मुख्य आरोपी कांस्टेबल की तलाश : पुलिसकर्मियों से करोड़ों की ठगी कर भागा कांस्टेबल का भाई गिरफ्तार 25 हजार रुपए का है इनाम
पुलिस डीग की पहाड़ी से दबोच कर लाई
मामले के परिवादी क्लॉक टावर थाने के कांस्टेबल दीपक वैष्णव ने कांस्टेबल पवन कुमार मीणा व उसके भाई कुलदीप मीणा के खिलाफ पिछले माह मुकदमा दर्ज कराया है।
अजमेर। अजमेर में पुलिसकर्मियों को निवेश पर दो से तीन गुना मुनाफा दिलाने का झांसा देकर करोड़ों की धोखाधड़ी करने वाले निलम्बित फरार कांस्टेबल के आरोपी भाई को क्लॉक टावर थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उस पर भी 25 हजार रुपए का इनाम है। उसे पुलिस जिला डीग की पहाड़ी से दबोच कर लाई है। एसपी वन्दिता राणा के अनुसार गिरफ्तार आरोपित कोटरा ढहर, थाना हिण्डोन सदर, जिला करौली निवासी कुलदीप मीणा पुत्र हरिचरण मीणा है। जिसे पुलिस ने अदालत से पांच दिन का पुलिस रिमाण्ड लिया है।
यह था मामला
मामले के परिवादी क्लॉक टावर थाने के कांस्टेबल दीपक वैष्णव ने कांस्टेबल पवन कुमार मीणा व उसके भाई कुलदीप मीणा के खिलाफ पिछले माह मुकदमा दर्ज कराया है। आरोपी कुलदीप मीणा करौली जिले में शिक्षक होना बताया जा रहा है। दोनों भाइयों ने मिलकर अजमेर में पुलिसकर्मियों को उनके बताए अनुसार जमीनों में निवेश करने पर कुछ ही समय में दो से तीन गुना मुनाफा होने का झांसा दिया था। पवन ने अपने साथी पुलिसकर्मियों को बताया था कि उनके गांव की जमीन से नेशनल हाईवे रोड निकलने वाला है। उस मास्टर प्लान के पूरे प्रोजेक्ट के संबंध में उसके शिक्षक भाई कुलदीप को पूरी जानकारी है। उसके माध्यम से वह गांव की जमीनों को सस्ते में खरीद लेंगे। जिन्हें वह बाद में बेचकर दो से तीन गुना मुनाफा कमा लेंगे। दीपक झांसे में आ गया और खुद का पैसा व साथी पुलिसकर्मियों से एकत्र कर पवन मीणा को एक करोड़ रुपए दे दिए।

Comment List