ऑनलाइन में थोड़ी सी लापरवाही और आपका खाता खाली, सुझाव लें, निजी जानकारी साझा नहीं करें
दैनिक नवज्योति की साइबर क्राइम के खिलाफ मुहिम, डिजिटल फ्रंटियर साइबर शील्ड
अनजान फोनकर्ता के फोन से डर गए, या लालच में आ गए तो समझो आपका खाता खाली होने वाला है।
जयपुर। वर्तमान समय में बढ़ते हाईटेक युग में आमजन के लालच, डर और जागरूकता की कमी ने साइबर ठगों को घर बैठे लाखों करोड़ों रुपए कमाने का जरिया दे दिया है। किसी भी परेशानी में आने के बाद सर्च इंजन से हेल्पलाइन नम्बर निकालकर ऑनलाइन बात करते समय सामने वाले से सुझाव लें लेकिन अपनी निजी जानकारियां शेयर नहीं करें। खाता संबंधी परेशानी आने पर सीधे बैंक जाकर सम्पर्क करें।
यदि कोई विदेश से आए पार्सल की बात कह रहा है तो तुंरत सतर्क हो जाएं और लालच में नहीं आएं। अनजान फोनकर्ता के फोन से डर गए, या लालच में आ गए तो समझो आपका खाता खाली होने वाला है। दैनिक नवज्योति हर दिन आपको साइबर ठगों के नए तरीके से अवगत कर रहा है। ऐसे में आप भी सतर्क और जागरूक रहें।
केस नम्बर-1: गिफ्ट पार्सल एवं विदेशी मुद्रा के नाम से ठगे 13.55 लाख रुपए
अजमेर जिले में एक व्यक्ति को 12 मार्च को साइबर ठग ने कस्टम अधिकारी बनकर फोन किया और कहा कि आपके नाम से यूके से कुछ गिफ्ट पार्सल एवं विदेशी मुद्रा 60 हजार पोंड भेजे हैं। परिवादी ने इस बात को नजर अंदाज कर फोन काट दिया। कुछ देर बाद एक महिला ने फोन कर कहा कि यदि आप गिफ्ट नहीं लेना चाहते हैं तो आपका बहुत नुकसान हो जाएगा। उस महिला ने कहा कि रकम बड़ी है इसके लिये आपको इन्कम टैक्स भी भुगतान करना होगा, जिसे आपके खाते में पुन: रिटर्न कर दिया जाएगा। आप अपने फोन पे से एक नम्बर पर 42500 रुपए भेज दो। इस पर परिवादी झांसे में आ गया और महिला के कहने पर बार-बार रुपए भेजता गया। इस तरह ठगों ने कुल 13.55 लाख रुपए की ठगी कर ली।
केस नम्बर-2: हस्ताक्षर मिसमैच के नाम से की 10.90 लाख रुपए
अजमेर में 27 जून 2024 को परिवादी से हस्ताक्षर मिसमैच के नाम पर 10.90 लाख रुपए की ठगी कर ली। पीड़ित ने रिपोर्ट दी कि उसने बैंक ऑफ बड़ौदा से 32 लाख रुपए का लोन लिया है। 20 लाख रुपए चुका दिए। बाकि बचे लोन की किश्तें मेरे इंडियन बैंक खाते से काटने के लिए बोला तो संबंधित बैंक ने कहा कि आपके हस्ताक्षर मिसमैच हो रहे हैं। इसलिए किश्त बैंक ऑफ बड़ौदा के सेंविग अकाउंट से काट रहे हैं। इसके बाद दो दिन तक इंडियन बैंक जयपुर रोड अजमेर को कॉल किया तो उन लोगों ने कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद गूगल पर जाकर इंडियन बैंक के कस्टमर केयर नम्बर सर्च कर पूछा कि मेरे हस्ताक्षर मिसमैच क्यों हो रहे हैं, तो कहा कि आप ब्रांच क्यों नहीं आते। तब मैंने कहा कि मेरे पैर में फ्रैक्चर है। इसके बाद उसने कहा कि मैं आपके घर आदमी भेजूंगा आप खाते की डिटेल बताओ। उसने कहा कि आप नेट बैंकिंग करो आपका काम आसान हो जाएगा। इसके बाद एक ऐप डाउनलोड करवाया और अलग-अलग झांसे देकर खाते से 10.90 लाख रुपए निकाल लिए।
केस नम्बर-3: वाट्सअप ग्रुप में जोड़कर ठगे 1.26 करोड़ रुपए
जिला भीलवाड़ा के कोतवाली में पीड़ित अभिषेक बाहेती ने रिपोर्ट दी कि उसे एक अनजान नम्बर के जरिए एक वाट्सअप ग्रुप में जोड़ दिया। उस ग्रुप का नाम आईबीकेआर एक्सचेंज गु्रप (14) था। इस ग्रुप में अलग-अलग दिन बड़ा पैसा कमाने का लालच देकर 1.26 करोड़ रुपए की ठगी कर ली। इस रिपोर्ट पर पुलिस ने जांच करने के लिए संबंधित बैंक के स्टेटमेंट, वाट्सअप चैट की जानकारी जुटाई। खुलासा हुआ कि गु्रप केलिफोर्निया से संचालित हो रहा था।
केस नम्बर-4: 300 प्रतिशत लाभ का झांसा देकर ठगे 13.37 लाख रुपए
बीकानेर जिले में शातिर साइबर ठगों ने एक व्यक्ति को एंजेल वन ब्लैक रॉक का नाम लेकर आईपीओ लॉंचिंग में 300 प्रतिशत का लाभ कमाने का झांसा देकर 13.37 लाख रुपए की ठगी कर ली। पुलिस में जानकारी आते ही तुरंत जांच की और परिवादी को एक लाख रुपए की वापसी करवाई। बाकी अन्य राशि और आरोपियों की जांच के लिए प्रयास जारी हैं।
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