अमेरिका ने दोहराई आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में भारत के साथ मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता
राजनाथ सिंह ने की अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ से बात
विदेश मंत्री ने इस अमानवीय हमले की जांच में पाकिस्तानी अधिकारियों से सहयोग करने का आग्रह किया।
वाशिंगटन। अमेरिका ने आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में भारत के साथ मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता दोहराई है। अमेरिका के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने बुधवार को भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से अलग-अलग फोन पर बात की और दोनों देशों से जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद जारी तनाव कम करने की अपील की। अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने सोशल मीडिया में कहा कि रुबियो ने जयशंकर के साथ बातचीत के दौरान जानमाल के नुकसान पर गहरा दुख व्यक्त किया और पहलगाम हमले में पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में भारत के साथ मिलकर काम करने की अमेरिका की प्रतिबद्धता दोहरायी।
उन्होंने पाकिस्तान के साथ तनाव कम करने और दक्षिण एशिया में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए भी प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि रुबियो ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री मुहम्मद शहबाज शरीफ से बात की और पाकिस्तान को भारत के साथ मिलकर तनाव कम करने, सीधे संवाद स्थापित करने और दक्षिण एशिया में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले की निंदा करने की जरूरत पर बल दिया। दोनों नेताओं ने हिंसा के जघन्य कृत्यों के लिए आतंकवादियों को जवाबदेह ठहराने के वास्ते अपनी निरंतर प्रतिबद्धता की पुष्टि की। विदेश मंत्री ने इस अमानवीय हमले की जांच में पाकिस्तानी अधिकारियों से सहयोग करने का आग्रह किया।
राजनाथ सिंह ने की अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ से बात
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है। इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को अमेरिका के अपने समकक्ष पीट हेगसेथ से बात की। दोनों नेताओं ने मौजूदा स्थिति पर चर्चा की। इससे पहले, भारत और पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशकों ने भी हॉटलाइन पर बात की थी। भारत ने पाकिस्तान को एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बिना उकसावे के संघर्ष विराम उल्लंघन के बारे में चेतावनी दी थी। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी अमेरिकी समकक्ष मार्को रुबियो से बात की और आतंकी हमले पर चर्चा की। रुबियो ने भारत के साथ आतंकवाद विरोधी सहयोग के लिए अमेरिका की प्रतिबद्धता को दोहराया। पहलगाम में 22 अप्रैल को एक आतंकी हमला हुआ था, इसमें 26 लोग मारे गए थे। इस हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि राजनाथ सिंह ने अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ से फोन पर बात की। भारतीय सेना ने 27-28 अप्रैल को कुपवाड़ा और पुंछ जिलों में एलओसी पर पाकिस्तान की सेना की ओर से हुई गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया था। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
पहलगाम हमले के बाद बढ़ा हुआ है तनाव
पहलगाम हमले के बाद एलओसी पर पाकिस्तान की ओर से संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाएं बढ़ गई हैं। वहीं पहलगाम हमले के जवाब में, भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कदम उठाए हैं। इनमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना, अटारी इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट को बंद करना और उच्चायोग के कर्मचारियों की संख्या को कम करना शामिल है। 29 अप्रैल को, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उऊर जनरल अनिल चौहान, सेना प्रमुखों और ठरअ अजीत डोभाल के साथ एक बैठक की थी। इससे पहले, 23 अप्रैल को पहलगाम हमले के बाद सुरक्षा पर कैबिनेट कमेटी की बैठक हुई थी।

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