डीएपी खाद की भारी किल्लत, फसल बुवाई में आ रही बाधा
रबी फसलों की बुवाई को लेकर अन्नदाता परेशान
जिम्मेदार हर बार की तरह इस बार भी धरतीपुत्रों को समय पर खाद उपलब्ध नहीं करवा पाएं है।
भण्डेड़ा। डीएपी खाद की किल्लत मारा मारी हो रही है। क्षेत्रीय अन्नदाताओं को रबी फसल बुवाई के लिए डीएपी खाद की आवश्यकता हो रही है। यह समय पर उपलब्ध नहीं होने से फसल बुवाई में बाधा आ रही है। अन्नदाताओं ने अपने खेतों की हंकाई-जुताई करके तैयारी पूर्ण कर रखी है। फसल बुवाई का समय निकलता जा रहा है। इस सीजन की बुवाई के लिए डीएपी खाद नही मिल पा रहा है। इसकी वजह से अन्नदाता परेशान हो रहे है। जिम्मेदार क्षेत्र में खाद की किल्लत को दूर नहीं कर पा रहे है। अन्नदाताओ का कहना है कि इस समय सरसों की फसल की बुवाई के लिए खेतों की हंकाई-जुताई कर तैयार कर रखें है। मंहगें दामों में रबी फसलों के लिए बीज तो खरीद लिया। इसके साथ बुवाई के लिए डीएपी खाद उपलब्ध नही हो रहा है। जो सरसों फसल की बुवाई का समय निकलता जा रहा है। समय पर डीएपी उपलब्ध होता तो क्षेत्र में सरसों की फसल का रकबा बढ़ता। मगर खाद उपलब्ध नहीं होने से समय बीत जाएगा जो बाद में मजबूरन जौ, गेहूं, चना, मसूर रबी फसलों की बुवाई करनी पड़ेगी। इस समय भी खाद उपलब्ध होगा तो इसके लिए भी खाद का इंतजार करना पड़ेगा। आखिर करें तो क्या करें। फसल की बुवाई से पहले से परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जो कटाई तक व उपज को बेचने जाने तक अन्नदाताओ की कड़ी परीक्षा होती है। मगर फिर भी अन्नदाता निराश नही होतें है। उपज भी कभी-कभार तो पूरा खर्च करवाने के बाद भी एक दाना तक हाथ नही लग पाता है। इस समय बुवाई के लिए खाद को लेकर परेशानी चल रही है। जिम्मेदार हर बार की तरह इस बार भी धरतीपुत्रों को समय पर खाद उपलब्ध नहीं करवा पाएं है।
क्षेत्रीय किसानों का यह कहना
रबी फसल बुवाई के लिए समय बीतता जा रहा है। मगर फसल बुवाई के लिए डीएपी खाद उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। जो किसानों को खाद के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। जिम्मेदार जल्द इस समस्या को दूर करें।
- फूंदीलाल माली, किसान निवासी सादेड़ा
इस समय सरसों, तारामीरा फसल की बुवाई का समय चल रहा है। मगर डीएपी नही मिलने से खेतों की हंकाई-जुताई कर तैयार कर रखें है। खाद नही मिलने से समय पर बुवाई नही हो पा रही है। मजबूरन किसान परेशान हो रहे है। संबंधित विभाग खाद की किल्लत को जल्द दूर करें।
- कैलाश मीणा, किसान निवासी गुजरियाखेड़ा
सरसों फसल के लिए डीएपी खाद जरूरी होता है। इससे फसल अच्छी ग्रोथ लेती है व पैदावार भी अधिक देती है। मगर डीएपी के लिए भागादौड़ी शुरू हो रही है। समय पर खाद उपलब्ध हो तो फसलों की बुवाई भी समय पर हो सके। तो पैदावार भी अच्छी हो सके।
- देवीशंकर गुर्जर, किसान निवासी रामगंज
पहले से ही हाथ खाली थे। जो खाद नही ले सके हैं। अब कुछ उपज हाथ लगी है, जिसे बेचकर पैसा हाथ में आया है। अब छह बीघा जमीन में रबी फसल की बुवाई के लिए डीएपी खाद उपलब्ध नही हो पा रहा है। जो इधर-उधर भटकने को मजबूर होना पड़ रहा है।
- कालूलाल भील, किसान निवासी कल्याणपुरा
किसान का कहना है कि छह बीघा जमीन हंकाई-जुताई कर तैयार कर रखी है। डीएपी खाद के लिए तीन-चार बार बांसी व अन्य कस्बों में पहुंच गए। पर खाद ही उपलब्ध नही हो रहा है। जो सरसों की बुवाई में देरी हो रही है। अभी तैयार खेत देखें, नही जा रहे है। जल्द खाद उपलब्ध हो तो भागादौड़ी भी खत्म हो।
- हीरालाल बैरवा, किसान निवासी फतेहपुरा
इनका कहना है
कल एक गाडी डीएपी की 358 बैग डीएपी कोटा से मगंवाया गया था। जिन्हें एक किसान को 2 बैग देकर वितरण किया गया है।
- नरेन्द्र सिंह, व्यवस्थापक, क्रय विक्रय सहकारी समिति बांसी
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