अशोक गहलोत का पंजाब सरकार पर हमला : शांति की जगह ले रहे राजनीतिक प्रतिशोध, मान विपक्षी दलों से चर्चा कर उठाएं जरूरी कदम
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं
पंजाब में बिगड़ रहे हालातों के बारे में अपनी चिंता व्यक्त की और पंजाब सरकार ने उनकी बात को गंभीरता से लेने की बजाय बाजवा पर मुकदमा दर्ज कर लिया।
जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पंजाब की भगवंत सरकार पर हमला बोलते हुए नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया दी है। गहलोत ने कहा कि प्रताप सिंह बाजवा पंजाब में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं, जो करीब 5 दशक से देशसेवा में सक्रिय हैं। उनके पिता पूर्व मंत्री एवं तीन बार के विधायक रहे सरदार सतनाम सिंह बाजवा 1987 में आतंकवादी हमले में शहीद हुए थे। 1980 के दशक में पंजाब में आतंकवाद के दौर में प्रताप सिंह बाजवा ने यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष के तौर पर देश की एकता और अखंडता बनाए रखने में बड़ा योगदान दिया। 1990 में उनके ऊपर आतंकवादी हमला तक हुआ। वर्तमान में वो पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं।
उन्होंने पंजाब में बिगड़ रहे हालातों के बारे में अपनी चिंता व्यक्त की और पंजाब सरकार ने उनकी बात को गंभीरता से लेने की बजाय बाजवा पर मुकदमा दर्ज कर लिया। यह दिखाता है कि पंजाब सरकार की प्राथमिकता वहां शांति स्थापित रखने की बजाय राजनीतिक प्रतिशोध लेना है। मुख्यमंत्री भगवंत मान को ऐसे कदम उठाने की बजाय लोकतांत्रिक मूल्यों का पालन करते हुए पंजाब की कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिए विपक्षी दलों से चर्चा कर जरूरी कदम उठाएं।
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