सुप्रीम कोर्ट ने दिए निर्देश : एक महीने में तोड़ना या शिफ्ट करना होगा सेवन वंडर्स, नए वेटलैंड विकसित करने पर देनी होगी रिपोर्ट
गांधी स्मृति उद्यान और पाथ-वे पर 16 मई को अगली सुनवाई
एक वेटलैंड फॉयसागर झील के पास दस हेक्टेयर क्षेत्र तथा दूसरा वेटलैंड तबीजी क्षेत्र में 19 हेक्टेयर में तैयार किया जाएगा।
अजमेर। आनासागर झील के वेटलैंड तथा ग्रीन एरिया में हुए निर्माण के सम्बंध में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश अब सेवन वंडर्स को छह माह की जगह एक माह में तोड़ना या शिफ्ट करना होगा और इसकी पालना रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में प्रस्तुत करनी होगी। शहर में दो जगह वेटलैंड विकसित करने पर सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिए कि इस सम्बंध में विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर प्रस्तुत करें। सुप्रीम कोर्ट ने गत 17 मार्च को हुई सुनवाई में आनासागर झील के किनारे बनाए गए सेवन वंडर्स को ध्वस्त या स्थानांतरित करने के लिए राज्य सरकार को छह माह का समय दिया था। राज्य सरकार की ओर से जिला कलक्टर ने पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट में अतिरिक्त हलफनामा दायर किया। इसमें शहर में दो जगह वेटलैंड विकसित करने का उल्लेख किया। इनमें एक वेटलैंड फॉयसागर झील के पास दस हेक्टेयर क्षेत्र तथा दूसरा वेटलैंड तबीजी क्षेत्र में 19 हेक्टेयर में तैयार किया जाएगा।
साथ ही पिछली सुनवाई में दिए गए निर्देश की पालना की भी जानकारी दी गई। इसमें बताया गया कि नगर निगम ने फूडकोर्ट की तीनों विंग तोड़ दी है। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई में केन्द्र सरकार के सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने राज्य सरकार का पक्ष रखते बताया कि शहर में दो जगह दो वेटलैंड विकसित करने के लिए जगह देखी है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि नेशनल एनवारमेंटल इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (नीरी) की टीम के साथ विश्लेषणात्मक रिपोर्ट तैयार कर कोर्ट में प्रस्तुत करें। इसमें यह भी उल्लेख करें कि जो जगह देखी है, उसकी रेवेन्यू रिकॉर्ड में क्या स्थिति है, वहां वेटलैंड कैसे विकसित किया जाएगा। सेवन वंडर्स पर सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिए कि इसे एक माह में तोड़कर या शिफ्ट कर रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी। वहीं आजाद पार्क, गांधी स्मृति उद्यान व पाथ-वे पर 16 मई को अगली सुनवाई में निर्णय हो सकता है।
अब तक क्या हुआ
स्मार्ट सिटी लिमिटेड के तहत 11.64 करोड़ रुपए की लागत से सेवन वंडर्स पार्क का निर्माण किया गया था। इनमें ताजमहल, पेरिस का एफिल टावर, मिस्र के पिरामिड, पीसा की झुकी हुई मीनार, रोम का कॉलेजियम, न्यूयॉर्क का स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी, रियो डी जेनेरिया की क्राइस्ट रिडीमर की प्रतिमा शामिल है। इसमें से एक प्रतिमा को हटाकर नीचे रखा जा चुका है। हरिभाऊ उपाध्याय नगर (विस्तार) में 7.57 करोड़ की लागत से 14 हजार 600 वर्गमीटर क्षेत्रफल में गांधी स्मृति उद्यान विकसित किया गया। इसके परिसर में लगी टाइल्स को तोड़ा जा चुका है। झील के चारों ओर 10.36 किमी की परिधि में लगभग 32 करोड़ रुपए की लागत से पाथ-वे का निर्माण कराया गया था। इसका भविष्य अब निर्धारित होगा।
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