फेल हुआ ट्रंप का सीजफायर: थाईलैंड का कंबोडिया पर एयर स्ट्राइक, थाई सैनिक की मौत, फिर शुरू हुई दोनों देशों में जंग
थाईलैंड–कंबोडिया सीमा पर फिर बढ़ा तनाव
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच युद्धविराम टूटने के बाद सीमा पर दो दिन से फायरिंग जारी है। थाईलैंड ने F-16 जेट तैनात किए और सीमावर्ती इलाकों को खाली करवाया। एयर स्ट्राइक और जवाबी हमले में एक थाई सैनिक की मौत हुई।
थाईलैंड। एक तरफ रूस और हमास की जंग रूकने का नाम नहीं ले रही हैं और इसी बीच अब खबर आ रही हैं कि थाईलैंड और कंबोडिया
एक बार फिर आमने सामने आ चुके हैं। करीब 45 दिन पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इन दोनों देशों के बीच सीजफायर करवाया था लेकिन अब वो युद्धविराम समझौता टूट गया और 2 दिनों से दोनों देशों की सीमा पर फायरिंग चल रही है। सूत्रों के अनुसार थाईलैंड ने अपनी सीमा पर F-16 फाइटर जेट तैनात कर रखें हैं और साथ बॉर्डर के आस पास बसे हुए शहरों को खाली करवा दिया गया है। बताया जा रहा है कि आज भी थाईलैंड की रॉयल एयरफोर्स ने तडके कंबोडिया पर एयर स्ट्राइक भी की थी, जिसकी जवाबी कार्रवाई में एक थाई सैनिक की मौत होने की खबर सामने आ रही है।
थाईलैंड सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल विंथाई ने जानकारी देते हुए बताया कि कंबोडिया ने हमें इस एयर स्ट्राइक के लिए उकसाया है और बीते दिन यानी 7 दिसंबर को कंबोडियाई सैनिकों ने बॉर्डर से सटे सी सा केट स्टेट के कंथारालक जिले के फू का लेक प्लान हिन पैट कोट इलाके में हवाई हमले किए जिसका हमारी सेना ने भी जवाब दिया। इसके आगे रॉयल थाई एयर फोर्स के प्रवक्ता एयर मार्शल जैक्रिट थम्माविचई ने जानकारी देते हुए इस बात की पुष्टि की है कि, कंबोडिया के इस हमले में हमारा एक सैनिक भी मारा गया है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, थाईलैंड और कंबोडिया के बीच जंग का कारण बॉर्डर पर बने प्राचीन खमेर मंदिरों को लेकर है, जिनमें से प्रमुख है प्रीत विहार, प्रसात ता मुएन थम और प्रसात ता क्रबे आदि। बता दें कि 19वीं-20वीं सदी में औपनेविशेक नक्शों में कंबोडिया ने इन मंदिरों को अपना बताया है लेकिन थाईलैंड इनको अपना हिस्सा बताता है।

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