पुलिया के ऊपर से गुजर रही है हाईटेंशन लाइन
भारी वाहनों को 15 किमी का अतिरिक्त फेरा लगाकर जाना पड़ रहा
आवाजाही करने वाले चौपहिया वाहन सहित लोडिंग वाहन चालक दहशत के चलते आवाजाही नही कर पा रहे है।
भण्डेड़ा। क्षेत्र में सरकार के द्वारा करोड़ों रुपए खर्च करके सड़क बनाई थी। जिस पर आवश्यकता वाली जगह पर उच्च पुलिया का निर्माण किया गया था। जो वर्तमान में पुलिया बनकर तैयार है, पर पुलिया के महज दस फीट ऊपर से गुजर रही 33 केवी विद्युत लाइन की ऊंचाई कम होने से यहां पर हर पल मौत मंडरा रही है। पुलिया बने तीन माह पूरे हो चुके है लेकिन हाइटेंशन लाइन की वजह से भारी वाहनों का आवागमन थमा हुआ है। भारी वाहनों को 15 किमी का अतिरिक्त फेरा लगाकर नही गुजरना पड़ता। आवाजाही करने वाले चौपहिया वाहन सहित लोडिंग वाहन चालक दहशत के चलते आवाजाही नही कर पा रहे है। केवल दुपहिया वाहन सहित पैदल राहगीर ही आवागमन कर पा रहे है। बड़े वाहनों का पुलिया बनने के बाद भी आवागमन अवरूद्ध होने से ग्रामीणों में जिम्मेदारों के प्रति रोष व्याप्त है। पहले नदी की पुरानी पुलिया से आवागमन करते थे, पर इस माह में क्षेत्र में भारी बरसात के होने से नदी में पानी अधिक आने से यह पुरानी पुलिया क्षतिग्रस्त हो चूकी है। लगभग एक दर्जन गांव में आवाजाही वाले भारी वाहनों का आवागमन तीन रोज से बंद हो गया है, पर संबंधित विभाग के जिम्मेदार समस्या का निराकरण नहीं कर रहे है। जिससे ग्रामीणों में जिम्मेदारों के प्रति रोष व्याप्त है।
जानकारी अनुसार देवपुरा- जगमुण्डा मुख्य मार्ग पर भजनेरी की नदी पड़ती है, जो यहां पर पहले छोटी पुलिया का निर्माण था। जिससे होकर नदी के दोनों तरफ के गांव सहित ढाणियों के ग्रामीण देई आवाजाही के लिए इस पुलिया का सहारा बना हुआ था। कुछ समय से चल रही तेज व मध्यम दर्जे की बरसात से नदी में बरसाती पानी की अधिक आवक बन गई। बरसाती पानी से यह पुरानी पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई। सरकार ने लाखों रुपए खर्च करके लोगों के लिए नवीनकृत सड़क बनाकर सौगात दी, पर कस्बों, गांवों सहित ढाणियों के ग्रामीणों के लिए देई से अकलोड़ के मध्य में करोड़ों रुपए खर्च करके सरकार ने नवनिर्माण डामरीकृत सड़क व आवश्यकता की जगहों पर उच्च पुलिया का निर्माण करवाया गया था, जो पुलिया भी बनकर तैयार हो चूकी है, पर देवपुरा-जगमुण्डा मार्ग पर सार्वजनिक निर्माण विभाग ने भजनेरी नदी पर उच्च पुलिया बनाकर तैयार किए तीन माह बीत चूके है, लेकिन लोडिंग वाहन सहित चौपहिया वाहनों का आवागमन बंद है, जो तीन रोज से इस मार्ग से भारी वाहनों की आवाजाही थमी हुई है।
पुलिया पूर्ण रूप से तैयार, फिर भी राह मुश्किल
ग्रामीणों का कहना है कि इस राह पर संबंधित विभाग ने आवागमन करने के लिए करोड़ों रुपए खर्चकर नवीन सड़क सहित पुलिया का निर्माण करवाया जा चूका है, पर विद्युत विभाग की लाइन ऊपर से गुजरने के चलते राह पर हो रहे खतरे को नही देखा जा रहा है। किसी दिन यहां से गुजरते लोडिंग वाहनों सहित चालक इसके चपेट में नहीं आ जाएं। इस समस्या से परेशान गुढासदावृर्तियां, तंवरो का झौपडा, देवपुरा, दीया का झौपडा, बैरवा का झौपडा, दूसरी तरफ के लीलदा, जगमुण्डा, धांगड़ो का झौपडा आदि गांवों के राहगीर 15 किमी अधिक चलकर अपने आवश्यक सामग्री लानी पड़ती है। पुलिया के ऊपर से विद्युत लाईन हटे एवं मौके से ऊंचाई हो तो एक दर्जन गांवों सहित राहगीरों की राह आसान हो पाएं।
विद्युत लाइन को शिफ्ट करने के लिए सार्वजनिक निर्माण विभाग से कान्ट्रेक्ट होते है। उन्हें डिमांड राशि जमा करवा दी होगी, तो विद्युत लाइन शिफ्ट हो जाती है। इस मामले की जानकारी करेंगे।
- इंद्रपाल सिंह, सहायक अभियंता, विद्युत विभाग नैनवां
ग्रामीणों की जुबानी
विद्युत विभाग द्वारा विद्युत लाइन को समय रहते हटा देते, तो इस समय चल रही बरसात के समय आवागमन में राहगीरों सहित गांवों को राहत मिलती, पर जिम्मेदारों की अनदेखी क्षेत्रवासी भुगत रहे है।
-लोकेश मीणा, कालामाल निवासी
सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा नवीन सड़क व नदी पर पुलिया का निर्माण समय पर कर दिया, पर इस विद्युत लाइन के कारण पैदल व दोपहिया वाहनों मौके से गुजर रही हाईटेंशन लाइन हटे, तो चौपहिया वाहनों को भी राहत मिले।
-कमलेश मीणा, कालामाल निवासी
नदी पर आवागमन के लिए पुरानी पुलिया थी। जो इस सप्ताह में हुई भारी बारिश से नदी में आए अधिक पानी से पुरानी पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई। नवनिर्माण पुलिया बनकर तैयार हो चूकी है। जिससे पैदल सहित मोटरसाइकिल सवार को ही राहत मिल रही है पर भारी वाहनों की आवाजाही में पुलिया के ऊपर से गुजर रही विद्युत लाइन का खतरा बना हुआ है। यह 33 केवी लाइन हटे, तो बड़े वाहन चालकों को भी राहत मिले। इस खतरे भरी राह से निजात मिले।
-कालू लाल, कालामाल निवासी
तत्कालीन समय संबंधित विभाग अपनी जिम्मेदारी से काम करते तो आज भारी वाहनों को 15 किमी का अतिरिक्त फेरा लगाकर नही गुजरना पड़ता। जो भारी वाहन चालकों को अधिक डीजल व समय की खपत नही होती। इस राह पर नजदीक से ही आवागमन हो जाता। सार्वजनिक निर्माण विभाग ने अपना कार्य कर दिया था, पर पुलिया के ऊपर से महज दस फीट की ऊंचाई से 33 केवी लाइन निकल रही है, जो भारी खतरा बना हुआ है।
-लादू लाल मीणा, मीणा का झौपडा निवासी
हमने पुलिया निर्माण के दौरान ही विद्युत विभाग से समय रहते ही इस लाइन को हटाने की मांग की थी। गत 24 जून को ही आवेदन किया गया था, पर विद्युत विभाग ने गत 13 अगस्त को 30 लाख डिमांड राशि का आदेश भेजा गया है। जबकि पुलिया बन चूकी है। लाइन हटेगी, तब ही पुलिया अप्रूव्ड की जाएगी। यदि लाइन नही हटे, उससे पहले ही इसे अप्रूव्ड कर देवें, तो आवागमन के समय कोई भी घटना घटित हो सकती है। इसलिए विद्युत लाइन हटने का इंतजार है।
-रामरतन नरानिया, एईएनसार्वजनिक निर्माण विभाग नैनवां
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