संविधान विरोधी है मोदी सरकार, गरीब-वंचित झेल रहे मनुवाद का दंश : खड़गे
दलित परिवार पलायन के लिए मजबूर किए जाते हैं
महाराष्ट्र के पालघर में एक आदिवासी गर्भवती महिला को आईसीयू की तलाश में 100 किलोमीटर जाना पड़ता है और उसकी मृत्यु हो जाती है।
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी सरकार को संविधान विरोधी बताते हुए कहा कि उसके शासन में दलित, आदिवासी, पिछड़े तथा अल्पसंख्यकों के खिलाफ लगातार अत्याचार हो रहे हैं और गरीब तथा वंचितों को मनुवाद का दंश झेलना पड़ रहा है। खड़गे ने कहा कि संसद में गृहमंत्री बाबा साहेब अंबेडकर का अपमान करते हैं और भाजपा शासित राज्यों में वही वंचित विरोधी मानसिकता दोहराई जा रही है। गरीबों तथा वंचितों के साथ हाल की घटनाओं का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के देवास में दलित युवक की पुलिस कस्टडी में हत्या कर दी जाती है और ओडिशा के बालासोर में आदिवासी महिलाओं को पेड़ से बांधकर पीटा जाता है। हरियाणा के भिवानी में दलित छात्रा को बीए परीक्षा की फीस न भर पाने पर आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़ता है, तो महाराष्ट्र के पालघर में एक आदिवासी गर्भवती महिला को आईसीयू की तलाश में 100 किलोमीटर जाना पड़ता है और उसकी मृत्यु हो जाती है।
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में तीन दलित परिवार पलायन के लिए मजबूर किए जाते हैं, क्योंकि उन पर जातिसूचक हमले होते हैं और पुलिस मौन रहती है। ये जगजाहिर है कि मोदी सरकार के संविधान- विरोधी राज में दलित, आदिवासी, पिछड़े तथा अल्पसंख्यक वर्ग के खिलाफ लगातार अत्याचार हो रहे हैं तथा गरीब और वंचित हैं वो मनुवाद का दंश झेल रहें हैं। उन्होंने कहा कि दलित तथा आदिवासी महिलाओं व बच्चों के खिलाफ खिलाफ हर घंटे एक अपराध होता है और राष्ट्रीय अपराध ब्यूरो के मुताबिक ये आंकड़े 2014 से दोगुने हो गए हैं। कांग्रेस पार्टी 140 करोड़ भारतीयों के संवैधानिक अधिकारों का हनन नहीं होने देगी और भाजपा आरएसएस की संविधान विरोधी सोच का मुक़ाबला करती रहेगी।
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