चयन पर रोमी सर ने सबसे पहले बधाई दी :
वैभव ने कहा कि मैं बहुत दिन से तैयारी कर रहा था और आज रिजल्ट मिला है तो बहुत अच्छा लग रहा है। आगे भी अच्छा करने का प्रयास करूंगा। उन्होंने कहा कि रॉयल्स के लिए ट्रायल में अच्छी बल्लेबाजी की, तब रोमी सर ने कहा था कि अपनी टीम में लेने का प्रयास करेंगे। टीम में आने के बाद सबसे पहले उन्हीं ने बधाई दी और राहुल द्रविड़ सर से बात कराई। राहुल सर के अंडर में ट्रेनिंग करना, मैच खेलना एक नॉर्मल क्रिकेटर के लिए ड्रीम से कम नहीं है।
वैभव की पारी कोच विक्रम राठौड़ के लिए नहीं था अजूबा :
लोगों के लिए वैभव सूर्यवंशी की पारी बड़ा अजूबा रही होगी, लेकिन राजस्थान रॉयल्स के बैटिंग कोच विक्रम राठौड़ के लिए नहीं, जो इस खिलाड़ी को बहुत करीब से देख रहे थे। विक्रम ने कहा- हमने उसे नेट्स में पिछले कुछ महीनों से देखा है। हमें पता था कि वह क्या कर सकता है और कैसे-कैसे शॉट्स उसके पास हैं। विक्रम ने मैच के बाद मीडिया से कहा कि ऐसे माहौल में, इतनी भीड़ के सामने, इस तरह की गेंदबाजी के खिलाफ ऐसा करना, यह वाकई खास था।

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