पुराने राजकीय विद्यालय का भवन भी हो चुका है जर्जर
शिक्षा विभाग व प्रशासन को करना चाहिए सांगोद विधानसभा में जर्जर भवनों का सर्वे
खेलते समय बच्चों के साथ न हो जाए अनहोनी।
मोईकलां। राजकीय विद्यालय दरबीजी में हुई बालिका की दर्दनाक व आकस्मिक मौत की घटना को देखते हुए प्रशासन व शिक्षा विभाग को सांगोद विधानसभा क्षेत्र में भी एक बार विद्यालय भवनों की वास्तविक स्थिति के बारे में संज्ञान लेने की जरूरत है। वरना क्षेत्र में दरबीजी जैसी घटना क्षेत्र में होने की संभावना है। मोईकलां राजकीय विद्यालय का पुराना जर्जर हो चुका भवन भी इस बात की गवाही देता दिख रहा है कि भविष्य में इस तरह की घटना हो सकती है। यहां कई बच्चे खेलने के लिए आते हैं। जिनके साथ कभी भी दरबीजी जैसी अनहोनी की आशंका बनी रहती है। प्रधानाध्यापक हेमन्त गोचर ने बताया कि भवन के मरम्मत कार्य के लिए उच्चाधिकारियों को लिखित में सूचना देने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो सका। यदि ऐसी स्थिति रहती है तो भविष्य में इसी प्रकार की अनहोनी का खतरा बना हुआ है। गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम पश्चात हुई स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मीटिंग में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के पुराने भवन की मरम्मत कार्य को लेकर भी माहौल गर्मा गया था। मोईकलां सहकारी समिति अध्यक्ष सत्यनारायण यादव ने सीधा सत्ता पक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि यदि जनप्रतिनिधि बस माला साफा पहनने तक ही सीमित रह गए तो समस्या समाधान के लिए फिर कौन आगे आएगा। यदि समाधान करना है तो उसके Ñलिए निस्वार्थ भाव से मेहनत भी करनी पड़ेगी। जर्जर भवन का मरम्मत कार्य हो जाए तो इस भवन का उपयोग बालिका विद्यालय के रूप में भी हो सकता है। जर्जर भवन के निर्माण को लेकर पंचायत समिति सदस्य गंगोत्री बाई ने भी जिला शिक्षा अधिकारी को लिखित में समस्या बताकर समाधान के बारे में चर्चा की। साथ ही दरबीजी में हुई घटना पर संवेदना प्रकट कर क्षेत्र में ऐसी घटना ना इसके लिए प्रशासन से सहयोग मांगा।
बालिका विद्यालय में कक्षा-कक्ष की कमी
राजकीय बालिका विद्यालय भवन में कक्षा-कक्षों की संख्या कम होने से अध्ययनरत छात्रों को बैठने में समस्या आ रही है। बालिका विद्यालय में कमरों की संख्या कम होने की वजह से कक्षाओं को निरंतर सुचारू रूप से चलाने में समस्या आने लगी है। यदि भवन को देखें तो यह प्राथमिक कक्षा तक के लिए ही पर्याप्त है। लेकिन वर्तमान में यहां उच्च प्राथमिक तक की कक्षाएं संचालित हो रही हैं।
अभिभावक के तौर पर विद्यालय की सुविधाओं को देखते हुए आत्मसंतुष्टि होती है। सभी शिक्षक कार्य को पूर्ण निष्ठा से वहन करते हैं। विद्यालय भवन के साथ खेल मैदान भी पूर्ण हो तो बच्चों की खेलों में प्रतिभा निखरेगी।
- प्रकाश बोहरा, अभिभावक
इनका कहना है
जर्जर भवन की समस्या के साथ विगत वर्षों से खेल मैदान का निर्माण भी एक विद्यालय की मुख्य समस्या बना हुआ है। यदि सैकंडरी विद्यालय का खेल मैदान पूर्ण रूप से सही हो जाता है तो खेलों में भी विद्यार्थी अपनी प्रतिभा दिखा सकते हैं। खेल शिक्षक का पद भी विद्यालय में काफी समय से रिक्त चल रहा है।
- रोहित जोशी, पूर्व एसडीएमसी सदस्य
वर्तमान में 136 छात्राओं का नामांकन है। यदि उच्च माध्यमिक विद्यालय के पुराने भवन की मरम्मत करवा दी जाए या नया भवन निर्माण हो जाए तो उक्त समस्या से छुटकारा मिल सकता है। साथ ही कक्षाओं का नियमित व सुचारू रूप से संचालन हो सकेगा।
- गायत्री मीना, प्रधानाचार्य, बालिका विद्यालय
स्थानीय बालिका विद्यालय में बच्चों की संख्या ज्यादा होने व कमरे कम होने से बच्चों को बैठने में दिक्कत होती है। कई बार स्कूल की दो तीन कक्षाओं को एक साथ संचालित करना पड़ता है। यदि जर्जर भवन सही होकर बालिका विद्यालय की कक्षाएं उसमें लगें तो कुछ समाधान हो सकता है।
- राजेन्द्र सुमन, अभिभावक
मोईकलां सीनियर विद्यालय की पुरानी जर्जर हो चुकी बिल्डिंग को अस्थायी रूप से कार्य में नहीं लेने के लिए सूचित किया हुआ है। आगामी समय में बिल्डिंग को मरम्मत करवाने के प्रस्ताव जिला अधिकारी को भेज रखे हैं। जल्द ही भवन की स्थिति जायजा लिया जाएगा।
-कृष्ण कुमार सक्सेना, अतिरिक्त ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, सांगोद
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