खेल मैदान की भूमि का आवंटन करना भूले, कैसे निखरेगी प्रतिभाएं ?
सेकुड़ के राजकीय स्कूल खेल मैदान का मामला
खेल मैदान के अभाव में खिलाड़ी अपने खेल को निखारने में वंचित है।
हरनावदाशाहजी। सेकुड़ के राजकीय स्कूल खेल मैदान की भूमि का आवंटन करके तहसील प्रशासन भूल गया। आवंटन के 6 वर्ष बाद भी सीमा-ज्ञान नहीं हो पाया। सीमा ज्ञान नहीं करने से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। खेल मैदान के अभाव में खिलाड़ी अपने खेल को निखारने में वंचित है। जिससे प्रतिभाए आगे नहीं बढ़ पा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि पूर्व में जिला कलेक्टर ने छीपाबड़ौद तहसील के ग्राम सेकुड़ के खसरा संख्या 409 में 5 बीघा भूमि का आवंटन 10 सितंबर 2018 को स्थानीय विद्यालय के खेल मैदान के लिए आवंटन किया जा चुका है। लेकिन तहसील प्रशासन की उदासीनता के कारण स्थानीय विद्यालय प्रबंधन समिति को अभी तक यह भूमि सुपुर्द नहीं की गई। एसएमसी अध्यक्ष मुकेश कुमार ने बताया कि 24 जुलाई 2024 को आयोजित स्थानीय ग्राम पंचायत कलमोदिया में बारां जिला कलक्टर की रात्रि-चौपाल में ग्रामीणों ओर विद्यालय प्रबंधन समिति ने खेल मैदान की भूमि के सीमा ज्ञान को लेकर प्रार्थना-पत्र प्रस्तुत किया था। मौके पर ही तहसील प्रशासन को जिला कलक्टर ने आदेशित कर दिया था। ग्रामीण शिवराज लववंशी ने बताया कि समय-समय पर विद्यालय प्रबंधन समिति और छात्र-छात्रा अभिभावक व स्थानीय ग्रामीण खेल मैदान की भूमि के सीमा ज्ञान को लेकर लगातार 6 वर्षों से मांग करते आ रहे हैं। कई बार लिखित में शिकायत दी जा चुकी हैं। राजस्थान संपर्क पोर्टल पर भी प्रकरण दर्ज किए गए लेकिन उनका निस्तारण कागजों में ही कर दिया जाता है। पिछले माह विद्यालय प्रबंधन समिति और ग्रामीणों के द्वारा जिला कलक्टर को बारां जाकर भी प्रार्थना-पत्र प्रस्तुत किया गया। वर्तमान में भी राजस्थान संपर्क पोर्टल पर भी शिकायत क्रमांक 112407821278891 प्रक्रियाधीन है। लेकिन अभी तक छात्र-छात्राओं के खेल मैदान की भूमि का तहसील प्रशासन द्वारा सीमा ज्ञान नहीं किया गया। जिससे बालक-बालिकाओं और ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।
स्कूल में ताला बंदी करने की दी चेतावनी
ग्रामीण मुकेश लववंशी, बालचंद लववंशी, शिवराज लववंशी, हेमराज लववंशी, सतीश लववंशी, का कहना है कि आगामी दिनों में राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय सेंकुड़ के खेल मैदान की भूमि का तहसील प्रशासन द्वारा सीमा ज्ञान नहीं किया गया तो स्थानीय विद्यालय में ताला लगाकर अकलेरा-हरनावदा शाहजी मार्ग पर जाम लगाकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
स्कूल के लिए खेल मैदान की भूमि का सीमा ज्ञान जल्द होना चाहिए। बालक-बालिकाओं ओर खेल प्रेमियों के लिए आवश्यक है।
-हेमराज लववंशी - ग्रामीण
तहसील प्रशासन से लेकर बारां जिला कलक्टर को सेकुड़ में खेल मैदान की जमीन को लेकर बहुत बार अवगत कराया लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पाया।
-मुकेश लववंशी - पूर्व वार्ड पंच
जिस प्रकार शहरों में खेल मैदान होते हैं उसी प्रकार ग्रामीण बालक-बालिकाओं के लिए भी खेल मैदान होना चाहिए। खेल मैदान होने पर खिलाड़ियों को अभ्यास करके अपने खेल में निखार ला कर आगे बढ़ सकते है लेकिन ग्राम सेकुड़ में खेल मैदान की भूमि आवंटन होने के बाद सीमा ज्ञान में ही सालों गुजर गये।
-सतीश लववंशी - ग्रामीण
एसएमसी अध्यक्ष:-स्कूल की एसएमसी बैठकों में इस मुद्दे को लेकर बहुत बार चर्चा की गई। साथ ही स्कूल प्रशासन की तरफ से भी उच्चतम अधिकारियों को लिखित में शिकायत भेजी जा चुकी है।
- मुकेश कुमार
समय-समय पर विद्यालय प्रबंधन समिति और छात्र-छात्रा अभिभावक व स्थानीय ग्रामीण खेल मैदान की भूमि के सीमा ज्ञान को लेकर लगातार 6 वर्षों से मांग करते आ रहे हैं। कई बार लिखित में शिकायत दी जा चुकी हैं राजस्थान संपर्क पोर्टल पर भी प्रकरण दर्ज किए गए लेकिन उनका निस्तारण कागजों में ही कर दिया जाता है।
-शिवराज लववंशी - सेकुड़ निवासी
मेरे पदभार ग्रहण करने के बाद से अभी तक मामला जानकारी में नहीं आया है, जल्द संज्ञान में लेकर खेल मैदान के लिए आवंटित भूमि का सीमाज्ञान करवाएंगे।
- सुरेंद्र गुर्जर , तहसीलदार छीपाबड़ौद
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