हैती में हिंसा के कारण 60 हजार लोग विस्थापित, हमलों ने कमजोर समुदायों की स्थिति को किया खराब
हिंसा के अथक चक्र को उजागर करता है
हाल के महीनों में सुरक्षा स्थिति तेजी से खराब हुई है, क्योंकि नागरिकों के खिलाफ बढ़ते हमले गिरोह-मुक्त बचे हुए कुछ क्षेत्रों को खत्म कर रहे हैं।
पनामा सिटी। हैती की राजधानी पोर्ट-ऑ-प्रिंस में बढ़ती हिंसा से पिछले महीने में लगभग 60 हज़ार लोगों को अपने घरों को छोड़कर भागना पड़ा है। अंतरराष्ट्रीय प्रवासन संगन (आईओएम) ने यह जानकारी दी। आईओएम ने एक बयान में कहा कि गैंग हिंसा, विस्थापन और अस्थिरता ने पोर्ट-ऑ-प्रिंस और देश के अधिकांश हिस्सों को वर्षों से परेशान किया है। हमलों की प्रत्येक लहर ने पहले से ही कमजोर समुदायों की स्थिति को और खराब कर दिया है।
इसमें कहा गया है कि हाल के महीनों में सुरक्षा स्थिति तेजी से खराब हुई है, क्योंकि नागरिकों के खिलाफ बढ़ते हमले गिरोह-मुक्त बचे हुए कुछ क्षेत्रों को खत्म कर रहे हैं। हैती में अब 10 लाख से अधिक लोग विस्थापित हैं, यह आंकड़ा पिछले एक साल में तीन गुना हो गया है। हैती में आईओएम के मिशन प्रमुख ग्रेगोइरे गुडस्टीन ने कहा कि विस्थापन में यह उछाल राजधानी को तबाह करने वाली हिंसा के अथक चक्र को उजागर करता है। हमने इतने कम समय में लोगों का इतना बड़ा आंदोलन कभी नहीं देखा।
कई परिवार, जो पहले से ही विस्थापन के कारण खतरनाक परिस्थितियों में रह रहे हैं, उन्हें बार-बार उजाड़ा जा रहा है और उन्हें खाली हाथ भागने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। आईओएम ने विस्थापित हैतीवासियों को सहायता देने का वादा किया, लेकिन बड़ी चुनौतियों की चेतावनी दी। संगठन ने कहा कि संसाधन कम पड़ रहे हैं और असुरक्षा के कारण मानवीय पहुँच लगातार सीमित होती जा रही है, जिससे हज़ारों लोग पर्याप्त सुरक्षा या आवश्यक सेवाओं के बिना रह रहे हैं।
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