पायलट खेमे पर निशाना: निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा बोले- सचिन बाहरी, राजस्थान में क्या मांगते हैं
प्रदेश में पिछले 11 महीनों से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच चल रहे सियासी संकट ने अब स्पीड पकड़ ली है।गहलोत के समर्थन में उतरे निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा ने तो यह तक बयान दे दिया कि पायलट सिर्फ एक जाति के नेता है और इससे कांग्रेस को बहुत बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ा है।
जयपुर। प्रदेश में पिछले 11 महीनों से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच चल रहे सियासी संकट ने अब स्पीड पकड़ ली है। दोनों गुटों ने अपनी-अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। इस बीच दोनों गुटों के समर्थकों ने बयानबाजी भी तेज कर दी है। गहलोत के समर्थन में उतरे निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा ने तो यह तक बयान दे दिया कि पायलट सिर्फ एक जाति के नेता है और इससे कांग्रेस को बहुत बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ा है। जब सत्ता के लिए संग्राम शुरू हुआ था, उस समय पायलट के समर्थन में रहे निर्दलीय विधायक ओमप्रकाश हुडला ने बयान जारी कर कहा है कि अभी मंत्री मंडल विस्तार का उचित समय नहीं है। यानि की हुडला ने अब सीधे-सीधे गहलोत का समर्थन किया है।
इन सभी घटनाओं के चलते पायलट के समर्थकों ने वर्चुअल शक्ति प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही पोस्टर वार भी चालू कर दिया। इन तमाम घटनाओं के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बेफिक्र होकर कोरोना से जंग लड़ने के साथ सरकार के रोजमर्रा के काम निपटा रहे हैं। गहलोत को मुख्यमंत्री पद से हटाने के लिए पिछले 11 महीनों से संघर्ष कर रहे पायलट को अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है, बल्कि उनके समर्थक विधायकों की संख्या में भी कमी होती जा रही है। पिछले साल पायलट के साथ 21 विधायक थे, जिनमें से विश्वेन्द्र सिंह और भंवरलाल शर्मा खुलकर गहलोत के पक्ष में खड़े हो गए हैं। अन्य तीन विधायकों ने भी गहलोत की तारीफ के पुल बांधना शुरू कर दिया है।
गहलोत समर्थक निर्दलीयों की बैठक आज
पायलट खेमे के शक्ति प्रदर्शन के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का खेमा भी अपनी रणनीति बना रहा है। गहलोत खेमे के निर्दलीय विधायक भी बुधवार को होटल अशोक में शाम पांच बजे बैठक कर एकजुटता दिखाएंगे और पायलट खेमे की काट के तौर पर कुछ मांगें रखेंगे। पहले इस बैठक में बसपा से कांग्रेस में आए छह विधायक भी शामिल होने वाले थे, लेकिन बदली रणनीति के तहत ये छह विधायक अब इस बैठक में भाग नहीं लेंगे। बसपा से कांग्रेस में आए 6 विधायकों ने बैठक में शामिल नहीं होने का निर्णय इसलिए लिया है कि इन विधायकों पर पार्टी से अलग बने रहने के आरोप लग चुके हैं और कांग्रेस में आने के बाद उन पर अनुशासनहीनता की कार्रवाई का अंदेशा भी बना हुआ है। हाल ही में इन विधायकों ने पायलट खेमे के विधायकों पर गद्दार होने के आरोप लगाए थे। करौली विधायक लाखन मीणा ने बैठक में शामिल नहीं होने की पुष्टि की है। वहीं सूत्रों के अनुसार निर्दलीय विधायकों की अगवाई सिरोही से विधायक सयंम लोढ़ा कर रहे हैं।
सचिन बाहरी, राजस्थान में क्या मांगते हैं
गहलोत के समर्थक निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा ने मंगलवार को पायलट के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। रामकेश मीणा ने सचिन पायलट को बाहरी नेता बताते हुए कहा कि वे राजस्थान में क्या मांगते हैं। मीणा ने आरोप लगाया कि भाजपा के इशारे पर पायलट कांग्रेस की सरकार को अस्थिर करने का षड्यंत्र कर रहे हैं। पायलट सिर्फ एक जाति विशेष के नेता है और वे प्रदेश में जातीय विद्वेष फैला रहे हैं। यहीं नहीं पायलट कांग्रेस को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं। हाईकमान को विचार करना चाहिए कि आने वाले चुनाव में पायलट को आगे बढ़ाया तो भारी खामियाजा उठाना पड़ेगा। जितने दिन सचिन पायलट राजस्थान में रहेंगे उतना ही भारी नुकसान कांग्रेस को होने वाला है। प्रदेशाध्यक्ष रहते हुए अपनी पार्टी की सरकार गिराने के लिए दिल्ली तक एड़ी से चोटी तक का जोर लगाया, ऐसा उदाहरण पूरे देश में नहीं मिलेगा।
अभी विस्तार का उचित समय नहीं
दौसा के महुवा से गहलोत समर्थक निर्दलीय विधायक ओमप्रकाश हुड़ला ने कोरोना की मौजूदा हालात और तीसरी लहर की आशंका का हवाला देते हुए मंत्रिमंडल विस्तार को टालने की बात कही है। हुड़ला के इस बयान के गहरे सियासी मायने हैं। हुड़ला ने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार की बार-बार चर्चाएं होती हैं, लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार का यह उचित समय नहीं है। अभी तो विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई है। अभी तो सभी विधायकों और सांसदों को तीसरी लहर का सामने करने के लिए मुख्यमंत्री का सहयोग करना चाहिए।
पोस्टर वॉर और वर्चुअल शक्ति प्रदर्शन
सचिन पायलट खेमा हर मोर्चे पर गहलोत कैंप को चुनौती देने की कवायद में जुटा है। राजधानी में पायलट समर्थकों ने उनके विपक्ष में रहते हुए पुलिस की लाठियां खाते हुए पोस्टर लगाकर पोस्टर वॉर की शुरुआत कर दी है। पायलट समर्थक अब हर मोर्चे पर शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं। पायलट समर्थक मंगलवार सुबह से ही ट्विटर पर पायलट आ रहा है... को ट्रेंड करवा रहे हैं। इस पर वे ट्वीट भी कर रहे हैं। इस हैशटेग पर अब तक एक लाख से ज्यादा ट्वीट हो चुके हैं और इसकी संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। समर्थक सचिन पायलट के समर्थन में ट्वीट कर रहे हैं।
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