लश्कर के आतंकी के जनाजे में पाकिस्तानी फौज के दर्जनों अधिकारी ऑपरेशन सिंदूर ने खोली आतंकियों के साथ गहरे गठजोड़ की पोल

आतंकी के जनाजे में पाकिस्तानी सेना के अधिकारी

लश्कर के आतंकी के जनाजे में पाकिस्तानी फौज के दर्जनों अधिकारी ऑपरेशन सिंदूर ने खोली आतंकियों के साथ गहरे गठजोड़ की पोल

भारत के हमले में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी मसूद अजहर ने एक बयान जारी करते हुए अपने परिवार के 10 लोगों की मौत की पुष्टि की है।

इस्लामाबाद। पाकिस्तान लगातार झूठ बोलता आया है कि वो आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करता है। लेकिन ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तानी सेना और आतंकवादियों के बीच गहरे गठजोड़ की पोल खोलकर रख दी है। भारत के एयरस्ट्राइक ऑपरेशन सिंदूर में मारे गये लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी के जनाके में पाकिस्तानी फौज के कई अधिकारी पहुंचे। जिससे पता चलता है कि पाकिस्तान आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर कैसे दुनिया को झांसा देता आया है। पाकिस्तान खुद को आतंकवाद का पीड़ित बताया है, लेकिन जब भारत के हमले में 
लश्कर का आतंकी अब्दुल राऊफ मारा गया तो उसके जनाजे में पाकिस्तानी सेना के कई सीनियर अधिकारी मौजूद थे।

आपको बता दें कि लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय पाकिस्तानी पंजाब के मुरीदके में है, जो लाहौर से करीब 30 किलोमीटर दूर है। ये वही संगठन है, जिसने 2008 के मुंबई हमलों को अंजाम दिया था। इसे यूनाइटेड नेशंस समेत कई देशों ने आतंकवादी संगठन बताकर बैन किया हुआ है। भारत के खिलाफ कई आतंकी हमले को अंजाम देने में ये संगठन मास्टरमाइंड रहा है, लेकिन इस बार भारतीय सेना ने उसके हेडक्वार्टर को उड़ा दिया है। भारत के हमले में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी मसूद अजहर ने एक बयान जारी करते हुए अपने परिवार के 10 लोगों की मौत की पुष्टि की है। भारत के हमले में मसूद अजहर के बहन और बहनोई की भी मौत हो गई है।

आतंकी के जनाजे में पाकिस्तानी सेना के अधिकारी
अब्दुल रऊफ के जनाजे में पाकिस्तानी अधिकारियों के पहुंचने से साबित हो गया है कि पाकिस्तान में चलने वाले तमाम आतंकवादी संगठनों को चलाने वाली पाकिस्तान की सेना है। पाकिस्तानी सेना ही जिहाद के नाम पर आतंकवादी संगठनों को मदद देती है, उनका पालन पोषण करती है और फिर उनका भारत के खिलाफ इस्तेमाल करती है। लेकिन अब भारत के धैर्य ने जवाब दे दिया है और अब भारत ने करारा जवाब देना शुरू कर दिया है। आपको बता दें कि ये कोई पहली बार नहीं है जब आतंकियों के साथ पाकिस्तानी सेना के सीनियर अधिकारी देखे गये हैं, बल्कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी करक और लश्कर के बीच के संबंध का कई अंतर्राष्ट्रीय रिपोर्ट्स में भी खुलासा हो चुका है। 2012 में भी मुरीदके में हुए एक बड़े सम्मेलन में पूर्व करक प्रमुख जनरल हामिद गुल को आतंकियों के साथ मंच पर देखे गये थे।

2012 में एक अमेरिकी डोजियर में कहा गया था कि पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की सरकार ने लश्कर-ए-तैयबा को एक धार्मिक संस्था बताकर करोड़ों रुपये का सरकारी फंड जारी किया था। पंजाब प्रांत ने ये मदद तब की थी, जब लश्कर को यूनाइटेड नेशंस ने आतंकवादी संगठन की लिस्ट में डाल दिया था। भारत का हमेशा से कहना रहा है कि पाकिस्तान की सरकार और सेना ही आतंकवादियों को भारत के खिलाफ आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए तैयार करती है। लिहाजा लश्कर के आतंकी के जनाजे में पाकिस्तानी सेना के अधिकारियों के शामिल होने को भारत बतौर सबूत के सामने पेश कर सकता है और पाकिस्तान को ब्लैकलिस्ट करने की मांग कर सकता है।

Read More पानी विवाद पर ट्रंप ने मेक्सिको को नए शुल्क की दी धमकी

Post Comment

Comment List

Latest News

सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, दिल्ली में अब केवल बीएस-4 और उससे ऊपर के मानक वाले वाहन ही चल सकेंगे सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, दिल्ली में अब केवल बीएस-4 और उससे ऊपर के मानक वाले वाहन ही चल सकेंगे
सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट किया कि दिल्ली में केवल बीएस-4 या उससे ऊपर मानक वाले वाहन ही चल सकेंगे। बीएस-3...
भारत–अर्जेंटीना कृषि सहयोग को नई मजबूती, कार्य योजना 2025-2027 पर किये हस्ताक्षर
मोदी के नेतृत्व एवं भजनलाल की मेहनत से राजस्थान कर रहा है विकास के नए आयाम स्थापित:​ डिप्टी सीएम दियाकुमारी
रेलयात्री कृपया ध्यान दें...लोकसभा में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का बड़ा एलान, ज्यादा सामान ले जाने पर देना होगा इतना शुल्क, जानें पूरा मामला
बुकिंग शुरू होते ही टाटा सिएरा ने बाज़ार में मचाया तहलका: पहले ही दिन 70,000 से ज्यादा ऑर्डर कन्फर्म
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु वेल्लोर दौरे पर, श्रीपुरम स्वर्ण मंदिर में किए दर्शन
गुणवत्ता में  5 दवाएं, एक मेडिकल प्रोडक्ट फैल, बेचने पर रोक लगाई