mahadev
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Read More... पुष्कर तीर्थ के चहुंओर महादेव विराजमान
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By Ajmer
पं. मिश्रा ने कहा कि दुख की घड़ी में कोई साथ नहीं देता है। वहीं सुख की घड़ी में सब साथ देते है। उन्होंने कहा कि कोई जल्दी बनता है, कोई देर से बनता है लेकिन महादेव को जल चढ़ाना वाला एक दिन सेठ जरूर बनता है। सावन में करे शिव आराधना...दूर होगें सारे कष्ट !!
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By Jaipur
हजारों सालों से विज्ञान 'शिव' के अस्तित्व को समझने का प्रयास कर रहा है। जब भौतिकता का मोह खत्म हो जाए और ऐसी स्थिति आए कि ज्ञानेंद्रियां भी बेकाम हो जाएं, उस स्थिति में शून्य आकार लेता है, और जब शून्य भी अस्तित्वहीन हो जाए तो वहां शिव का प्राकट्य होता है। शिव यानी शून्य से परे। जब कोई व्यक्ति भौतिक जीवन को त्याग कर सच्चे मन से मनन करे तो शिव की प्राप्ति होती है। उन्हीं एकाकार और अलौकिक शिव देवों के देव महादेव का प्रिय महीना सावन का है। 