हाई सिक्योरिटी जेल में मोबाइल सिम ले जाते जेल प्रहरी पकड़ा, सीटी में छिपाकर लाया, पूछताछ के बाद गिरफ्तार
डेढ़ सौ से ज्यादा हार्डकोर
पुलिस अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं कि वह मोबाइल सिमें किस हार्डकोर बदमाश के लिए जेल के अन्दर ले जा रहा था।
अजमेर। राजस्थान की सबसे ज्यादा सुरक्षित माने जाने वाली हाई सिक्योरिटी जेल अजमेर के अन्दर एक बार फिर मोबाइल सिम चोरी छिपे ले जाने का गम्भीर मामला सामने आया है। जेल के मुख्य द्वार पर तलाशी के दौरान जेल प्रहरी से तीन मोबाइल सिम बरामद हुई हैं। ये सिमें उसने अपनी व्हिसिल (सीटी) में टेप लगाकर छिपा रखी थीं। प्रहरी को तुरन्त पकड़ लिया। उसके खिलाफ जेल प्रशासन ने सिविल लाइन थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। सीआई राजवीर सिंह ने बताया कि हाई सिक्योरिटी जेल के कार्यवाहक जेल अधीक्षक सुखाराम जाट की ओर से रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है। जिसमें बताया कि जेल में लम्बे समय से जेल प्रहरी छोटाराम तैनात है। उसकी 24 फरवरी को जेल के वार्ड नम्बर तीन में शाम 6 बजे से रात्रि 2 बजे तक ड्यूटी लगी थी। सोमवार शाम जब वह ड्यूटी पर पहुंचा तो उसकी मुख्य द्वार पर रुटीन तलाशी कांस्टेबल अमरचंद ने ली। जिसमें प्रहरी की व्हिसिल में टेप लगाकर 3 मोबाइल सिम छिपाकर रखी मिली।
सूचना पर जेल अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। सिविल लाइन थाना पुलिस को सूचना देकर बुलाया गया। जेल प्रहरी छोटाराम को डिटेन कर थाने पर लाकर पूछताछ कर गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ कारागार अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। सीआई सिंह ने बताया कि आरोपित कृष्ण नगर जिला फलौदी निवासी छोटाराम (40) पुत्र लाखाराम विश्नोई है, जो हाई सिक्योरिटी जेल में जेल प्रहरी (बेल्ट नं. 5093) के रूप में कार्यरत है। उससे पुलिस अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं कि वह मोबाइल सिमें किस हार्डकोर बदमाश के लिए जेल के अन्दर ले जा रहा था। उसे मोबाइल सिमें बाहर किसने उपलब्ध कराई हैं।
डेढ़ सौ से ज्यादा हार्डकोर
जेल सूत्रों के अनुसार अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में डेढ़ सौ से ज्यादा हार्डकोर बदमाश बंद हैं। जिनमें गैंगस्टर आनन्दपाल व लॉरेन्स विश्नोई जैसे बदमाशों के गिरोह के भी कई बदमाश बन्द हैं। जिनके वार्डों में जेल प्रहरी छोटाराम की ड्यूटी रहती है।
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